आत्माकारक चन्द्र
2)चंद्रमा के आत्मकारक होने पर व्यक्ति सोम प्रकृति का होता है उसकी आंखों में चंचलता और वाणी में मधुरता होती है चन्द्र जातक को सुंदरता व कोमलता देता हैं उसका
चित्त
स्थिर
रहता
है
आत्मा
की
इच्छाएं
बहुत
होती
है
जातक भावनात्मक रूप से देखभाल
मदद
करने
को
हमेशा
तैयार
रहने
वाला,संगीत तथा कला के क्षेत्र में काम करने वाला,बहुत ज्यादा मुड़ी एवं भावुक होता है |
चंद्रमा यदि आत्मकारक हो तो ऐसे जातक बहुत ज्यादा लोगों की देखभाल करने वाले होते हैं क्योंकि चंद्रमा प्राकृतिक मां है और जातक विशेष की आंतरिक घर को बताता है यदि घर में कोई ना कोई परेशानी रहे तो ऐसे जातक बहुत परेशान हो जाते हैं |
ऐसे लोग अपने घरों में बहुत सारे शीशे एवं क्रिस्टल का इस्तेमाल करते हैं जो की शुभता का
प्रतीक
होता
है
ऐसी
बहुत
सी
वस्तुएं
जो
चमकदार
होती
हैं
अथवा
रोशनी
देती
है
जैसे
कि
चंद्रमा
रोशनी
प्रदान
करता
है
संगीत
इनके
रक्त
में
होता
है
खासतौर
से
इन्हें
किसी
भी
प्रकार
के
मधुर
संगीत
में
तथा
ऐसे
संगीत
जिसने
शब्द
बड़े
प्यारे
हो
इनकी
दिमाग
को
शांत
करते
हैं
|
ऐसे जातकों को गाना गाने का शौक रखना चाहिए जब भी यह मानसिक रूप से परेशान हो तो उन्हें गाना गुनगुनाना लाभदायक रहता है मां की देखभाल करना अथवा मां से आशीर्वाद प्राप्त करना इनके लिए लाभदायक होता है परंतु ऐसा करना थोड़ा सा मुश्किल प्रतीत होता है भक्ति का मार्ग इनको अध्यात्म की ओर धकेलता है
|
1)ऐश्वर्या राय
1/11/1973 4:05 मंगलोर कन्या लग्न |
2)मदर टेरेसा
26/8/1910 14:24 बबीना ग्रेडा वृश्चिक लग्न |
3)मुजीब उर रहमान 17/3/1920 22:38 तुंगीपारा वृश्चिक लग्न |
4)महात्मा गांधी
2/10/1869 8:24 पोरबंदर तुला लग्न |
5)जवाहर लाल नेहरू
14/11/1889 23:05 इलाहाबाद कर्क लग्न |
प्रभूपाद,एन टी आर,दिव्य भारती,धर्मेंद्र,लाल बहादुर
शास्त्री,सिल्क स्मिता,अटल बिहारी बाजपई,
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