3)यह शनि विवाह सुख मे हानी करता हैं अथवा विवाह होने नहीं देता |
1)मेधा पाटकर 1/12/1954 11:00 मुंबई मकर लग्न विवाह नहीं,इनकी पत्रिका मे शनि शुक्र संग दसवे भाव मे तुला राशि का हैं इस
शनि की सप्तम भाव पर दृस्टी हैं |
2)31/5/1957 00:45 अजमेर कुम्भ लग्न विवाह नहीं,इस जातिका की कुंडली मे शनि दसवे भाव मे वृश्चिक राशि का हैं जो
शुक्र व सप्तम भाव को दृस्टी दे रहा हैं |
3)30/3/1954 3:48 बरेली मकर लग्न के इस जातक के दशम भाव मे तुला राशि
का शनि वक्री अवस्था मे हैं जातक वकालत के साथ साथ डबल एम॰ ए हैं परंतु असफल होने
के कारण पत्नी संग नहीं रहती हैं |
4)15/7/1967 5:30 अजमेर मिथुन लग्न मे जन्मे इस जातक की पत्रिका
मे भी शनि दशम भाव मे हैं जातक कि पत्नी उसे छोड़ गयी हैं |
5)प्रधानमंत्री मोदी जी की कुंडली भी इनमे रखी जा सकती हैं |
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