बुधवार, 28 अक्तूबर 2009

पाँच शत्रु

हमारे पाँच शत्रु बताये गए हैं जिनसे लड़ना चाहिए

अज्ञान
-अच्छे बुरे का भान ना होना
अभाव-जीवन में अति आवश्यक वस्तुओ का अभाव होना
आलस्य-कुछ काम इत्यादि ना करने की चाह होना
अन्याय -असंगत व्यव्हार सहना करना
आसक्ति -किसी विशेष पर ज्यादा स्नेह रखना

कोई टिप्पणी नहीं: