1)मेष राशि हेतु राहु तीसरे तथा केतु नवे घर से गुजरेंगे,ऐश्वर्या कारक राहू का तीसरे भाव से गुजरना जातक
को धन की प्राप्ति करवाएगा |
जब राहु मिथुन
राशि से गुजरेंगे जो कि बुध की राशि है और काल पुरुष की तीसरे भाव से संबंधित है तो जो लोग लेखन क्षेत्र
में है उनको विशेष रूप से लाभ मिलेगा,कंसलटेंसी एजेंसीज आदि को लाभ होगा,संचार के साधनों में बहुत वृद्धि होगी परंतु इन लोगो मे झूठ बोलने की प्रवृति में भी वृद्धि होगी तीसरा भाव भाई
बहनों का है जिनसे तनाव रह सकता है | कुछ अपने परिवार
को छोड़कर अलग भी जा सकते हैं क्योंकि राहु चौथे भाव से तीसरे भाव में होगा जो संपत्ति
से संबंधित विवादों का अंत कर देगा नए मकान इत्यादि में जाने के योग भी बनेंगे क्योंकि
बृहस्पति अष्टम भाव से चतुर्थ भाव को दृष्टि भी डाल रहे हैं | राहु के तीसरे भाव में जाना और उसका अच्छी दशा भक्ति में होना जातक विशेष को
बड़ा लाभ देगा,जब मंगल सूर्य
और बुध राहु से जून और जुलाई के माह में मिलेंगे तो जातक विशेष को कंधा अथवा छाती से
संबंधित बीमारी हो सकती है अत: जिन्हें हृदय संबंधित परेशानी रही है उन्हें
सावधान रहने की जरूरत है |
केतु का नवे
भाव से गुजरना पिता हेतु अच्छा नहीं है इससे उनकी सेहत में नुकसान
होगा अथवा उनसे दूरी बढेंगी,लंबी दूरी की खर्चीली यात्रा जो कि अतीत से संबंधित
है आपका खर्चा कराएगी,भाग्य स्थान जो
की अग्नि तत्व से संबंधित है उसमें पहले से ही शनि विराजित हैं जातक के
दुर्भाग्य को ही बढ़ाएंगे अनावश्यक रूप से खर्चों से बचें तथा तथा अपने मान सम्मान की रक्षा
करें |
विद्यार्थी वर्ग
को राहु के चौथे भाव से तीसरे भाव में आने पर शिक्षा क्षेत्र में लाभ मिलेंगे,स्त्री जातिकाओ को कोई नया वाहन
प्राप्त होने की संभावना बनेगी तथा कार्य क्षेत्र में तरक्की के योग बनेंगे |
उपाय के तौर पर
प्रत्येक महीने अपने जन्म नक्षत्र के दिन गणेश जी का हवन करना तथा गणेश मंदिर में केलो का दान करना लाभदायक रहेगा |
2)वृषभ राशि – इस राशि से राहु दूसरे और
केतु आठवें भाव से गोचर करेंगे | राहु का दूसरे भाव जो
कि धन परिवार अथवा वाणी से संबंधित है से गुजरना इन सब क्षेत्रों
में प्रभाव डालेगा जिससे जातक विशेष को धन संबंधी परेशानियां,वाणी दोष तथा
कुटुंब परिवार से दिक्कत होने के योग बनाएगा अतः वाणी पर नियंत्रण
रखें,किए गए वादों को पूरा करना मुश्किल होगा जब सूर्य
राहु से जून और जुलाई में जाकर मिलेगा तब आंखों से संबंधित
परेशानियां हो सकती है यदि दशा भक्ति भी खराब हो तो कोई छोटी मोटी सर्जरी भी
हो सकती है,गले अथवा दांतो की परेशानियां हो सकती है | कुटुंब परिवार से प्रॉपर्टी से संबंधित कोई विवाद जन्म ले सकता है गुरु का
सातवें भाव में होना आपके खर्चों को खुशी में बदल सकता है मंगल राहु से
मई 2019 में जाकर जुड़ेंगे इसके अतिरिक्त सूर्य और बुध भी दूसरे
भाव में जाकर जब राहु से मिलेंगे तो यह इस राशि के लिए थोड़ा
मुश्किल समय होगा जिससे उन्हें साइनस सांस संबंधी दिक्कतें मुंह में घाव
अथवा सूजन होना तथा दांत संबंधी बीमारियां हो सकती हैं |
केतु के
आठवें भाव में जाना तथा शनि से जाकर मिलना बहुत सारी गंभीर बीमारियों
को जन्म दे सकता है | आध्यात्मिक
जीवन की तरफ जाना,तीर्थ
स्थानों की यात्रा करना तथा गुरुजनों से मिलना केतु के आठवे भाव में जाने के परिणाम
हो सकते हैं |
विद्यार्थी
हेतु विदेश अथवा उच्च शिक्षा के लिए अच्छा समय होगा परंतु उन्हें दोस्ती यारी से
बचना पड़ेगा अन्यथा उन्हें नुकसान हो सकता है | स्त्री
जातकों को वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए जिससे वाद विवाद से बचा जा सकता हैं,कुछ की नौकरी छूट सकती है तथा कुछ को संतान जन्म के कारण परेशानियां आ
सकती है |
उपाय के तौर पर
दुर्गा सप्तशती का पाठ करना,ब्राह्मणों की
मदद करना तथा प्रत्येक सोमवार शिव लिंग के आगे शीश झुकाना लाभदायक रहेगा |
3)मिथुन राशि से यह राहु प्रथम भाव अर्थात लग्न से गुजरेंगे तथा
केतु सप्तम भाव से गुजरेंगे | राहु के प्रथम
भाव में होने से धैर्य की कमी होने से आप दूसरों की बातों को नहीं सुनना पसंद करेंगे,आप में जल्दबाजी रहेगी जिससे आपको काफी नुकसान होगा,राहु का जन्म राशि में वायु तत्व राशि से गुजरना आपको गलत तरीके से लोगों के
प्रति नजरिया प्रदान करेगा,आप दूसरों को
नुकसान पहुंचाना पसंद करेंगे वैवाहिक जीवन में भी तनाव आ सकता है आपकी जन्म राशि
में राहू के होने से परिवारिक जीवन खतरे में पड़ेगा,कुछ के तलाक भी हो सकते हैं आपके चेहरे की आकृति बदलेगी अथवा
चेहरे में कोई परेशानी आ सकती है |
सप्तम भाव में
शनि संग केतु का जाना आग में घी का काम करेगा सातवां भाव जो कि पारिवारिक वातावरण और पति-पत्नी के विषय में बताता है उससे लड़ाई झगड़े होने के योग बनेंगे,कोई पूर्व प्रेम संबंध उजागर हो सकता है जिससे आपके घर की खुशियों में ग्रहण
लग सकता है | जब मंगल,सूर्य और बुध
राहु से मई के महीने में मिथुन राशि में साथ होंगे आपको जबरदस्त सिरदर्द अथवा धन से
संबंधित परेशानियां हो सकती हैं,भाई बहनों से
वाद विवाद भी हो सकता है,बच्चों की सेहत
में परेशानियां अथवा शिक्षा में दिक्कत आने के योग भी बन रहे हैं |
विद्यार्थी वर्ग
को याददाश्त में कमी होने के कारण काफी परेशानियां मिल सकती हैं तथा शरीर में आलस भी
रह सकता है जिससे वह अपने काम बाद में करने की सोचेंगे | स्त्री जातिकाओ हेतु राहु का प्रथम भाव में जाना शुभता नहीं दे रहा है
जिससे उनको मानसिक अशांति रहेगी भले ही गुरु का छठे भाव
में जाना उनको सुख प्रदान कर रहा है परंतु सप्तम भाव से राहु केतु शनि केतु का गोचर
उदर संबंधी विकार दे सकता है जिससे सेहत व धन दोनों का नुकसान हो
सकता है |
उपाय के तौर पर
ध्यान लगाना अथवा मां दुर्गा की पूजा करना अच्छा रहेगा,प्रत्येक बुधवार किसी बूढ़ी स्त्री को पालक दान करना
लाभदायक होगा |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें