गुरुवार, 27 जुलाई 2023

सूर्य सक्रांति का ज्योतिष मे प्रयोग


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https://youtu.be/x9XwvZiFX00

सूर्य संक्रांति के दिन कितने बजे बदल रहे हैं उसी समय चंद्र का गोचर नक्षत्र देखें |

चंद्र का गोचरिय नक्षत्र संक्रांति के समय का देखें इसके पीछे वाला नक्षत्र लिखले |

उदाहरण के लिए सूर्य सक्रांति के समय चंद्र नक्षत्र अनुराधा होतो इससे पहले वाला नक्षत्र विशखा होगा जिसे “आ” माना जाएगा |

आपका अपना जन्म नक्षत्र देखें माना आपका जन्म नक्षत्र भरणी है इसे “ब” माने |

अब इस “आ” से “ब” तक गिने यानी विशाखा को एक मानकर अपने जन्म नक्षत्र भरनी तक गिने अर्थात अनुराधा से भरनी तक गिने | अनुराधा से ज्येष्ठा मूल श्रवण से चलते हुए भरणी 14वा नक्षत्र आएगा |

जिसका परिणाम कुछ नया पुरस्कार प्राप्त होना अथवा कोई नया काम होना हैं |

उत्तर इस प्रकार से देखना है |

1,2,3 आने पर जातक को सफर पर दूसरी जगह जाना पड़ेगा |

4,5,6,7,8,9 आने पर अगले 30 दिन सुखमय बीतेंगे |

10,11,12 आने पर कुछ परेशानी होगी |

13,14,15,16,17,18 आने पर कुछ नया उपहार मिलेगा अर्थात कुछ नया कर्म होगा |

19,20,21 आने पर नुकसान होगा |

22,23,24,25,26,27 आने पर कुछ आर्थिक लाभ होगा |

इस प्रकार से आप सक्रांति से आने वाले महीने का अनुमान लगा सकते हैं |

उदाहरण के लिए दिल्ली मे इस महीने 17 जुलाई को सुबह 4:34:22 मे सूर्य ने कर्क राशि मे प्रवेश किया था अर्थात कर्क संक्रांति थी उस समय चंद्रमा चंद्रमा पुनर्वसु नक्षत्र मे था उसके पहले वाला नक्षत्र आर्द्र हुआ | इसे आ माना

मान लेते हैं हमे जिसके लिए देखना हैं उसका जन्म नक्षत्र रेवती हैं इसे ब लिखेंगे |

अब हमें आर्द्र से रेवती तक गिनना हैं जो की 22वा नक्षत्र हुआ |

जिसका परिणाम आर्थिक लाभ होना आया हैं अर्थात इस माह जातक को धन का लाभ होगा |

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