प्राचीन काल
में ज्योतिष शास्त्र में ग्रह व नक्षत्र की चर्चा तो है परंतु राशियों व लग्न कि नहीं,बाद के
ग्रंथों विशेषकर वामन पुराण व नारद महापुराण
में बताया गया है कि नारद ऋषि को उनके अग्रजों सनक, सनंदन,सनतकुमार व सनातन ने वेद के 6
अंगों के बारे में बताया जिसमें ज्योतिष अंग को “वेदों का नेत्र” कहा गया,ज्योतिष के तीन स्कंध गणित,जातक व सहिंता
के अलावा लग्न व ग्रहों के अंश गणना भी बतलाई गई जिससे पारंपरिक
ढंग से कुंडली निर्माण किया जाने लगा |
लग्न व ग्रह
स्पष्ट करने हेतु हमें चार उपयोगी जानकारी चाहिए होती है जो कि क्रमशः जन्मकाल,दिन, समय तथा स्थान विशेष का जन्म वर्ष पंचांग होता है |
आइए कुंडली निर्माण से पहले कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी प्राप्त कर लेते हैं |
इष्टकाल - सूर्योदय के बाद किसी भी घटना (जन्म इत्यादि ) होने तक का समय इष्टकाल कहलाता है जैसे यदि
सूर्योदय 6:00 बजे हुआ है और किसी बालक का जन्म रात को 1:00 बजे हुआ तो इष्टकाल होगा 19 घंटे ( अर्थात प्रातः
6:00 बजे से रात 1:00 बजे तक का समय )
इष्टकाल को घटी/दंड में गिना जाना है ( एक घंटा बराबर 2:5 घटी/दंड )
इष्टकाल ज्ञात
करने हेतु निम्न सारणी उपयोग की जाती है |
1 घंटा = 2.5 घटी/दंड
24 घंटे = 1 दिन = 60 घटी/दंड
1 घटी = 60 पल = 24 मिनट
1 मिनट = 2:5 पल
1 पल = 24 सेकंड = 60
विपल
1 सेकंड = 2.5 विपल
घंटो को मिनट मे बदलकर 24 से भाग देने पर इष्टकाल आ
जाता है |
सूर्योदय ज्ञात करना - क्योंकि सूर्योदय अलग-अलग स्थानों में कभी भी एक साथ नहीं हो सकता इसलिए
हमें प्रत्येक स्थान का सूर्योदय अलग से ज्ञात करना होता है जिसे हम स्थान विशेष के
पंचांग से ज्ञात कर सकते हैं | यदि पंचांग ना
हो तो हमें किसी विशेष स्थान से सूर्योदय ज्ञात करने हेतु
निम्न जानकारियां चाहिए होती हैं |
1)विशेष स्थान ( जहां से सूर्य
उदय लिया जाना है ) का सूर्योदय
समय |
2)स्थान का अक्षांश व रेखांश ( जहां का समय लेना
है )|
3)स्थानों का समयांतर ( विशेष स्थान से
स्वस्थान का ) |
4)सूर्य की क्रांति ( अंश ) प्रातः 5:30 बजे |
5)नियत स्थान का संशोधन ( समय का ) |
आइए इसे एक उदाहरण
से समझते हैं |
26 जनवरी
2007 को जबलपुर में सूर्योदय निकालना |
1)दिल्ली का 26 जनवरी 2007 का सूर्योदय
समय 7:17 मिनट है |
2)जबलपुर का अक्षांश/रेखांश 23 डिग्री
उत्तर 10 मिनट/79 डिग्री पूर्व
18 मिनट है |
3)दोनों स्थानों का समय अंतर 11 मिनट 4 सेकंड
का है |
4)सूर्य की क्रांति 18 डिग्री 52 मिनट प्रातः 5:30 बजे |
दिल्ली को जबलपुर
के अंतर से जबलपुर का सूर्योदय हुआ 0:7:17 - 0:11:04 सेकंड = 7:05:056 पूर्व
में है तो घटेगा |
जबलपुर का अक्षांश
23 डिग्री उत्तर 10 मिनट है | सूर्य क्रांति 18 डिग्री 52 मिनट को 19 डिग्री रखने पर अंतर 23 डिग्री और
24 डिग्री से क्रमशः 4 व 5 आता है जो कि 8 व
10 मिनट संशोधन देता है अर्थात 1 डिग्री बराबर 2 मिनट बराबर 120 सेकंड जिससे 10 मिनट का संशोधन हुआ 20 सेकंड | अत: अब संशोधन हुआ 10मिनट - 20 सेकंड = 9 मिनट 40 सेकंड जिसे
सूर्योदय जबलपुर के समय से घटाने पर समय हुआ 7:05:56 – 0:9:40 = 6:56:16 सेकंड |
सूर्योदय ज्ञात होने से इष्ट काल निकालना संभव हो जाता है |
आइए इष्टकाल निकालना
देखते हैं |
जबलपुर में
26/1/2007 को शाम 5:58:00 पर जन्मे जातक का इष्टकाल बताएं |
जन्म का समय
5:58
साँय = 17:58
सूर्योदय 6:56:16 को जनसमय से घटाने पर अंतर 11:01:44 आया |
जिसे घटी पल विपल मे बदलकर लिखने पर हमे
44 सेकंड = 44 गुना 2.5 = 110 = 0 घटी
1 पल 50 विपल
1 मिनट = 1 गुना 2.5 = 2.5 = 0 घटी 2 पल 30 विपल
11 घंटे = 11 गुना 2.5 = 27॰50 = 27 घटी 30 पल 0 विपल
इन सबका जोड़
हुआ 27 घटी 34 पल 20 विपल अर्थात
इष्टकाल 27 घटी 34 पल 20 विपल आया हैं |
8 टिप्पणियां:
9july2019 ko 4:40am ko gaya Bihar m janam huaa h eastkaal kya hoga
43ghati30 pal ka kya samay hoga
इष्टकाल किसे कहते हैं
Himanshu. 17,,05,,1994,,smy,,03,,15, Uttrakhand
7498086069
,
1:00:00 (ishtkal 44:14:29 ghati ) to janam samaya kya hoga
इष्टकाल ज्ञात करना है
Ishtkal47:40:04to janm samay kya hoga
एक टिप्पणी भेजें