वृंदा,वृन्दावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी |
पुष्पसारा,नंदिनी च तुलसी,कृष्णजीवनी ||
एत नाम अष्टकं चैव स्त्रोत्र नामार्थ संयुतम |
य:पठेत तां सम्पूज्य सोभवमेघ फलं लभेत ||
वृंदा,वृदावनी,विश्वपुजिता,विश्वपावनी,पुष्पसारा,नंदिनी,तुलसी और कृष्णजीवनी ये तुलसी के आठ प्रिय नाम हैं| जो कोई भी तुलसी की पूजा करके इस नामाष्टक का पाठ करता हैं वह अश्वमेघ यज्ञ का फल प्राप्त करता हैं|
एत नाम अष्टकं चैव स्त्रोत्र नामार्थ संयुतम |
य:पठेत तां सम्पूज्य सोभवमेघ फलं लभेत ||
1 टिप्पणी:
" bahut hi badhiya jankari ke liye aapka sukriya .behad anmol jankari "
----- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
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