मंगलवार, 19 मार्च 2019

राशि अनुसार राहू केतू का प्रभाव ...4

10)मकर राशि इस राशि से राहू छठे तथा केतु बारहवें भाव में गोचर करेंगे क्योंकि राहु उल्टे चलते हैं इस राशि वालों को इसलिए डेढ़ साल से चली आ रही है जीवन की समस्याओं का समाधान होगा और धीरे-धीरे धन संबंधी परेशानियां भी खत्म होती चली जाएंगी | राहु का छठे भाव का गोचर लाभकारी माना जाता है परंतु स्वास्थ्य अथवा कर्ज़ संबंधी परेशानी खड़ी कर सकता है जिस कारण आपको उधार लेना पड़ सकता है तथा पाचन संबंधी अथवा त्वचा संबंधी परेशानियां हो सकती हैं,जिस कारण आपको अस्पताल से संबंधित खर्चा करना पड़ सकता है,बड़े भाई बहनों से विवाद होने के योग हैं किसी खास मित्र की मृत्यु भी हो सकती है,जातक विशेष को खान-पान पर ध्यान देना चाहिए छठे भाव में क्योंकि वायु तत्व की राशि है जिसके कारण फूड प्वाइजनिंग होने का योग बनता दिखाई दे रहा है वर्तमान में आप साढ़ेसाती के प्रभाव में भी हैं |

शनि और केतु का बारहवें भाव से जाना जातक की आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा नहीं है खर्चों में निरंतरता बनी रहेगी तथा कानों में भी दिक्कत बनेगी,चरित्र का हनन होने के योग भी बन रहे हैं अतः हर प्रकार से सावधान रहना चाहिए |

विद्यार्थी वर्ग हेतु उनकी भविष्य की योजनाओं में नुकसान हो सकता है बारहवें भाव में शनि केतु अवश्य ही परेशानी खड़ी करेंगे | स्त्री जातक को हेतु वैवाहिक जीवन में तनाव होने के प्रबल योग हैं कोई लंबी तीर्थ यात्रा होने की संभावनाएं बनी रहेंगी कुछ जातिकाओ को अत्यधिक थकान भी रहेगी |

उपाय के तौर पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ प्रत्येक बुधवार को पढ़ना,गणेश जी की पूजा करना तथा प्रत्येक गुरुवार मंदिर में केसर का दान करना लाभदायक रहेगा |

11)कुंभ राशि इस राशि से राहु पंचम भाव तथा केतु 11 भाव से गुजरेगा | पांचवा भाव जातक की मानसिक अवस्था,पढ़ाई लिखाई एवं संतान के विषय में बताता है राहू यहा जातक विशेष को मानसिक रूप से परेशान करेगा जिससे जातक को कोई भी निर्णय ले पाने में मुश्किलें खड़ी होंगी,जातक के हर काम में देरी होगी,मानसिक परेशानीया उसका पीछा नहीं छोड़ेगी जातक को स्वप्न प्रवृति छोड़कर कर्म की ओर बढ़ना पड़ेगा क्योंकि राहु पंचम भाव में संतान को भी प्रभाव में लेगा कुछ को अपनी संतानों से दूर जाना पड़ सकता है,बच्चों से संबंधित खर्चे बढ़ने के योग भी बनेंगे,स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो यह राहु गले से बंधित परेशानियां दे सकता है,उधार में दिया हुआ पैसा वापस आना मुश्किल होगा |

केतु 11 भाव से गुजरना लाभकारी रहेगा शनि और केतु 11 भाव में होकर प्रत्येक क्षेत्र में लाभ देने की योजना बनाएंगे,नए दोस्तों का बनना तथा विदेशी आर्थिक लाभ होने के योग बनेंगे परंतु 11वे भाव के प्रभाव मे होने से बड़े भाई बहनों से तनाव रहता है |

विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय अच्छा नहीं रहेगा उन्हें ध्यान लगाना चाहिए तथा कोई भी दोस्ती सोचकर ही करना चाहिए | स्त्री जातिकाओ और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधान रहने की जरूरत है वह गाड़ी इत्यादि ना चलाएं तो अच्छा रहेगा |

उपाय के तौर पर दुर्गा सूक्त का पाठ करना तथा नहाने के पानी में लाल चंदन डालकर नहाना लाभदायक रहेगा |

12)मीन राशि से राहु का गोचर चतुर्थ भाव से होगा तथा केतु का गोचर दशम भाव से होगा | चतुर्थ भाव माता,शिक्षा,वाहन,जमीन और सुख सुविधाओं का होता है | राहु इस भाव में आकर इन सभी कारकों पर अपना प्रभाव डालेगा परंतु गुरु की दृष्टि भी चतुर्थ भाव में है जो जातक को थोड़ी बहुत राहत भी प्रदान करेगी इस समय जातक को धन के साथ-साथ कुछ वक्त अपनी माता को भी देना पड़ेगा क्योंकि उनकी सेहत में परेशानियां आएंगी,जातक विशेष को कुछ समय के लिए माता से दूर अथवा मातृभूमि से दूर भी जाना पड़ सकता है,पुरानी गाड़ियों में खर्चा होने के योग बनेंगे अथवा उसे बेचकर नई गाड़ी लेने की संभावना बनेगी,जिन जातकों के जमीन विवाद चल रहे हैं उनमें भी राहत मिल पाना मुश्किल होगा राहु का सुख भाव अथवा वायु राशि से गुजरना कुछ जातकों को दमे से संबंधित शिकायत दे सकता है कुछ जातकों को हृदय से संबंधित परेशानियां भी हो सकती हैं,विशेष तौर से मई और जून के महीने में उस समय पर गाड़ी चलाने मे भी सावधानी रखें |

शनि और केतु का दशम भाव से गुजरना नौकरी हेतु उठापटक वाला समय रहेगा कुछ लोगों को नौकरी से निकाला भी जा सकता है अथवा उनका तबादला भी हो सकता है,जातक विशेष के साथी ही उसको परेशानी खड़ी कर सकते हैं | विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय अच्छा नहीं रहेगा घर में बीमारी के कारण पढ़ाई में मन नहीं लगेगा तथा गृह क्लेश की संभावनाएं बनी रहेंगी | स्त्रियों के लिए हेतु स्वास्थ्य अथवा मात्र सेवा हेतु अस्पताल से संबंधित खर्चे बढ़ सकते हैं |

उपाय के तौर पर पक्षियों को पांच प्रकार का अनाज खिलाना तथा चांदी के गिलास में पानी पीना लाभदायक रहेगा |


रविवार, 17 मार्च 2019

राशि अनुसार राहू केतू का प्रभाव .....3

7)तुला राशि इस राशि से राहु का नवां व केतू का तृतीय गोचर होगा | इस राहू के दसवें भाव से नवे भाव में जाने से कार्य क्षेत्र में आ रही परेशानियों का हल हो जाएगा तथा कार्य की अधिकता बढ़ जाएगी,अभिभावकों से दूरी हो सकती है अथवा आपको कहीं दूसरे स्थान विदेश इत्यादि जाना पड़ सकता है,जो विदेश से संबंधित पढ़ाई-लिखाई करना चाह रहे हैं उनको जाने के अवसर प्राप्त हो सकते हैं | नवे भाव में वायु तत्व राशि में राहु का जाना रक्त संबंधी परेशानियां खड़ा कर सकता है पिता से संपत्ति संबंधित विवाद हो सकते हैं भाग्य से आपको परेशानियां मिल सकती हैं परंतु गुरु और शनि का प्रभाव आपको रक्षा भी प्रदान करेगा,माता को सेहत संबंधी  परेशानियां हो सकती हैं

दो पाप ग्रहों का तीसरे भाव से गुजरना आपके साहस को रुकावट प्रदान करेगा भाई बहनों से लड़ाई झगड़े करवा सकता है,नया मकान प्राप्त करने में सहयोग दे सकता है |

विद्यार्थी वर्ग हेतु राहु का नवम भाव में जाना कुछ दिनों के लिए शिक्षा संबंधी परेशानीया दे सकता है | स्त्री जातकों को सेहत का लाभ होगा तथा विवाह आदि के अवसर मिल सकते हैं,नए स्थान में जाना अथवा नया वाहन प्राप्त करने के योग्य भी बन रहे हैं |

उपाय के तौर पर गौशाला में हरा चारा देना,भाई बहनों से अच्छे संबंध बनाकर चलना अच्छा रहेगा तथा  काजल का इस्तेमाल बिल्कुल ना करना शुभ रहेगा |

8)वृश्चिक राशि - इस राशि से राहु का गोचर अष्टम भाव में तथा केतु का गोचर दूसरे भाव में होगा आठवां भाव दुख,तकलीफ,डिप्रेशन,मृत्यु तथा रुकावटो से संबंधित होता है | जब राहु आठवें भाव में जाता है तो इन सभी कारकत्वों को प्रभावित करता है ऐसे मे जातक को नकारात्मक प्रभाव मिलते हैं क्योंकि आठवां भाव जातक के पेट के निचले हिस्से के विषय में बताता है तो जातक को किसी भी तरह की कोई न कोई परेशानी हो सकती है,मिथुन क्योंकि वायु तत्व की राशि है जिसे राहु रोक लेता है ऐसे में जातक को सांस लेने की दिक्कत हो सकती है अतः जातक को तनाव से बचना चाहिए,कोई भी कार्य करने से पहले 2 बार सोचना चाहिए,बहुत से फल फ्रूट व द्रव्य पदार्थों का सेवन जातक विशेष को मूत्र संबंधी विकारों से बचा सकता है,किसी भी प्रकार की हानी से बचने के लिए जल्दबाजी कदापि ना करें,शेयर मार्केट में धन इत्यादि का निवेश कदापि ना करें,किसी को धन दिया तो वापस नहीं आएगा,कर्ज़ इत्यादि देने से पहले कई बार सोचें,जब अष्टम भाव में राहू होगा तथा दूसरे भाव में शनि केतु का प्रभाव होगा तो जातक विशेष को सरकार से दंड मिलने के योग बनेंगे तथा आर्थिक हानि भी होगी,आंखों में और गले में दिक्कत हो सकती है जो की लंबी चल सकती है अतः सावधानी रहना ठीक रहेगा |

विद्यार्थी वर्ग के लिए राहु का अष्टम भाव में जाना उन्हें गलत संगत में भेज सकता है जिससे उन्हें शिक्षा में परेशानी अथवा हानी हो सकती है | स्त्री जातकों को शारीरिक कष्ट मिलने के योग हैं पेट अथवा युटेरस से संबंधित बीमारी हो सकती है |

उपाय के तौर पर गणेश जी का मंत्र तथा हवन करना तथा घर की छत को पूरी तरह से साफ सुथरा रखना राहु के अशुभ प्रभाव से बचाएगा |


9)धनु राशि इस राशि से राहू का सप्तम भाव से तथा केतू का प्रथम अथवा लग्न भाव से गोचर होगा राहू के सप्तम होने के कारण बिजनेस में अथवा जीवनसाथी से तनाव हो सकता है यह राहु नए प्रेम प्रसंग करवा सकते हैं,जीवनसाथी से तनाव अथवा अलगाव की स्थिति बन सकती है,पेट के आसपास  परेशानियां हो सकती हैं,यदि दशा पर अंतर्दशा भी खराब हो तो शल्य चिकित्सा भी करवानी पड़ सकती है जोड़ों में दर्द होने के कारण परेशानियां आ सकती हैं जिससे इनके जीवन साथी को बहुत सारा तनाव अथवा परेशानी हो सकती है,जब इस राहु के साथ अन्य ग्रह भी जुड़ेंगे तो अब आपस में और भी परेशानी के योग बनेंगे और तनाव बढ़ता ही जाएगा,बच्चों के कारण भी तनाव बनेंगे |

शनि केतु के लग्न में होने से वाणी संबंधी विकार होंगे तथा बिना सोचे समझे काम करने की प्रवृत्ति बनेगी,तीसरे भाव का स्वामी जब केतु के साथ लग्न में होगा तो भाई बहनों से भी कोई ना कोई तनाव हो सकता है जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंच सकती है |

विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय अच्छा नहीं होगा,विदेशों में पढ़ाई महंगी हो जाएगी किसी भी विषय की पढ़ाई की पूर्ण जानकारी कर ही आगे की कार्रवाई करें | स्त्री जातकों को स्वास्थ्य की परेशानी हो सकती हैं जिसमे हाइपरटेंशन अथवा वर्तिगों की समस्या हो सकती है,सप्तम भाव का राहु जीवनसाथी को प्रभाव मे ले लेगा अत: विवाह करने से पहले जांच पड़ताल करके ही विवाह करें |


उपाय के तौर पर केसर और हल्दी के साथ साड़ी का दान शुक्रवार के दिन देना आपसे संबंधों को मजबूत बनाएगा था स्नान के बाद गणपति स्रोत को पढ़ना लाभदायक होगा |

शुक्रवार, 15 मार्च 2019

राशि अनुसार राहू केतू प्रभाव ....2

4)कर्क राशि से राहु का बारहवें भाव में तथा केतु का छठे भाव में गोचर रहेंगा | बारवा भाव जो कि नींद अथवा खर्चे का है जब राहु प्रथम भाव से बारहवें भाव में जाएगा तो खर्चों में अधिकता हो जाएगी, मकान बदलने की योग बनेंगे,काम का प्रेशर बढ़ने के कारण जोड़ों में दर्द हो सकता है,मधुमेह से संबंधित व्यक्तियों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है उनको पाव से संबंधित दिक्कत हो सकती है परंतु गुरु का पंचम और शनि का छठे भाव में होना उनको विदेश भी ले जा सकता है | खर्चों में अधिकता तथा बैंक अकाउंट में परेशानी जैसे हालात बनेंगे,बच्चों को अपनी आंखों का ध्यान रखना चाहिए उन्हें चोट लगने के योग बन रहे हैं कुछ लोगों को मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराना पड़ सकता है |

केतु का सातवें भाव से छठे भाव में जाना जहां मित्रों से संबंधित परेशानियों को हल करेगा वही दांपत्य जीवन की कड़वाहट मे भी कमी करेगा,गुरु का पांचवे भाव में रहना परिवारिक जीवन को नियंत्रण में कर  रहा हैं तथा राहु के बारहवे घर में होने के दुष्प्रभावों से भी बचा रहा हैं |

विद्यार्थियों के लिए खर्चे के योग बनेंगे तथा घूमने-फिरने की अधिकता रहेगी जिससे पढ़ाई का नुकसान हो सकता है | स्त्री जातकों के लिए विवाह अथवा संतान जन्म होने से खुशी का माहौल बना रहेगा, चलते समय थोड़ा सा ध्यान रखें क्योंकि राहु बारहवें भाव में गोचर कर रहा होगा जो पैरों से संबंधित होता है |

उपाय के तौर पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ प्रत्येक गुरुवार को करना तथा हल्दी मिला दूध पीना लाभदायक रहेगा |

5)सिंह राशि इस राशि से राहु का ग्यारहवें भाव से गोचर होगा जो कि अच्छा माना जाता है इस भाव में गुरु शनि राहु और केतु हमेशा लाभ देते हैं क्योंकि यह देर तक इस भाव से रहते हैं | राहु जैसा कि ऐश्वर्या कारक है उसका लाभ स्थान में गुजरना जातक को आर्थिक लाभ प्रदान करता है,इस दौरान जातक का व्यापार नई ऊंचाइयां प्राप्त कर सकता है,एक्सपोर्ट इंपोर्ट का काम बहुत बढ़िया हो सकता है | काफी समय से रुके हुये जो कार्य थे वह शुरू हो सकते हैं,राहु के ग्यारहवें भाव में जाने से कार्य क्षेत्र में जो परेशानी आती रही है वह खत्म हो जाएगी | जब अन्य ग्रह भी इस राहु से मिलेंगे तो ग्यारहवें भाव को और भी ज्यादा लाभ मिलेगा |

पंचम भाव में शनि और केतु का होना आपको सम्मान में नुकसान पहुंचा सकता है परंतु राहु का 11वे  भाव में होना आपकी मनोकामनाओ को अवश्य पूरा कर धन का विशेष लाभ भी कराएगा,बच्चों को खर्चे से बचना चाहिए राहु का 11 वे भाव में होना उनके लिए बहुत से अच्छे शिक्षा से संबंधित अवसर प्रदान कर रहा है,विदेश योग भी बन रहा है | स्त्री जातकों को गाड़ी चलाने पर विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए है | शनि केतु के पंचम भाव में होने से कुछ कार्यों में विलंब भी होंगे |

उपाय के तौर पर हनुमान चालीसा प्रतिदिन पढ़ना तथा भोजन के बाद सौंफ खाना लाभदायक होगा |


6)कन्या राशि हेतु राहु का दशम भाव में जाने से कार्य क्षेत्र में बदलाव होना निश्चित जान पड़ता है,कार्य की अधिकता रहेगी आप जो कुछ भी कार्य करेंगे उसपर आपके कुछ अधिकारियों की नजर रहेगी,जो जातक मीडिया अथवा शिक्षा क्षेत्र से संबंधित हैं उन्हें कोई परेशानियां मिलेगी,विशेष तौर से ऐसी जगह जहां बच्चे काम करते हो या बच्चों से संबंधित काम होता है सावधान रहने की जरूरत है,हवाई यात्रा में विशेष तौर से सावधानी रखें,राहु का दसवें भाव में होना उन लोगों को मदद करेगा जिनके पास अब तक कोई काम नहीं था उन्हें काम मिल जाएगा,विदेशों से व्यापार बढ़ने की योग बनेंगे,कुछ सरकारी अधिकारी रिश्वत के इल्जाम में पकड़े जा सकते हैं | जब मंगल राहु के साथ मई माह में चौथे भाव से संबंध बनाएगा जहां पहले से केतु और शनि होंगे इस राशि वालो को कोई रक्त संबंधित परेशानियां हो सकती हैं प्रॉपर्टी से संबंधित कोई विवाद उठेगा,प्रॉपर्टी को बेच पाना मुश्किल होगा,गाड़ियों के कारण खर्चा होने के योग बनेंगे |

विद्यार्थी वर्ग को शिक्षा में परेशानियां हो सकती हैं तथा घर का माहौल खराब रहने से उनकी पढ़ाई का नुकसान हो सकता है | स्त्री जातक को को मां की सेहत से दिक्कत हो सकती हैं जिनकी वजह से खर्चा हो सकता है लंबी दूरी की यात्रा के कारण जोड़ में दर्द हो सकता है |


उपाय के लिए मां दुर्गा की पूजा करना तथा अपने पैरों में सरसों का तेल लगाना लाभदायक रहेगा |

गुरुवार, 14 मार्च 2019

राहू केतू परिवर्तन का विभिन्न राशियो पर प्रभाव


राहु केतु परिवर्तन विश्व और भारत  --- https://youtu.be/ahcBs2wjXg8
 
2.58 मेष राशि -- https://youtu.be/6eBn83ruwQ4

2.23 मिथुन राशि  - https://youtu.be/CXTzYStQYBU

2.32 वृषभ राशि  - https://youtu.be/rAjSwB4k17g

2.23 कन्या राशि  - https://youtu.be/cwzbH9_XA8U

2.22 सिंह राशि - https://youtu.be/ATlyrHyBcSQ

2.47 कर्क राशि  - https://youtu.be/d3Z2Ymjz0kg

2.34 तुला राशि  - https://youtu.be/xfKOVqNpmsY

3.0 7 वृश्चिक राशि - https://youtu.be/wkQFB6MK1uM
2.51 धनु राशि - https://youtu.be/QJX42M-AI3I

राशि अनुसार राहु केतु का प्रभाव |


1)मेष राशि हेतु राहु तीसरे तथा केतु नवे घर से गुजरेंगे,ऐश्वर्या कारक राहू का तीसरे भाव से गुजरना जातक को धन की प्राप्ति करवाएगा |

जब राहु मिथुन राशि से गुजरेंगे जो कि बुध की राशि है और काल पुरुष की तीसरे भाव से संबंधित है तो जो लोग लेखन क्षेत्र में है उनको विशेष रूप से लाभ मिलेगा,कंसलटेंसी एजेंसीज आदि को लाभ होगा,संचार के साधनों में बहुत वृद्धि होगी परंतु इन लोगो मे झूठ बोलने की प्रवृति में भी वृद्धि होगी तीसरा भाव भाई बहनों का है जिनसे तनाव रह सकता है | कुछ अपने परिवार को छोड़कर अलग भी जा सकते हैं क्योंकि राहु चौथे भाव से तीसरे भाव में होगा जो संपत्ति से संबंधित विवादों का अंत कर देगा नए मकान इत्यादि में जाने के योग भी बनेंगे क्योंकि बृहस्पति अष्टम भाव से चतुर्थ भाव को दृष्टि भी डाल रहे हैं | राहु के तीसरे भाव में जाना और उसका अच्छी दशा भक्ति में होना जातक विशेष को बड़ा लाभ देगा,जब मंगल सूर्य और बुध राहु से जून और जुलाई के माह में मिलेंगे तो जातक विशेष को कंधा अथवा छाती से संबंधित बीमारी हो सकती है अत: जिन्हें हृदय संबंधित परेशानी रही है उन्हें सावधान रहने की जरूरत है |

केतु का नवे भाव से गुजरना पिता हेतु अच्छा नहीं है इससे उनकी सेहत में नुकसान होगा अथवा उसे दूरी बढेंगी,लंबी दूरी की खर्चीली यात्रा जो कि अतीत से संबंधित है आपका खर्चा कराएगी,भाग्य स्थान जो की अग्नि तत्व से संबंधित है उसमें पहले से ही शनि विराजित हैं जातक के दुर्भाग्य को ही बढ़ाएंगे अनावश्यक रूप से खर्चों से बचें था तथा अपने मान सम्मान की रक्षा करें |

विद्यार्थी वर्ग को राहु के चौथे भाव से तीसरे भाव में आने पर शिक्षा क्षेत्र में लाभ मिलेंगे,स्त्री जातिका को कोई नया वाहन प्राप्त होने की संभावना बनेगी तथा कार्य क्षेत्र में तरक्की के योग बनेंगे |

उपाय के तौर पर प्रत्येक महीने अपने जन्म नक्षत्र के दिन गणेश जी का हवन करना तथा गणेश मंदिर में केलो का दान करना लाभदायक रहेगा |

2)वृषभ राशि इस राशि से राहु दूसरे और केतु आठवें भाव से गोचर करेंगे | राहु का दूसरे भाव जो कि धन परिवार अथवा वाणी से संबंधित है से गुजरना इन सब क्षेत्रों में प्रभाव डालेगा जिसे जातक विशेष को धन संबंधी परेशानियां,वाणी दोष तथा कुटुंब परिवार से दिक्कत होने के योग बनाएगा अतः वाणी पर नियंत्रण रखें,किए गए वादों को पूरा करना मुश्किल होगा जब सूर्य राहु से जून और जुलाई में जाकर मिलेगा तब आंखों से संबंधित परेशानियां हो सकती है यदि दशा भक्ति भी खराब हो तो कोई छोटी मोटी सर्जरी भी हो सकती है,गले अथवा दांतो की परेशानियां हो सकती है | कुटुंब परिवार से प्रॉपर्टी से संबंधित कोई विवाद जन्म ले सकता है गुरु का सातवें भाव में होना आपके खर्चों को खुशी में बदल सकता है मंगल राहु से मई 2019 में जाकर जुड़ेंगे इसके अतिरिक्त सूर्य और बुध भी दूसरे भाव में जाकर जब राहु से मिलेंगे तो यह इस राशि के लिए थोड़ा मुश्किल समय होगा जिससे उन्हें साइनस सांस संबंधी दिक्कतें मुंह में घाव अथवा सूजन होना तथा दांत संबंधी बीमारियां हो सकती हैं |

केतु के आठवें भाव में जाना था शनि से जाकर मिलना बहुत सारी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है | आध्यात्मिक जीवन की तरफ जाना,तीर्थ स्थानों की यात्रा करना तथा गुरुजनों से मिलना केतु के आठवे भाव में जाने के परिणाम हो सकते हैं |

विद्यार्थी हेतु विदेश अथवा उच्च शिक्षा के लिए अच्छा समय होगा परंतु उन्हें दोस्ती यारी से बचना पड़ेगा अन्यथा उन्हें नुकसान हो सकता है | स्त्री जातकों को वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए जिससे वाद विवाद से बचा जा सकता हैं,कुछ की नौकरी छूट सकती है तथा कुछ को संतान जन्म के कारण परेशानियां आ सकती है |

उपाय के तौर पर दुर्गा सप्तशती का पाठ करना,ब्राह्मणों की मदद करना तथा प्रत्येक सोमवार शिव लिंग के आगे शीश झुकाना लाभदायक रहेगा |

3)मिथुन राशि से यह राहु प्रथम भाव अर्थात लग्न से गुजरेंगे तथा केतु सप्तम भाव से गुजरेंगे | राहु के प्रथम भाव में होने से धैर्य की कमी होने से आप दूसरों की बातों को नहीं सुनना पसंद करेंगे,आप में जल्दबाजी रहेगी जिससे आपको काफी नुकसान होगा,राहु का जन्म राशि में वायु तत्व राशि से गुजरना आपको गलत तरीके से लोगों के प्रति नजरिया प्रदान करेगा,आप दूसरों को नुकसान पहुंचाना पसंद करेंगे वैवाहिक जीवन में भी तनाव आ सकता है आपकी जन्म राशि में राहू के होने से परिवारिक जीवन खतरे में पड़ेगा,कुछ के तलाक भी हो सकते हैं आपके चेहरे की आकृति बदलेगी अथवा चेहरे में कोई परेशानी आ सकती है |

सप्तम भाव में शनि संग केतु का जाना आग में घी का काम करेगा सातवां भाव जो कि पारिवारिक वातावरण और पति-पत्नी के विषय में बताता है उससे लड़ाई झगड़े होने के योग बनेंगे,कोई पूर्व प्रेम संबंध उजागर हो सकता है जिससे आपके घर की खुशियों में ग्रहण लग सकता है | जब मंगल,सूर्य और बुध राहु से मई के महीने में मिथुन राशि में साथ होंगे आपको जबरदस्त सिरदर्द अथवा धन से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं,भाई बहनों से वाद विवाद भी हो सकता है,बच्चों की सेहत में परेशानियां अथवा शिक्षा में दिक्कत आने के योग भी बन रहे हैं |

विद्यार्थी वर्ग को याददाश्त में कमी होने के कारण काफी परेशानियां मिल सकती हैं तथा शरीर में आलस भी रह सकता है जिससे वह अपने काम बाद में करने की सोचेंगे | स्त्री जातिकाओ हेतु राहु का प्रथम भाव में जाना शुभता नहीं दे रहा है जिससे उनको मानसिक शांति रहेगी भले ही गुरु का छठे भाव में जाना उनको सुख प्रदान कर रहा है परंतु सप्तम भाव से राहु केतु शनि केतु का गोचर उदर संबंधी विकार दे सकता है जिससे सेहत व धन दोनों का नुकसान हो सकता है |

उपाय के तौर पर ध्यान लगाना अथवा मां दुर्गा की पूजा करना अच्छा रहेगा,प्रत्येक बुधवार किसी बूढ़ी  स्त्री को पालक दान करना लाभदायक होगा |