सोमवार, 28 सितंबर 2009

अक्तूबर २००९ का आंकलन

अक्तूबर २००९ के ग्रह गोचर -सूर्य १७ तारीख से अपनी नीच राशिः तुला पर प्रवेश करेंगे
मंगल ५ तारीख से अपनी नीच राशिः कर्क में प्रवेश करेंगे
बुध ५ तारीख से कन्या राशिः में तथा १७ को अस्त व २५ से तुला राशिः में प्रवेश करेंगे
गुरु १३ से मकर राशिः में मार्गी होंगे
शुक्र १० से अपनी नीच राशिः कन्या में ,शनि ६ से कन्या राशिः में उदित व राहू केतु क्रमश मकर व कर्क में रहेंगे
इस माह ५ सोमवार होने कृषि के उत्पादनों में बढोतरी होगी ,५ गुरूवार होने से पश्चिमी प्रान्तों व देशो में कष्टकारी हालत रहेंगे ,५ शुक्रवार होने से सुख साधनों में वृद्धि तथा स्त्री जाति का प्रभुत्व बढेगा तथा ५ शनिवार होने से महंगाई व जनता में रोष बढेगा, हड़ताले अग्निकांड जैसे घटनाएं होगी
मास की शुरुआत में मंगल शनि का दृष्टी सम्बन्ध स्वायीन् फ्लू जैसी बीमारी के केस में बढावा करेगी तथा गुरु राहू की शनि पर दृष्टि पश्चिमी देशो पर प्राकृतिक आपदाओ का संकेत दे रही ५ तारीख से मंगल का राहू से पूर्ण दृष्टि सम्बन्ध अग्निकांड,वायु दुर्घटना,व सीमा पर घुसपैठ होना दर्शा रहा हैं
१३ तारीख से गुरु का मार्गी होना व २५ तक कालसर्प योग का बनना भूकंप,भूस्खलन व प्राकृतिक प्रकोप बता रहे हैं
१० तारीख से सोना व चान्दी के भावो में जबदस्त उछल के संकेत मिल रहे हैं यह माह मेष,मिथुन,कुम्भ व मीन राशियो हेतु मिश्रित फल वाला,वरिश,सिंह के लिए सामान्य तथा शेष राशियो हेतु शुभ व उन्नतिकारक रहेगा
इस माह की भविष्यवाणी -किसी नामी व्यक्ति को अन्तरराष्ट्रीय सम्मान मिलने की सम्भावना दिखाई देती हैं (लेखक,पत्रकार व गायक)

आज भारत ही जीतेगा

आज २८ तारीख को जब चैंपियंस ट्राफी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच खेला जाएगा तब सितारों की दृष्टि से देखने पर पता चलता हैं की भारत यह मैच जीत जाएगा
आज भी हमेशा की तरह भारत सचिन,द्रविड़ और हरभजन सिंह के इर्द गिर्द ही घूमेगा जिसमे सचिन के सितारे काफ़ी अच्छे संकेत दे रहे हैं अगर कप्तान धोनी की बात करे तो पहले बल्लेबाजी करना भारत के हित में होगा
ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से पोंटिंग और जॉन्सन भारत के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं
भारत की और से एक नया प्लेयर इस मैच में काफ़ी अहम् भूमिका निभाएगा ......शेष प्रभु इच्छा

शुक्रवार, 25 सितंबर 2009

अफ्रीका में इंडिया

कल जब चैंपियंस ट्राफी में भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाएगा तब दोनों देशो के सितारों का आंकलन किया जाए तो पाकिस्तान का पलडा भारी नज़र आता हैं आइये देखते है कैसे-
कल तारीख है२६ जिसका योग होता हैं आठ,पाकिस्तान का योग होता हैं आठ,शनिवार का योग होता हैं आठ,तथा पकिस्तान के कप्तान शाहिद अफरीदी के ग्रह सितारों का विश्लेषण करने से पता चलता हैं की यह मैच पाकिस्तान ही जीतेगा
भारत की बात करे तो हमेशा की तरह भारत काफ़ी हद तक सचिन तेंदुलकर,गंभीर,व हरभजन पर निर्भर करेगा लेकिन कल सचिन और गंभीर ज्यादा अच्छा नही खेल पाएंगे ऐसा ग्रह नक्षत्र दर्शा रहे है
एक भारतीय होने के नाते व क्रिकेट का शौकीन होने के कारण मै चाहता हूँ की मेरा भारत ही जीते ........आगे जैसी प्रभु की इच्छा .......

शुक्रवार, 18 सितंबर 2009

गणेश जी की मानस पूजा एवं व्यक्तित्व

सभी देवो में गणेश का नाम सर्वप्रथम लिया जाता हैं |समस्त पूजन विधानों में भी सर्वप्रथम गणेश स्मरण किया व कराया जाता हैं|गणेश शब्द का अर्थ ही हैं "गणों का ईश "अर्थात समस्त प्राणियो का स्वामी ,गणेश जी के बहुत से अन्य नाम भी हैं जैसे गणपति,गजानन,लम्बोदर,विघ्नहर्ता आदि|
भगवन गणेश विद्या ,बुद्धि एवं लक्ष्मी प्रदाता,मंगलकर्ता व सर्वसिद्धिदायक हैं|इनके पूजन मात्र से समस्त कामनाये पूर्ण होती हैं तथापि इनकी पूजा उपासना व साधना अधिक कठिन भी नही हैं |साधारणतया कोई भी व्यक्ति घर पर पूजा कर सकता हैं|प्रत्येक हिंदू परिवार में गणेश भगवान की मूर्ति व चित्र अवश्य होता हैं|पूजन समय यदि गणेश मूर्ति व चित्र ना भी हो तो सुपारी को कलावा लपेटकर गणेश बनाने का विधान समस्त कार्यो के पूजन में कराया जाता हैं|आगे गणेश भगवान की मानस पूजा हेतु श्लोक इस गणपति विशेषांक में लोकप्रिय पत्रिका सौभाग्यदीप में दिया जा रहा हैं|प्रत्येक व्यक्ति को प्रात:काल इस श्लोक का पाठ करना चाहिए जिसमे पुष्प,फल,फूल कुछ भी चढाने की ज़रूरत नही हैं बस पूजा घर में गणेश जी के सम्मुख श्रद्धा से यह पाठ करना चाहिए |
प्रस्तुत श्लोक का पाठ करने मात्र से समस्त कार्यो में सफलता व मनोकामनाओ की पूर्ति होती हैं|श्लोक हेतु सितम्बर माह २००९ की "सौभाग्यदीप नामक ज्योतिषीय "पत्रिका पढ़े |

गणेश जी का व्यक्तित्व:-गणेश मोक्ष रचित श्रोतो में गणेश जी के व्यक्तित्व के विषय में चर्चा की गई हैं |
बड़ा सिर -अर्थात बड़ा दिमाग व ज्ञान जिससे अपनी बुद्दि का सही व सटीक इस्तेमाल किया जा सके,अगर सोच ही छोटी होगी तो बड़े कार्य कैसे किए जायेंगे|
छोटी छोटी ऑंखें -अपनी सूक्ष्म दृष्टि होते हुए भी दूरदृष्टि व सूक्ष्म कमजोरी दोनों पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दिया जाए व गलतिया न की जाए |
बड़े कान -छाज की भांति ज़रूरी बातो को ग्रहण कर व्यर्थ को ना ध्यान में रखा जाए तथा कान हमेशा चौकन्ने रखकर खतरे को दूर से भांप लिया जाए |
लम्बी नाक -हमेशा सही ग़लत सूंघने की क्षमता रहे और बड़ी नाक के कारण कोई भी ग़लत काम ना किया जाए अन्यथा नाक कट जाने का भय बना रहे |
लंबा उदर-सबकी बातो को गोपनीय रखे वरना हानि व अपयश होता हैं | आप पर सभी विश्वास करे ऐसा होना चाहिए |
छोटे पैर -जिनके पैर छोटे होते हैं वो बड़े बुद्धिमान होते हैं ऐसा माना जाता हैं |स्वयं काम ना करके दुसरो से काम लेना एक अच्छे नेता के गुण होते हैं |
चार हाथ -प्रथम में अंकुश अपनी विषय वासनाओ पर अंकुश रखने हेतु ,दुसरे में पाश गलतियों की सज़ा हेतु दंड,तीसरे में मोदक कार्य के बाद फल की प्राप्ति ,तथा चोथे में आर्शीवाद हमेशा बडो का आशीष संग रखे |
सवारी चूहा -हर जगह उपलब्ध अत्यन्त चालक व फुर्तीला जानवर जो छोटी सी छोटी जगह में भी आसानी से आ जा सकता हैं |

इस प्रकार देखा जाए तो भगवान गणेश जी के रूप से कुछ ना कुछ प्रेरणा अवश्य ली जा सकती हैं |


पञ्च दिवसीय महापर्व दीपावली

दीपावली सनातन धर्म संस्कृति का सर्वाधिक लोकप्रिय पर्व हैं|धन समृद्दी खुशहाली तथा उल्लास का यह पर्व कार्तिक कृष्णपक्ष त्रियोदशी को शुरू होता हैं और कार्तिक शुक्ला द्वितीया तक चलता हैं इसलिए इसे पंचपर्व की संज्ञा दी गई हैं| इन पॉँच दिनों में अलग अलग मनोकामनाओ की पूर्ति के उद्देश्य से अलग अलग पर्व मनाये जाते हैं और अलग अलग देवी देवताओ की पूजा आराधना की जाती हैं|
धनतेरस
यह पर्व मुख्यत:धन्वन्तरी की जयंती के रूप तथा अकाल मृत्यु से रक्षा हेतु मनाया जाता हैं |पौराणिक कथानुसार समुद्र मंथन के दौरान १४ रत्नों में एक आयुर्वेद के जनक धन्वन्तरी भी थे जो अमृतकलश लेकर प्रगट हुए थे|धनतेरस के दिन रोगमुक्त जीवन और दीर्घायु की प्राप्ति हेतु धन्वन्तरी के चित्र के समक्ष उनकी पूजा आराधना करनी चाहिए और पूजा अर्चना के बाद श्लोक का यथा शक्ति पाठ करना चाहिए |
एक
अन्य मत के अनुसार यह पर्व काल मृत्यु से रक्षा की कामना से भी मनाया जाता हैं|इसी उद्देश्य से इस दिन लोग आटे का चौमुखी दिया बनाकर घर के बाहर अन्न की ढेरी पर रखकर दक्षिण दिशा की और मुख कर श्लोक पाठ करते हैं|
इस दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता हैं|मान्यता हैं की इस दिन बर्तन खरीदने से घर पर लक्ष्मी का वास होता हैं इसलिए समाज के अमीर गरीब सभी वर्गों के लोग इस दिन एक न एक बर्तन ज़रूर खरीदते हैं|
नरक चतुर्दशी
इस पर्व को रूप चतुर्दशी भी कहा जाता हैं |यह पर्व नरक की यातना से बचने और सन्मार्ग पर चलने की कामना से मनाया जाता हैं |इस दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करने वाले लोगो के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और नरक की यातना से उनकी रक्षा होती हैं |स्नान से पूर्व अपामार्ग की लकड़ी को ७ बार सिर के चारो और घुमाकर श्लोक का पाठ किया जाता हैं |स्नान के बाद अपामार्ग की लकड़ी को दक्षिण दिशा में विसर्जित कर दिया जाता हैं |शाम को पूर्व की और मुख कर चौमुखी दीप का दान किया जाता हैं |
हनुमान जी का अवतार भी इसी दिन हुआ था इसलिए श्रदालुजन इस दिन हनुमान मन्दिर में चोला चढाते हैं और हनुमान चालीसा और सुन्दरकाण्ड का पाठ करते हैं |
दीपावली
दीपो के यह पर्व लक्ष्मी प्राप्ति का सबसे बड़ा दिन माना जाता हैं|दीपावली से अनेक कथाये जुड़ी हैं एक कथा के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने वामनावतार लेकर बड़े कौशल से दैत्यराज बलि से लक्ष्मी को आज़ाद कराया
था दैत्यराज को यह वरदान दिया था की कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी,चतुर्दशी व अमावस्या के दिन पृथ्वी पर उसका राज्य रहेगा और इन तीन दिनों में जो कोई भी दीपदान कर लक्ष्मी का आह्वान करेगा लक्ष्मी उस पर अवश्य कृपा करेगी |दीपावली पर्व के अवसर पर कमला जयंती मनाई जाती हैं|
इसके अतिरिक्त इस दिन गणेश,लक्ष्मी,इन्द्र,कुबेर,सरस्वती,बहीखाता,तुला और दीपमालिका का पूजन व आरती करने का विधान हैं|इससे लक्ष्मी की से वर्ष भर कृपा बनी रहती हैं |

गोवेर्धन पूजा
इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर समस्त गोकुलवासियो को इन्द्र के प्रकोप से बचाया था | तभी की गोवर्धन पूजा की शुरुआत हुई|इस दिन विशेषकर गाय ,बैल आदि पशुओ की सेवा व पूजा अर्चना की जाती हैं तथा गोबर से आँगन लीपकर गोवेर्धन पर्वत व श्री कृष्ण भगवान् की मुर्तिया बनाकर उनका पूजन कर प्रार्थना की जाती हैं और उन्हें भोग लगाया जाता हैं |
प्रतिवर्ष गोवेर्धन पूजा करने से घर में धन,धान्य,समृधि आदि की कमी नही होती तथा अकाल नही पड़ता |इसे अन्नकूट पूजन भी कहा जाता हैं
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भाई दूज

इस पर्व को यम द्वितीया भी कहा जाता हैं|पौराणिक कथानुसार इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के निमंत्रण पर उनके घर गए,उनके हाथ से बना भोजन किया तथा उनसे वर मांगने को कहा |यमुना ने वर माँगा की जो भाई आज के दिन अपनी बहन के घर जाकर भोजन करे उसकी रक्षा हो अर्थात वह काल मृत्यु को प्राप्त नही हो |यमराज ने उन्हें वरदान दिया और चले गए |तभी से यह पर्व भाई बहनों के पर्व के रूप में में मनाया जाता हैं |इस दिन प्रत्येक व्यक्ति को पवित्र नदी में स्नान अवश्य करना चाहिए तथा यमराज के दस नामो का स्मरण करना चाहिए |स्नान के बाद बहन के घर जाकर भोजन करे उसे यथा शक्ति भेंट इत्यादि दे |यह पर्व वस्तुत भाई बहन के प्रेम का प्रतीक हैं|इससे दोनों के बीच प्रेम प्रगाढ़ होता हैं और बहन का सौभाग्य तथा भाई की आयु बढती हैं|

इस प्रकार दीपावली के ये पाँच पर्व विधिपूर्वक मनाने से सभी मनोकामनाये पूर्ण होती हैं |अतःये पांचो पर्व हर्षौल्लास से मनाने चाहिए |






मंगलवार, 8 सितंबर 2009

खेलो में बजेगा इंडिया का डंका


कल दिनांक ९ सितम्बर से शनि का राशिः परिवर्तन तथा १५ तारीख से भारत वर्ष पर सूर्य महादशा का लगना खेल जगत में भारत के बढते वर्चस्व का गवाह बनने की शुरुआत भर हैं इन छः वर्षो में भारत पूरी दुनिया में वैसे तो हर क्षेत्र में जबरदस्त उन्नति करेगा परन्तु खेलो में विशेषकर भारत का नाम ऊंचा होगा इसकी शुरुआत तो हो ही चुकी हैं अभी कुछ दिनों पहले भारत के फोर्स इंडिया ड्राईवर ने भारत को फार्मूला कार रेस में दूसरा स्थान दिलवाया जिससे भारत का नाम पहली बार फार्मूला कार रेस में स्थापित हुआ ,पंकज अडवाणी ने विश्व बिल्लिअर्ड्स प्रतियोगिता जीती ,पेश भूपति ने टेनिस जगत में भारत की सम्भावनायो को ऊंचा बढाया तथा भारतीय क्रिकेट टीम विश्व की नम्बर वन टीम बनने की कगार पर खड़ी हैं
इस हफ्ते श्रीलंका में भारत अपने सारे मैच जीतकर विश्व की नम्बर वन टीम बन जायेगी इस के पीछे अगर ज्योतिषीय तथ्यों को देखे तो यह ज्ञात होता है की एक तो भारत के सारे मैच १० तारीख के बाद है तथा इस समय सचिन,धोनी,व गंभीर के सितारे काफ़ी अच्छी स्थिति दर्शा रहे हैं इधर भारत वर्ष की कुंडली की अगर बात करे तो शनि ग्रह का प्रवेश भारत के जन्मकालीन चंद्र से तीसरे होगा जो की अति शुभ होगा तथा सूर्य भारत की कुंडली में तीसरे स्थान( खेल व पराक्रम) में स्थित हैं पहली दशा सूर्य में सूर्य की ही होगी इस कारण भारत जनवरी २०१० तक खेल जगत में अवस्य अपना परचम लहराएगा

गुरुवार, 3 सितंबर 2009

नाम भी होता हैं खास

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में नाम का बड़ा महत्व होता हैंहमारा नाम एक ऐसी वस्तु हैं जो होती तो हमारी हैं परन्तु उसका प्रयोग हमसे ज्यादा दुसरे लोग करते हैं प्राय: जब भी किसी व्यक्ति से परिचय किया जाता हैं तो सर्वप्रथम नाम ही जाना जाता हैं किसी किसी का नाम इतना विशेष होता हैं की हमें एक बार में ही याद हो जाता हैं व किसी का नाम ऐसा जो याद करने पर भी याद नही होता, पिछले दिनों यात्रा के दौरान किसी सज्जन ने आकस्मिक पूछा की क्या नाम से ही व्यक्ति के बारे में कुछ बताया जा सकता हैं जैसे व्यक्ति का स्वभाव ,सोच व उसकी सफलता इत्यादि तभी इस लेख को लिखने की प्रेरणा मिली हमारे विद्वानों ने भी ज्योतिष नक्षत्र के आधार पर नाम रखे जाने पर बल दिया हैं जिससे व्यक्ति के बारे में काफी कुछ जाना जाता हैंप्रस्तुत लेख में अंक ज्योतिष के आधार पर नामो की विवेचना करने का मेरा ये तुच्छ प्रयास हैं जिसमे मैंने केवल नाम के आधार पर यह बताने के प्रयास किया हैं क्यूँ कोई व्यक्ति इतना सफल या असफल होता हैं यहाँ यह भी स्पस्ट कर दूँ की केवल नाम द्वारा ही किसी का पूर्ण विवरण नही जाना जा सकता क्यूंकि एक नाम कई व्यक्तियो का हो सकता हैं परन्तु कुंडलिया अवश्य अलग होगी कई व्यक्ति नाम में फेर बदल कर सफल हो जाते हैं मैंने स्वयं भी कईयो के नाम बदलकर उन्हें सुझाये हैं व उन्हें लाभ भी मिला हैं मैं स्वयं यह मानता हूँ की जिस व्यक्ति का नाम ही उसका फायदा नही कर रहा हैं तो उसका कोई भी लाभ नही करवा सकता ,अंक ज्योतिष इस मायने में बहुत लाभकारी साबित होता हैं
आएये देखते हैं की नामो में ऐसा क्या खास हैं
सर्वप्रथम हम दो नाम" राम" व "रावण"का उल्लेख करते हैं अंक ज्योतिष में नामाक्षारो के अंक रखने पर राम=७ तथा रावण=१५ आता हैं जिनका अर्थ क्रमश:कल्पनाशील,मौलिक विशाल व्यक्तित्व का स्वामी समाज में आदरणीय साहसी अद्भुत प्रतिभासाली मित्रो से सहायता प्राप्त करने वाला (राम)तथा मंत्र तंत्र का ज्ञाता, कला व संगीत प्रेमी, दुसरो से धन प्राप्त करने वाला (रावण) यहाँ देखिये इनके नामो के अंको से ही इनके व्यक्तित्व का पता चल जाता हैं तथा इनके बारे में काफ़ी जानकारी मिल जाती हैं
आईये अब देखते हैं कुछ और उद्धारण :-
इंदिरा गाँधी =३३
राहुल गाँधी =३६
मनमोहन सिंह =४९
जिनका विश्लेषण ३३ =ऐसे जातक को उंच वर्ग से सहायता मिलती हैं, मित्र सहायता करते हैं व भविष्य में यह सफलतादायक व भाग्यवर्धक होता हैं
३६ सत्ता व शक्ति देने वाला उन्नति, उंच अधिकार, धन्य धान्य देने वाला ,अन्याय से मुकाबला करने वाला ,ऐश्वर्या जीवन जीने वाला (सोनिया गाँधी का भी यही नामांक हैं )
४९ यह शुभता का संकेत करता हैं ,मानसिक श्रेष्ठता का प्रतिक,तथा स्वयं में मस्त रहने वाला
बिल गेट्स =२५
आमिर खान=२२
सचिन तेंदुलकर=५०
इनका विश्लेषण २५ हर कदम पर भाग्य से सहयोग, समाज का हर वर्ग मदद को तत्पर ,जीवन में हार,रुकावट व रोग नही
२२ सुंदर,सफल जीवन, कल्पना शील, भावुक, अपनी गलतियों से सीखनेवाला वाला अधिक सतर्क व सावधान रहने वाला
५० चमत्कारिक शक्ति वाला ,अगर अपने निर्णय पर अटल रहे तो बहुत सफल होता हैं
सभी नामो के नामंको का विश्लेषण" कीरो "की अंक पद्दति से किया गया हैं देखिये ये लोग क्यों इतने सफल व कामयाब हैं कारण सिर्फ़ नाम इन नामो के अंको में वह गुण विशेष हैं जो औरो से इन्हे अलग व खास बनाता हैं प्रस्तुत लेख आप का भविष्य नामक पत्रिका के सितम्बर २००९ के अंक में इसी नाम से छपा हैं