प्राय:हिंदू परिवारों में किसी भी शुभ कार्य में"तिलक या टीका"लगाने का विधान हैं यह तिलक कई वस्तुओ व पदार्थो से लगाया जाता हैं जिनमे हल्दी,सिन्दूर,केशर,भस्म,व चंदन आदि प्रमुख हैं परन्तु क्या आप जानते हैं की इस तिलक लगाने के प्रति भावना क्या छिपी हैं |
तिलक लगाने से एक तो स्वभाव में सुधार आता हैं व देखने वाले पर सात्विक प्रभाव पड़ता हैं|तिलक जिस भी पदार्थ का लगाया जाता हैं उस पदार्थ की ज़रूरत अगर शरीर को होती हैं तो वह भी पूर्ण हो जाती हैं इसी कारण से पंडित व गुणीजन व्यक्ति विशेष को देखकर उसे किस पदार्थ का तिलक लगाना हैं यह बताते हैं|
तिलक किसी खास प्रयोजन के लिए भी लगाये जाते हैं जैसे यदि मोक्षप्राप्ती करनी हो तो तिलक अंगूठे से,शत्रुनाशकरना हो तो तर्जनी से,धनप्राप्ति हेतु मध्यमा से,तथा शान्ति प्राप्ति हेतु अनामिका से लगाया जाता हैं |आमतौर से तिलक अनामिका द्वारा लगाया जाता हैं और उसमे भी केवल चंदन ही लगाया जाता हैं तिलक संग चावल लगाने से लक्ष्मी को आकर्षित करने का तथा ठंडक व सात्विकता प्रदान करने का निमित छुपा हुआ होता हैं |अतः प्रत्येक व्यक्ति को तिलक ज़रूर लगाना चाहिए .............................
7 टिप्पणियां:
बढीया जानकारी है,
जब युद्ध होता था तब भी तिलक लगाते थे ताकी जित कर आएं
तिलक लगाने से एक तो स्वभाव में सुधार आता हैं व देखने वाले पर सात्विक प्रभाव पड़ता हैं
Bahut achhi jankari. Tilak se man-samman mein badhotari hoti hai. Hindu Samaj mein iska bahut mahatav hai.
Badhai
बहुत बढ़िया लिखा है आपने! इस जानकारी देने के लिए धन्यवाद!
मेरे इस ब्लॉग पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com
achhi jankari
बहुत ही अच्छी जानकारी युक्त प्रस्तुति के लिये आभार ।
अच्छी जानकारी.
वाह यह बहुत बढ़िया आर्टिकिल लगा. धन्यवाद. कृपया कमेंट बॉक्स से वर्ड वेरीफ़िकेशन हटा दें.
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