4)कर्क राशि से राहु का बारहवें भाव में तथा केतु का छठे भाव में गोचर रहेंगा | बारहवा भाव जो कि नींद अथवा खर्चे
का है जब राहु प्रथम भाव से बारहवें भाव में जाएगा तो खर्चों में अधिकता हो जाएगी, मकान बदलने की योग बनेंगे,काम का प्रेशर
बढ़ने के कारण जोड़ों में दर्द हो सकता है,मधुमेह से संबंधित
व्यक्तियों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है उनको पाव से संबंधित दिक्कत हो सकती
है परंतु गुरु का पंचम और शनि का छठे भाव में होना उनको विदेश भी ले जा सकता है | खर्चों में अधिकता तथा बैंक अकाउंट में परेशानी जैसे हालात बनेंगे,बच्चों को अपनी आंखों का ध्यान रखना चाहिए उन्हें चोट लगने के योग बन रहे हैं
कुछ लोगों को मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी कराना पड़ सकता है |
केतु का
सातवें भाव से छठे भाव में जाना जहां मित्रों से संबंधित परेशानियों को हल करेगा वही दांपत्य जीवन की कड़वाहट मे भी कमी करेगा,गुरु का पांचवे भाव में रहना परिवारिक जीवन को नियंत्रण
में कर रहा हैं तथा राहु के बारहवे घर में होने के
दुष्प्रभावों से भी बचा रहा हैं |
विद्यार्थियों
के लिए खर्चे के योग बनेंगे तथा घूमने-फिरने की अधिकता रहेगी जिससे पढ़ाई का
नुकसान हो सकता है | स्त्री
जातकों के लिए विवाह अथवा संतान जन्म होने से खुशी का
माहौल बना रहेगा, चलते समय
थोड़ा सा ध्यान रखें क्योंकि राहु बारहवें भाव में गोचर कर रहा होगा जो पैरों से
संबंधित होता है |
उपाय के तौर
पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ प्रत्येक गुरुवार को करना तथा हल्दी मिला
दूध पीना लाभदायक रहेगा |
5)सिंह राशि इस राशि से राहु का ग्यारहवें भाव से गोचर होगा जो कि अच्छा माना
जाता है इस भाव में गुरु शनि राहु और केतु हमेशा लाभ देते हैं क्योंकि यह देर तक इस
भाव से रहते हैं | राहु जैसा कि
ऐश्वर्या कारक है उसका लाभ स्थान में गुजरना जातक को आर्थिक लाभ प्रदान करता है,इस दौरान जातक का व्यापार नई ऊंचाइयां प्राप्त कर सकता है,एक्सपोर्ट इंपोर्ट का काम बहुत बढ़िया हो सकता है | काफी समय से रुके हुये जो कार्य थे वह शुरू हो सकते हैं,राहु के ग्यारहवें भाव में जाने से कार्य क्षेत्र में जो परेशानी
आती रही है वह खत्म हो जाएगी | जब अन्य ग्रह
भी इस राहु से मिलेंगे तो ग्यारहवें भाव को और भी ज्यादा लाभ मिलेगा |
पंचम भाव में
शनि और केतु का होना आपको सम्मान में नुकसान पहुंचा सकता है परंतु राहु का 11वे भाव में होना आपकी मनोकामनाओ को अवश्य पूरा कर धन का विशेष लाभ भी कराएगा,बच्चों को खर्चे
से बचना चाहिए राहु का 11 वे भाव में होना उनके लिए बहुत से अच्छे शिक्षा से संबंधित
अवसर प्रदान कर रहा है,विदेश योग भी
बन रहा है | स्त्री जातकों को गाड़ी चलाने पर विशेष रूप से
ध्यान रखना चाहिए है | शनि केतु के पंचम
भाव में होने से कुछ कार्यों में विलंब भी होंगे |
उपाय के तौर पर
हनुमान चालीसा प्रतिदिन पढ़ना तथा भोजन के बाद सौंफ खाना लाभदायक होगा |
6)कन्या राशि हेतु राहु का दशम भाव में जाने से
कार्य क्षेत्र में बदलाव होना निश्चित जान पड़ता है,कार्य की अधिकता रहेगी आप जो कुछ भी कार्य करेंगे उसपर आपके कुछ अधिकारियों
की नजर रहेगी,जो जातक मीडिया
अथवा शिक्षा क्षेत्र से संबंधित हैं उन्हें कोई परेशानियां मिलेगी,विशेष तौर से ऐसी जगह जहां बच्चे काम करते हो या बच्चों से संबंधित काम होता
है सावधान रहने की जरूरत है,हवाई यात्रा में
विशेष तौर से सावधानी रखें,राहु का दसवें
भाव में होना उन लोगों को मदद करेगा जिनके पास अब तक कोई काम नहीं था उन्हें काम मिल
जाएगा,विदेशों से व्यापार बढ़ने की योग बनेंगे,कुछ सरकारी अधिकारी रिश्वत के इल्जाम में पकड़े जा सकते हैं | जब मंगल राहु के साथ मई माह में चौथे भाव से संबंध बनाएगा जहां पहले से
केतु और शनि होंगे इस राशि वालो को कोई रक्त संबंधित परेशानियां
हो सकती हैं प्रॉपर्टी से संबंधित कोई विवाद उठेगा,प्रॉपर्टी को
बेच पाना मुश्किल होगा,गाड़ियों के कारण
खर्चा होने के योग बनेंगे |
विद्यार्थी वर्ग
को शिक्षा में परेशानियां हो सकती हैं तथा घर का माहौल खराब रहने से उनकी पढ़ाई का
नुकसान हो सकता है | स्त्री जातक को
को मां की सेहत से दिक्कत हो सकती हैं जिनकी वजह से खर्चा हो सकता है लंबी दूरी की
यात्रा के कारण जोड़ में दर्द हो सकता है |
उपाय के लिए मां
दुर्गा की पूजा करना तथा अपने पैरों में सरसों का तेल लगाना लाभदायक रहेगा |
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