गुरुवार, 5 नवंबर 2009

मंगलवार व्रत

मंगलवार का व्रत भगवान हनुमान व मंगल ग्रह से सम्बंधित माना जाता हैं यह व्रत सर्वसुख,राज्य सम्मान,बल व पुत्र प्राप्ति,रक्त विकार से मुक्ति हेतु किया जाता हैं इसमे व्रत में भी केवल एक समय ही भोजन करना होता हैं |यह व्रत शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से आरम्भ करे तथा ४५ या २१ व्रत कम से कम करे |इस व्रत में नमक का प्रयोग नही किया जाता व कथा के साथ साथ हनुमान चालीसा व सुन्दरकाण्ड का पाठ भी किया जाता हैं |

व्रत विधि -प्रात:काल स्नान आदि करके भगवान हनुमान जी का स्मरण व पूजन करे |दिन भर व्रत कर सायं काल में लाल फूल,लाल फल,लाल वस्त्र व लाल चंदन से भगवान हनुमान का पूजन व अर्चन कर,उनके सम्मुख तेल के दीपक जलाकर कथा सुने या सुनाये. सुंदर काण्ड,हनुमान चालीसा भी पढ़े,हो सके तो एक माला "ॐ क्रां क्रीं क्रौ स:भौमाय नमः"मंत्र की जपे |गुड आटे का हलवा बनाये किसी पशु को पहले खिलाये फ़िर ५ या ७ ग्रास स्वयं ग्रहण कर अन्य पदार्थ का भोजन करे|

इस व्रत को विधिपूर्वक करने से मंगल ग्रह से सम्बंधित सभी परेशानियो का भी निवारण होता हैं व जिन व्यक्तियो का विवाह मांगलिक होने की वजह से विवाह नही हो पा रहा हैं उन्हें भी काफ़ी लाभ मिलता हैं |

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