गुरुवार, 19 दिसंबर 2019

राहु केतू का स्वराशि गोचर



राहु केतू का स्वराशि गोच

इतिहास में देखने में आता है कि जब भी राहु व केतु अपने-अपने नक्षत्र में गोचर करते हैं तब धरती पर कोई ना कोई आपदा अवश्य ही आती है | राहु 26 सितंबर 2019 से 22 अप्रैल 2020 के बीच स्वयं के आद्रा नक्षत्र में गोचर कर रहे हैं तथा केतु 12 फरवरी 2020 से 20 सितंबर 2020 तक अपने नक्षत्र मूल में गोचर करेंगे,इस प्रकार देखें तो 12 फरवरी 2020 से 22 अप्रैल 2020 का समय धरती के लिए विनाशकारी साबित होगा |

24 जनवरी 2020 तक शनि के साथ केतू भी रहेंगे,मंगल वृश्चिक राशि में 26 दिसंबर 2019 को प्रवेश करेंगे इस प्रकार से यह समय पूरी धरती के लिए बेहद शुभ गुजरेगा इसमें आर्थिक युद्ध आर्थिक परेशानियां,भूकंप,समुद्री तूफान,अग्नि दुर्घटनाएं,ज्वालामुखी विस्फोट इत्यादि होने की प्रबल संभावनाएं  पूरे विश्व भर मे रहेंगी |

भारत की पत्रिका में राहु केतु का यह अक्ष 2/8 भाव पर होगा तथा 26 दिसंबर 2019 को सूर्य ग्रहण भी इसी अक्ष मे होने के कारण लग्न से दूसरे-आठवें व चंद्र से छठे बारहवे होने के कारण भारत हेतु कतई अच्छा नहीं है इस समय भारत पर शनि चंद्र की दशा भी होगी जो विष योग का निर्माण करेगी जिससे  पड़ोसी देशों से लड़ाई झगड़े हो सकते हैं |

राहु केतु जब भी अपने अपने नक्षत्र में रहे हैं तब तधरती पर कोई ना कोई परेशानी अवश्य ही आई है अमरीका के वर्ल्ड ट्रेड टावर दुर्घटना वाले दिन 11 सितंबर 2001 को राहु केतु अपने ही नक्षत्रों में थे |

26 दिसंबर 2019 को धरती पर सूर्य ग्रहण पड़ेगा जो कि मूल नक्षत्र में पड़ रहा है जबकि केतू मूल नक्षत्र में 12/2/2020 को प्रवेश करेगा तथा 21-22 फरवरी 2020 को ग्रहण के अंश के बराबर हो जाएगा जो धरती पर अवश्य ही कोई विनाशकारी घटना को जन्म देगा |

वराहमिहिर के अनुसार जापान देश की राशि धनु,अमरीका की मिथुन तथा भारत की मकर राशि है इसी आधार पर देखें तो अमेरिका और जापान में भयानक खतरा होने के योग बन रहे हैं | 30 मार्च 2020 को मंगल,शनि और गुरु की युति भी आकाश में मकर राशि मे बनेगी,31 मार्च 2020 का संघटा चक्र देखे  तो युद्ध जैसे हालात नज़र आते हैं जब मंगल और शनि एक साथ आ जाएंगे इस चक्र के अनुसार चंद्र मंगल राहु शनि का वेयुद्ध जैसे हालात बता रहा है | 31 मार्च 2020 भारत के लिए अच्छा समय नहीं बता रहा हैं इस दिन मकर राशि पर मंगल और शनि दोनों का प्रभाव है तथा चंद्र और राहु का वेभी है | 8 अप्रैल 2020 को चंद्रमा जब कन्या राशि में जाएगा तो उसका राहु से वेहोगा |

इस प्रकार देखे तो यह समय भारतवर्ष के लिए विशेष रूप से खतरनाक होगा भारत में आतंक से संबंधित कोई घटना हो सकती है |


26 दिसंबर 2019 को धरती पर सूर्य ग्रहण




26 दिसंबर 2019 को धरती पर सूर्य ग्रहण धनु राशि में पड़ेगा जोकि सऊदी अरब,कतर,अरब अमीरात, ओमान,भारत,श्रीलंका,मलेशिया,इंडोनेशिया तथा सिंगापुर में दिखाई देगा |यह ग्रहण सुबह 8:00 बजे आरंभ होगा और लगभग 5 घंटे तक रहेगा,धरती पर ग्रहण वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक रूप से संवेदनशील समय बताता है हमारे पूर्वज ग्रहण के समय उपवास रखने का विधान बताते थे क्योंकि इस समय पाचन तंत्र धीमी गति काम कर रहा होता है |

25 तारीख की रात को 8:00 बजे रात्रि भोजन कर जातक 26 तारीख की सुबह 8 बजे ग्रहण से पूर्व स्नान करना तथा अंत में भी स्नान करना चाहिए |

ग्रहण के समय मंत्र दीक्षा,ध्यान लगाना,मंत्रों का जाप करना प्रत्येक राशि के अनुसार शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है |

मेष और वृश्चिक राशि वालों को सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए |

मकर,कुंभ और कर्क राशि वालों को ॐ नमः शिवाय का जाप |

सिंह,मीन,वृषभ और तुला राशि वालों को गायत्री मंत्र का जाप तथा मिथुन,कन्या व धनु राशि वालों को श्री कृष्णाय नमः अथवा ॐ गं गणपतए नमः का जाप करना चाहिए |

जिन छात्रों पर मंगल की दशा या भुक्ति चल रही हो उन्हें हनुमान चालीसा या हनुमान श्रोत पढ़ना चाहिए |

ग्रहण के समय मंत्र जाप करना,दान करना,हवन करना बहुत लाभ देता है |

सूर्य ग्रहण से अगले 7 दिन धरती के बहुत ही विध्वंसक माने जाते हैं |

ग्रहण के समय सूर्य चंद्र के वायु नवांश में होने से तथा एक ही भाव मे अधिक ग्रह होने से भूकंप आने के योग भी बन रहे हैं जो कि काफी बड़े पैमाने पर तबाही ला सकता है ऐसा भारत जापान और चीन में होता नजर आता है शनि ग्रह का मकर राशि में प्रवेश करना भी भारतवर्ष में जबरदस्त बर्फबारी के साथ-साथ बारिश लाएगा |