आत्माकारक गुरु
5)गुरु के आत्मकारक होने से व्यक्ति का शरीर सुडौल और सुदृढ़ होता है व्यक्ति तर्कशील एवं विद्वान होता है व्यक्ति की वाणी में गंभीरता होती है वह समाज में प्रतिष्ठित एवं उच्च अधिकारी बनता है | गुरु जब आत्मकारक
है
होता
है
तो
ऐसे
जातक
मजबूत
सोच
वाले
तथा
धर्म
के
प्रति
आचरण
करने
वाले
होते
हैं
आध्यात्मिकता
इन
में
कूट-कूट कर भरी होती है |
अध्यात्म से
यह
अपने
परिवार
और
बच्चों
को
समझाते
रहते
हैं
तथा
जो
लोग
धर्म
का
आचरण
नहीं
करते
उनको
भी
यह
सिखाने
का
प्रयास
करते
हैं
इनके
जीवन
में
बहुत
सारे
ईश्वर
से
जुड़े
हुए
अनुभव
अथवा
अध्यात्म
से
संबंधित
घटनाएं
हुई
होती
हैं
जो
इन्हें
धरती
पर
भगवान
का
होना
बताती
हैं
ऐसे
जातकों
को
ईश्वर
के
द्वारा
उपहार
मिला
होता
है
यह
बहुत
अच्छे
वक्ता
तथा
लोगों
को
आकर्षित
करने
की
क्षमता
रखते
हैं
इनकी
सोचने
का
तरीका
और
यकीन
करने
का
तरीका
लोगों
को
इन
पर
भरोसा
दिलाता
है
|
ऐसा जातक अपने और पराए लोगों में कोई भी भेदभाव नहीं करता उसके परिवार वाले अथवा बाहर के लोग सब को उसी प्रकार मिलता है जिस प्रकार हर किसी व्यक्ति से अध्यात्मिक लोग मिला करते हैं अधिकतर यह आदमी परिवार में सबसे बड़ा होता है परंतु यदि इनके बड़े भाई बहन होते हैं तो उनसे उनके संबंध थोड़े से मुश्किल भरे होते हैं क्योंकि यह समझते हैं कि हम से जो बड़े लोग हैं वह इतने वयस्क नहीं हैं जितनी कि यह स्वयं है |
ऐसे जातक को गुरु पत्नी एवं बच्चों की देखभाल करनी चाहिए तथा अध्यात्म
संपन्नता
हेतु
सत्य
का
सहारा
लेना
चाहिए। आत्माकारक गुरु होतो
व्यक्ति शिक्षक व लेखक होता हैं |
1)ओशो 11/12/1931
17:19 कुचवाड़ा वृष लग्न |
2)रवीद्र नाथ टेगोर 7/5/1861 2:51 कलकत्ता मीन लग्न |
3)एलीज़ाबेथ 21/4/1926 2:35 लंदन मकर लग्न |
4)श्री श्री
महाराज 10/5/1929 5:54 किशनगढ़ मेष लग्न शिक्षक व
लेखक
हेनरी फोर्ड,अक्षय कुमार,करीना कपूर,अब्राहिम लिंकन,
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