गुरुवार, 12 जनवरी 2023

मकर संक्रांति 2023 सभी जानकारी



मकर संक्रांति 2023 कब है  ? https://youtu.be/f_QzW-Ru51A

हिंदू पंचांग के अनुसार 14  जनवरी 2023  को रात 8 बजकर 14 मिनट पर सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे और इस गोचर के बाद ही मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. उदयातिथि के अनुसार मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा. यूं तो सूर्य का राशि परिवर्तन हर माह होता रहता है लेकिन इस राशि में सूर्य के प्रवेश करने के विशेष मायने होते हैं, यहा से भगवान सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की और आने लगते हैं


मकर संक्रांति को किस भगवान की पुजा करनी चाहिए ?

मकर संक्रांति पर सूर्य के साथ भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है |


कर संक्रांति के दिन क्या काम करने चाहिए ?

शास्त्रों में बताया गया है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय के समय सूर्य देव की पूजा करना व्यक्ति के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्द होता है । इसलिए सुबह सूर्योदय से पहले उठकर नहाने के पानी में तिल मिलाकर नहाएं । इसके बाद लाल कपड़े पहनें और दाहिने हाथ में जल लेकर पूरे दिन बिना नमक खाए व्रत करने का संकल्प लें । इसके बाद व्रत के साथ दिन में श्रद्धा और आर्थिक स्थिति के अनुसार दान करने का भी संकल्प लें । फिर सूर्य देव को तांबे के लोटे में शुद्ध जल चढ़ाएं ।


मकर संक्रांति पर क्या करना शुभ होता हैं ?

मकर संक्रांति पर खिचड़ी का दान करना हमेशा से ही शुभ माना जाता रहा है । इस बार मकर संक्रांति शनिवार के दिन होने से आपको खिचड़ी दान करने के साथ ही ज़रूरतमन्द गरीबो और मजदूरो को स्‍वयं खिचड़ी बनाकर भी खिलाना चाहिए । ऐसा करने से आपको शनि ग्रह की विशेष कृपा प्राप्‍त होगी ।

इस दिन तर्पण इत्यादि का भी विशेष महत्व है । इसलिए मकर संक्रांति के दिन घर में ही तर्पण करें और पूर्वजों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करें । ऐसा करने से पितृ दोष भी दूर हो जाता है ।

इस विशेष दिन पर दान का भी विशेष महत्व है । इसलिए मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी,तिल एवं गुड़ के बने व्यंजनो का दान जरूरतमंदों को ज़रूर करें ।

संभव हो तो पवित्र नदी में स्नान जरूर करें । ऐसा करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है । अगर ऐसा ना कर पाएं तो घर में ही नहाते समय पानी में गंगाजल के कुछ बूंद मिला लें ।


मकर संक्रांति के दिन क्या नहीं करना चाहिए ?

इस दिन तामसिक मसालेदार व बासी भोजन का सेवन न करें,साथ ही मांस, मदिरा इत्यादि भी ग्रहण ना करें ।

इस विशेष दिन पर किसी भी गरीब या असहाय व्यक्ति का अनादर न करें । शास्त्रों में इसे पाप की श्रेणी में रखा गया है ।

इस दिन कोई व्यक्ति यदि घर पर भिक्षा के लिए आता है तो उसे खाली हाथ बिल्कुल ना लौटा

इस दिन अपनी वाणी पर संयम रखें,गुस्सा ना करें,अपशब्द या वाद विवाद से भी बचे । 

आप इस पोस्ट को विडियो के रूप मे भी देख सकते हैं | 

https://youtu.be/f_QzW-Ru51A


कोई टिप्पणी नहीं: