रविवार, 25 अक्तूबर 2009

तुलसी नामाष्टक

भारत वर्ष में कोई हिंदू परिवार ऐसा नही होगा जिसने"तुलसी" का नाम सुना हो या तुलसी का पौधा अपने घरपर ना लगाया हो|यह पौधा "आयुर्वेद" के अनुसार उत्तम स्वास्थ सर्वसुख देने वाला हैं|यह छोटा सा पौधा धार्मिककारणों से बेहद पवित्र माना जाता हैं कहा जाता हैं की इसकी पूजा करने से "श्रीहरी विष्णु" की कृपा दृष्टी सदैव बनी रहती हैं,चूँकि यह पौधा तुलसी भगवान् विष्णु को अति प्रिय माना जाता हैं और माँ लक्ष्मी विष्णु संग हमेशा रहतीहैं इसलिए इस पौधे का महत्व और भी बढ जाता हैं| तुलसी को आठ नाम दिए गए हैं यह आठ नाम निम्न श्लोक के रूप में कहे जाते हैं |
वृंदा,वृन्दावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी |
पुष्पसारा,नंदिनी तुलसी,कृष्णजीवनी ||
एत नाम अष्टकं चैव स्त्रोत्र नामार्थ संयुतम |
:पठेत तां सम्पूज्य सोभवमेघ फलं लभेत ||
वृंदा,वृदावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी,पुष्पसारा,नंदिनी,तुलसी और कृष्णजीवनी ये तुलसी के आठ प्रिय नाम हैं| जो कोई भी तुलसी की पूजा करके इस नामाष्टक का पाठ करता हैं वह अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त करता हैं|

1 टिप्पणी:

SACCHAI ने कहा…

" bahut hi badhiya jankari ke liye aapka sukriya .behad anmol jankari "

----- eksacchai { AAWAZ }

http://eksacchai.blogspot.com