सोमवार, 27 अगस्त 2018

रत्न प्रयोग व लाल किताब


1)सूर्य अशुभ अथवा नीच होतो मुख मे पानी या लार आना,आत्मविश्वास की कमी होना,आँखें कमजोर होना पिता से दिक्कते होना,आलस,चिड-चिड़ापन रहना,जल्दी जल्दी बीमार होना,ज्यादा देर तक काम मे ना टिक पाना,काम का यश ना मिल पाना,जैसे हालातो का सामना करना पड़ता हैं |

ऐसे मे माणिक रत्न अनामिका उंगली मे पहने |   

2)चन्द्र यदि अशुभ/नीच अथवा कमजोर हो,माँ का सुख ना मिल पाता हो,घर मे सुख ना हो,मन की शांति ना रहती हो,पैसो की बचत ना होती हो,माँ की सेहत खराब रहती हो,सर्दी-जुकाम रहता हो,ज़मीन संबंधी दिक्कते रहती हो अथवा प्रॉपर्टी फंसी हुई हो |

ऐसे मे मोती रत्न कनिष्ठिका उंगली मे पहनना चाहिए |    

3)मंगल अशुभ अथवा नीच होतो जातक धैर्यहीन लंबी लंबी बातें करने वाला,बार बार चोट खाने वाला,अंधेरे व एकांत मे जाने से डरने वाला,किसी को बढ़ता ना देख पाये,स्वार्थी हो,वफादारी की भावना ना रखे,बेवजह ईर्ष्या रखे,छोटी सी बात पर घमंड करे,सेना या पुलिस मे जाये |

ऐसे मे जातक छोटा होतो चांदी मे मूंगा अनामिका उंगली मे पहने और यदि बड़ा होतो सोने मे मूंगा अनामिका मे पहने |

4)बुध नीच अथवा अशुभ होतो बुद्दि बल के लिए,चमड़ी मे दिक्कत,चक्कते आदि के लिए,दाँत खोले होने पर उनमे कीड़े लगने पर,मुख से बदबू आने पर,पेट की बड़ी आंत खराब होने पर,नसो मे परेशानी कारण सर दर्द रहने पर,रोज़मर्रा के व्यवहार मे ये नहीं हो सकता ऐसा बोलने वाला,हमारे खिलाफ साजिश हो रही हैं ऐसा अक्सर सोचने वाला,किसी पर भी भरोसा नहीं करने वाला,घर पर किसी ना किसी को लकवा हो रखा हो,लेखक,गायक,अदाकार होतो |

ऐसे मे पन्ना रत्न पहनना चाहिए इनके अलावा पेरिडोट व फ़ीरोज़ा रत्न भी पहना जा सकता हैं |

5)गुरु यदि गुरु कमजोर/अशुभ अथवा नीच का हो,दादा दादी का सुख ना मिला हो,पढ़ाई मे अवरोध आए हो,कफ,जुकाम,साइनस,डस्टएलेर्जी रहती हो,सर्टिफिकेट वाली पढ़ाई ज़्यादा ना हो,पढ़ाई के अनुसार काम ना मिलता हो,वैवाहिक जीवन मे किचकिच रहती हो,अपनों से लड़ते रहने का मन होता हो,साँसे छोटी छोटी आती हो,किसी भी काम का परिणाम 50% से ज्यादा ना आता हो |

ऐसे मे पुखराज रत्न अथवा सुनहेला तर्जनी उंगली मे पहनना चाहिए |

6)शुक्र अशुभ कमजोर अथवा नीच का हो,जवानी का जोश कम रहता हो,शरारते ज़्यादा रहती हो,काम काज मे मन ना लगता हो,कोई काम पूरा ना होता हो,प्लानिंग पूर्ण ना हो पाती हो |

ऐसे मे हीरा अथवा ओपल रत्न अनामिका उंगली मे पहनना चाहिए |

7)शनि कमजोर,नीच अथवा अशुभ हो,घमंड कुछ ज़्यादा होता हो,ईगो समस्या रहती हो,बाल सफ़ेद हो रहे हो,चश्मे का नंबर बढ़ता जा रहा हो,यारो दोस्तों से जुड़ ना पा रहे हो |

ऐसे मे नीलम अथवा जमुनिया रत्न पहनना चाहिए |



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