गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

आत्माकारक मंगल

 आत्माकारक  मंगल 

3)मंगल के आत्मकारक होने पर व्यक्ति का शरीर सुदृढ़ एवं हड्डियाँ मजबूत होती है व्यक्ति निर्णय लेने में दृढ़ एवं कुशल होता है उसे अपने हर कार्य में सफलता मिलती है | मंगल आत्मकारक के रूप में होतो जातक विशेष को किसी भी प्रकार के लड़ाई झगड़े से दूर रहना चाहिए तथा अहिंसा का मार्ग लेना चाहिए |

मंगल काल पुरुष की पत्रिका में शक्ति का वाहक है जो हथियारों से संबंधित प्रभाव बताता है यह जातक विशेष को युद्ध में जीतने का इच्छा देता है जिससे वह अपनी शक्ति प्रदर्शित कर सके ऐसे जातक अच्छे योद्धा होते हैं परंतु जब उन्हें युद्ध की विनाश्ता का भान हो जाता है तो यह बहुत अच्छा सबक ले लेते हैं तथा अशोक की तरह धर्म का मार्ग अपना लेते हैं इन्हें युद्ध कला जैसे की कुश्ती कराटे कुंग फू आदि बेहद पसंद होती है |

आध्यात्मिक रूप से इन्हें हठयोग एवं योग से संबंधित क्रिया करना ने तरोताजा रखता है जब तक यह अभ्यास करते रहते हैं तो यह साधु के भांति आध्यात्मिक जीवन जीते हैं जैसे कि साधु महात्मा जो कि धर्म की रक्षा के लिए लड़ते हैं अन्यथा उनके कर्म उन्हें बहुत सारी गलती जोकि आक्रामकता के कारण होती है सिखाते हैं इनको आध्यात्मिक रूप से आत्मा के विध्वंसक रूप को छोड़कर आत्म रक्षार्थ काम करना पड़ता है |

हिंसा का मार्ग छोड़कर इन्हें नफरत भुलाकर प्रत्येक जीव जंतु से प्रेम करना उनके लिए लाभदायक रहता है ऐसे जातक के लिए देखभाल करना मुश्किल होती है परंतु यदि ऐसा करते हैं तो इनको बहुत सफलता मिलती है आध्यात्मिक जीवन का रास्ता अहिंसा है।

1)ओप्रा विनफ्रे 19/1/1954 4:15 कोसकिउसको अमरीका वृश्चिक लग्न प्रसिद्द टॉक शो |

2)निकोलाइ टेसला 9/7/1856 10:50 क्रोशिया कुम्भ लग्न रेडियो के अविष्कारक |

मंगल दबंग व्यक्तित्व देता हैं |

वसुंधरा राजे 8/3/1953 4:45 मुंबई सिंह लग्न,शाहरुख खान,ज्ञानी जेल सिंह,

 

कोई टिप्पणी नहीं: