गुरुवार, 12 मई 2022

कुंडली विश्लेषण - अजय देवगन


फलित करने हेतु बहुत से भावों का अध्ययन निरंतर करना पड़ता हैं प्रस्तुत लेख में हमने "कुंडली के देखते ही हम शीघ्रातिशीघ्र कैसे पता गाए कि जातक कौन है व क्या हो सकता है, कैसे जाने?" इस पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है इस विषय पर पाठकों से हम उनकी राय भी चाहेंगे ।

कुंडली – 2/4/1970 14:20 मुंबई कर्क लग्न मकर राशि 

प्रस्तुत कुंडली में जातक के विवाह एवं कार्यक्षेत्र के बारे में जानकारी देखते हैं -

प्रस्तुत कुंडली कर्क लग्न व मकर राशि की हैं लग्नेश चन्द्र लग्न को देख रहा हैं साथ ही लग्न पर मंगल का तथा लग्नेश चन्द्र पर शनि का प्रभाव भी हैं |

विवाह – विवाह हेतु मुख्यत: सप्तम भाव,सप्तमेश व शुक्र (पुरुष) का अध्ययन करना होता है | यहाँ सप्तम भाव में चंद्रमा स्थित है जो पत्नी का सुंदर होना बता रहा है तथा सप्तम भाव में चंचलता भी दर्शा रहा है, सप्तम भाव पर सप्तमेश शनि की दृष्टि है जो पंचमेश व शुक्र (विवाह कारक) संग दशम भाव में है जिससे पत्नी का कार्यक्षेत्र पति के सदृश (जैसा) होना तथा प्रेम विवाह का स्पष्ट संकेत प्राप्त होता है ।

सप्तमेश शनि नीच राशि व मंगल (स्वराशि एवं शत्रु) संग है साथ ही शुक्र (चतुर्थेश) संग तथा गुरू से दृष्ट भी है । शनि का नीच राशिगत होना तथा सप्तम भाव में दृष्टि देना गैर परंपरागत विवाह दर्शाता है पत्नी दूसरी जाति की होगी ।

कार्यक्षेत्र - लग्न पर चंद्रमा एवं मंगल प्रभाव उग्रता एवं बदलाव बताता है | कर्मक्षेत्र में स्वराशि मंगल व शुक्र का होना तथा सप्तमेश शनि का होना जातक के कर्म भाव में तकनीक एवं कला का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखा रहा है | इस प्रकार जातक पर शुक्र,चंद्र,शनि तथा मंगल का दोहरा प्रभाव होने से कार्यक्षेत्र काफी व्यापक नजर आता है वही शुक्र शनि की कर्म भाव में युति प्रसिद्धि के योग भी बता रही है |

मंगल - शनि का प्रभाव जोशीला एक लडाकूपना तथा मंगल - शुक्र की युति विपरीत लिंगी आकर्षण बता रहा है अतः कहा जा सकता है कि जातक का विवाह प्रेम सम्बंधित हुआ होगा,पत्नी उसके ही कार्यक्षेत्र से सम्बंधित दूसरी जाति की भी होगी परंतु अत्याधिक, सुंदर होगी व जातक स्वयं प्रसिद्ध जोशीला, तथा सिनेमा सम्बंधित (शुक्र - चंद्र) प्रभाव वाला होगा ।

यह पत्रिका सिनेमा जगत के प्रसिद्ध एक्शन कलाकार अजय देवगन की है जिन पर यह सभी फलीत पूर्णतय लागू होते हैं | वर्ष 2011 मई माह से पहले गुरु ग्रह के नवम एवं शनि के तृतीय भाव गोचर से जातक के घर में संतान प्राप्ति के योग बने होंगे,इस कारण अजय देवगन वह काजल को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई |

 

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