मंगलवार, 30 जून 2015

गुरु का सिंह राशि मे प्रवेश



गुरु का सिंह राशि मे प्रवेश

आगामी 14 जुलाई प्रात: 6.26 पर गुरु ग्रह सिंह राशि मे प्रवेश करेंगे जहां वह 7 अप्रैल 2016 तक रहेंगे गुरु का सिंह राशि मे प्रवेश धार्मिक स्थानो,विद्वानो,ब्राह्मणो हेतु अति शुभ माना गया हैं गुरु के इस भ्रमण से इन सबकी मान प्रतिष्ठा मे वृद्दि होगी वही सभी प्रकार की धातुओ मे तेजी आएगी | सिंह राशि मे गुरु का संचार होने से जहां कुछ भारतीय शास्त्र सभी शुभ कार्यो को निषेध बताते हैं वही कुछ शास्त्र कुछ विशेष स्थानो मे अथवा गुरु के नवांश भ्रमण तक शुभ कार्य करना वर्जित मानते हैं |

गुरु ग्रह को देवताओ का गुरु माना जाता हैं यह भी मान्यता हैं की गुरु जहां जाते हैं उस स्थान की हानी करते हैं पिछले एक वर्ष से गुरु कर्क राशि जो की कालपुरुष की चौथी राशि होती हैं तथा ज़मीन अथवा भूमि का प्रतिनिधित्व करती हैं मे भ्रमण कर रहे थे जिससे पूरे विश्व मे ज़मीन अथवा भूमि की दरो मे ज़बरदस्त गिरावट देखी गयी | भारतीय परिपेक्ष मे देखे तो कर्क भारत वर्ष की राशि हैं जिसपर इस गुरु के भ्रमण ने भारत को एक नई सरकार प्रदान करी अथवा पुरानी सरकार की हानी हुई |

गुरु जहां बैठते हैं वहाँ से पंचम,सप्तम व नवम भाव पर दृस्टी डालते हैं जो उन भाव के कारकत्वों को बढ़ा देती हैं अथवा उन भावो से संबन्धित फल प्राप्त होने लगते हैं सिंह राशि मे आने से गुरु धनु,कुम्भ व मेष राशि को दृस्टी देंगे जिनसे इन राशि के जातको को शुभफल की प्राप्ति होगी |

आइए जानते हैं की राशि अनुसार गुरु के इस भ्रमण के क्या फल प्राप्त होंगे |

मेष राशि-इस राशि से पंचम गोचर होने से शिक्षा संबंधी कार्यो मे सफलता व बदलाव,संतान प्राप्ति अथवा संतान संबंधी सुखो मे वृद्दि,पूर्वानुमानों द्वारा लाभ,भाग्य व पिता द्वारा धन लाभ,रुके हुये धन की प्राप्ति तथा मान सम्मान की प्राप्ति हो सकती हैं |
उपाय-1)“ॐ नमो नारायणया” का जप करे |
2) गले मे सोने की चैन अथवा पीला धागा धारण करे |

वृष-इस राशि से चौथा गोचर होने से सुखो मे कमी,ग्रह क्लेश व परेशानी,गृह स्थान मे बदलाव,वाहन से कष्ट,पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद,चौपायो व अधिकारियों से भय,सम्मान की हानी,नौकरो से मदद व मात्रपक्ष से लाभ जैसे हालात बनेंगे  |
उपाय-1)माँ दुर्गा की पुजा करे |
2) जब भी संभव हो पवित्र नदियो मे स्नान करे |

मिथुन-आय कम खर्च ज़्यादा,यात्राओ मे हानी,भाई बहनो को कष्ट,घर व स्थान मे परिवर्तन,सभी कार्यो मे देरी व पद की हानी,पड़ोसियो व सहोदरो से सहायता प्राप्त होगी,कोई विभागीय करवाही भी इनके विरुध हो सकती हैं  |  
उपाय-1)“ॐ ब्रह्म ब्रहस्पताए नम” का जाप करे |
2) माँ दुर्गा की पुजा करे |

कर्क-राशि से दूसरा गोचर होने से धन लाभ व उन्नति के अवसर प्राप्त होगे,कर्ज़ मुक्ति,नयी नौकरी व कार्यक्षेत्र मे बदलाव,धन खुशी व स्त्रीयों का साथ प्राप्त होगा,ज़मीन,मकान अथवा वाहन की प्राप्ति हो सकती हैं पूरी प्रकृति आपका साथ देती नज़र आएगी |
उपाय-1)बिना मांगे किसी को सलाह ना दे |
2) सोने की खरीददारी न करे |  

सिंह-लग्नस्थ गोचर होने से स्वास्थ्य,धन व पद की हानी हो सकती हैं,धर्म कर्म मे रुचि बदेगी,संतान विवाह व भाग्य वृद्दि होगी,स्थान परिवर्तन,सरकार द्वारा दंड प्राप्ति व लाभ मे कमी जैसे हालात बनेंगे |
उपाय-1)नित्य “ॐ नमः शिवाय” का जाप 108 बार करे |
2)विनम्र बने व ज्ञान अर्जन करे |

कन्या-राशि से 12व गोचर होने से दौड़ धूप व खर्च ज़्यादा,परिवार से अलगाव,कर्ज़ की प्राप्ति अथवा छुटकारा,काम मे रुकावट व गुप्त चिंताए,शारीरिक व मानसिक थकान अथवा हानी झूठे इलज़ामो का सामना करना पद सकता हैं |
उपाय-1)रात्रि भोजन के बाद सौफ़ का सेवन करे |
2)हर मंगलवार पीपल वृक्ष पर जल चढ़ाये |

तुला-लाभ स्थान से गोचर होने से लाभ की हानी अथवा उपयोग,सम्मान व धन मे बदोत्तरी,विवाह व शिक्षा लाभ,संतान प्राप्ति,सभी कार्यो मे सफलता,व्यापार का प्रसार व नौकरी मे तरक्की जैसे अवसर प्राप्त होने बेहतरीन समय रहेगा |
उपाय-1)रोजाना “ॐ गणपतये नमः का 108 बार जाप करे |
2)बड़े बुजुर्गो व गुरुओ का सम्मान करे |

वृश्चिक- कर्म भाव से गोचर होने से कार्यक्षेत्र मे बदलाव व हानी,तरक्की,घर मकान व वाहन प्राप्ति,धन लाभ व कर्ज़ से छुटकारा संभव होगा,अधिकारियों द्वारा परेशानी दी जा सकती हैं |
उपाय-1)अंधे व्यक्तिओ को मीठा दान करे |
2) )“ॐ नमो नारायणया” का जप करे |

धनु-धार्मिक कार्यों मे रुचि व खर्च,कार्यक्षेत्र मे रुतबा व प्रभाव बढ्ने जैसे हालत होंगे,भाई बहनो के घर पर किसी प्रकार का मांगलिक आयोजन,छोटी यात्राए,शिक्षा से लाभ व संतान प्राप्ति,पिता से अनबन हो सकती हैं |
उपाय-1)पुखराज रत्न धारण करे |
2)नित्य स्नान बाद विष्णु पुराण का पाठ करे |

मकर-राशि से अष्टम गुरु अज्ञात वास,दुख,शोक,तकलीफ व यात्राओ से हानी,कामों मे रुकावटे,खर्चे ज़्यादा व विदेश संबंधी योग,धन प्राप्ति व घर वाहन की खरीदव चोरो से भय जैसे हालात प्रदान कर सकता हैं |
उपाय-1) नित्य “ॐ नमः शिवाय” का जाप 108 बार करे |
2)मंदिर मे 8 आलू दान करे |

कुम्भ–राशि से सप्तम गोचर पत्नी व भोग सुख मे कमी,पद प्राप्ति की संभावना,विवाह योग,भाई बहनो को लाभ,धन व अच्छे भोजन की प्राप्ति,अच्छा पद व मान सम्मान,सांझेदारों से अनबन दे सकता हैं |
उपाय-1)जीवन साथी का सम्मान करे |
2)शयनकक्ष मे धार्मिक चित्र व पुस्तके ना रखे |  

मीन –कर्ज़ से मुक्ति,विवाद आदि मे विजय,मानसिक व उदर संबंधी विकार,शत्रुओ द्वारा हानी,विदेश से लाभ,नौकरी मे बदलाव,धन लाभ,संतान द्वारा तकलीफ़े प्रदान कर सकता हैं |
उपाय-1)ब्राह्मण को पीला वस्त्र दान करे |
2) )“ॐ ब्रह्म ब्रहस्पताए नम” का जाप करे |               
  

बुधवार, 24 जून 2015

ग्रहो के ज्योतिषीय उपाय



ग्रहो के ज्योतिषीय उपाय

हमारे प्राचीन ग्रंथो मे लिखा गया हैं की जातक का भाग्य बदला नहीं जा सकता हैं अर्थात जो प्रभु ने लिख दिया हैं वो बदला नहीं जा सकता वो होकर ही रहता हैं दूसरे शब्दो मे कहें तो भाग्य से ज़्यादा बलवान कुछ भी नहीं होता अब ऐसे मे यह प्रश्न उठता हैं की जब भाग्य ही सबसे बलवान हैं तो फिर ज्योतिषीय उपायो से क्या होता हैं इनका उपायो को करने का क्या प्रयोजन हैं | इसके संदर्भ मे यह तर्क दिया जा सकता हैं की यह उपाए हमारे जीवन के छोटे-छोटे दोषो का हरण तो कर सकते हैं परंतु मूल दोषो को मिटा अथवा हटा नहीं सकते |

हम सब जानते हैं की मार्कण्डेय व सावित्री ने मृत्यु अथवा काल पर विजय पायी थी परंतु उसके लिए उन्हे भी ईश्वर की शरण लेनी पड़ी थी असमय होने वाले कष्ट,हानी,दुर्घटना आदि को हम ग्रहो के उपायो द्वारा बदल तो सकते हैं परंतु टाल नहीं सकते ईश्वरीय सहायता जहां हमें सुरक्षित कर देती हैं वही हमें इन उपायो पर विश्वास भी प्रदान करती हैं आइए इस लेख मे हम यह जानने का प्रयास करते हैं की हमारे ग्रंथ विभिन्न ग्रहो की पीड़ा को शांत करने हेतु कौन-कौन से उपाए बताते हैं | यहाँ यह भी ध्यान रखे की किसी भी ग्रह का कोई भी उपाय प्रभु की इच्छा के होने पर ही बिना किसी रुकावट के संभव हो पाता हैं |

पिता से मतभेद रहते हो अथवा कुंडली मे सूर्य द्वारा अनिष्टता दिखती हो तो सूर्य ग्रह के द्वादशनाम,आदित्य हृदय श्रोत का पाठ,सूर्य नमस्कार रविवार के दिन 3 बार करने व सूर्य को मीठा प्रसाद अर्पण करने से सूर्य को प्रसन्न करा जा सकता हैं |

मात्र श्राप अथवा माँ के रुष्ट होने पर,चन्द्र के कुंडली मे 6,8,12 भावो मे होने पर अथवा नीच राशि मे होने पर माँ दुर्गा को प्रसन्न करना चाहिए इसके लिए माँ दुर्गा के 108 नामो का जाप कर लाल पुष्प माता को अर्पण करने चाहिए | श्री ललिता सहस्त्रनाम का जाप व गुड का भोग भी लगा सकते हैं |

मंगल की अनिष्टता को दूर करने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी की पुजा अथवा दुर्गा सूक्त का पाठ कर हवन करना चाहिए | याद रखे मंगल ग्रह की शांति के लिए हनुमान जी की पुजा भी कही जाती हैं परंतु किसी भी शास्त्र मे मंगल का संबंध हनुमान जी से नहीं बताया गया हैं |

बुध की अनिष्टता को हटाने के लिए विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए जिससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं | इसके लिए अग्नि देवता का महासुदर्शन मंत्र के साथ हवन करना भी शुभ माना गया हैं |

गुरु ग्रह के अशुभ होने पर गुरु अथवा बृहस्पति की गुरुवार के दिन बृहस्पति के नामो का जाप करना चाहिए इससे गुरु प्रसन्न होते हैं |

शुक्र के कष्ट दूर करने के लिए माँ लक्ष्मी की सफ़ेद फूलो से लक्ष्मी मंत्र के साथ पुजा करनी चाहिए सुहागन स्त्रीयों को शुक्रवार के दिन सुहाग सामग्री दान करना भी शुभ होता हैं |

शनि अशुभ होने पर शनि अथवा हरिहर भगवान की पुजा करना अथवा शनि मंदिर मे सरसों के तेल का दिया जलाना शनि जनित कष्टो को दूर करता हैं |

राहू के लिए राहू के वैदिक मंत्रो का जाप करना व माँ सरस्वती की पुजा करना लाभकारी मानी जाता हैं काले चनो का दान ब्राह्मण को करने से भी राहू प्रसन्न होते हैं |

केतू ग्रह की शांति के लिए गणेश जी की पुजा करना,गणेश मंत्र का जाप करना अथवा केतू के मंत्रो का जाप करना लाभकारी माना जाता हैं |

इन सभी उपायो मे सफलता प्राप्ति के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए |
उपायो के समय सदाचार,ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्दा,मन मस्तिष्क की शुद्दता के अतिरिक्त गायत्री मंत्र का नित्य जाप भी करना चाहिए क्यूंकी शास्त्र कहते हैं की इस गायत्री मंत्र से बड़ा कोई भी मंत्र नहीं होता और अपनी माँ से बड़ा कोई भी देव नहीं होता |
ना गायत्री परोमंत्र: नमातु परो देवता

शनिवार, 20 जून 2015

विवादों मे आ सकती हैं “बजरंगी भाईजान”



विवादों मे आ सकती हैं “बजरंगी भाईजान”

सलमान खान की बहुचर्चित फिल्म “बजरंगी भाईजान” कुछ ही दिनो मे पर्दे पर आने वाली हैं इस फिल्म के ट्रेलर ने अभी से बहुत सी सुर्खियां बटोर ली हैं सलमान की सजा के चलते यह फिल्म बनी हैं जिससे लोगो को इस फिल्म के प्रति पहले से ही काफी उत्सुकता हैं वही इस फिल्म मे सलमान खान एक ऐसे मुस्लिम युवक का किरदार निभा रहे हैं जो बजरंग बली का भक्त होता हैं तथा हिन्दू ब्राह्मण लड़की (करीना कपूर ) से प्रेम भी करता हैं | फिल्म की कहानी एक ऐसी पाकिस्तानी बच्ची की कहानी हैं जो हिंदुस्तान मे आकर खो जाती हैं जिसे सलमान खान वापस उसके घर पाकिस्तान पहुँचाने का प्रयास करते हैं इस दौरान उन्हे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं जिसमे उसकी मदद एक पत्रकार (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) व भगवान बजरंग बली करते हैं |

निर्देशक कबीर खान इससे पहले सलमान खान को लेकर “एक था टाइगर” जैसी सफल बना चुके हैं सलमान खान के सजा प्रकरण व आमिर खान की फिल्म “पीके“ की अपार सफलता के चलते निर्देशक ने इस फिल्म को विवादित बनाने मे कोई कसर नहीं छोडी हैं जिससे हर कोई इस फिल्म को कम से कम एक बार अवश्य देखना चाहेगा और फिल्म कमाई के रिकॉर्ड बनाने मे सफल रहेगी फिल्म पंडितो का यह भी मानना हैं की यह फिल्म इस वर्ष की अथवा हिंदुस्तान की अब तक की सबसे बड़ी हिट साबित हो सकती हैं |

सलमान खान का मुस्लिम होकर बजरंग बली का भक्त होना तथा हिन्दू लड़की से प्रेम करना विवाद पैदा करने के लिए काफी हैं तथा पाकिस्तान का ज़िक्र होना इसमे कुछ लोगो को अवश्य ही नागवार गुजरेगा संभवत: मुस्लिम संगठन सलमान खान के चलते उनका बजरंग बली का भक्त होना स्वीकार भी ले तो कुछ हिन्दू संगठन उनका हिन्दू ब्राह्मण लड़की से प्रेम करना व पाकिस्तानी बच्ची की मदद हेतु पाकिस्तान जाना जैसे दृस्यों से अवश्य ही विवाद खड़ा करने का प्रयास करेंगे जिससे फिल्म और चर्चित हो जाएगी व कमाई करेगी ऐसा ही हम फिल्म “पीके” मे देख ही चुके हैं जो की सिर्फ विवादो के चलते हिंदुस्तान की सबसे कमाई वाली फिल्म बनी जबकि सब जानते हैं की यह आमिर खान के अतिरिक्त राजू हिरानी की भी एक कमजोर फिल्म थी इन दोंनो की “थ्री इडियट्स” कही गुना बेहतर फिल्म थी परंतु साफ सूथरा कथानक के चलते कमाई का यह इतना बड़ा कीर्तिमान नहीं बना सकी थी की हिंदुस्तान की सबसे बड़ी फिल्म बने जहां “पीके” ने 350 करोड़ कमाए वही “थ्री इडियट्स” करीब 220 करोड़ ही कमा सकी थी |