बुधवार, 30 नवंबर 2022

मंत्रो का वर्गीकरण

समाजिक वर्ण व्यवस्था के अनुसार ही मंत्रों का भी वर्गीकरण किया गया है यह वर्गीकरण मंत्र के आदि अंत में प्रयुक्त बीजमंत्रों के द्वारा निर्धारित किया जाता है |

जाति पर आधारित मंत्र का वर्गीकरण इस प्रकार से हैं |

ब्राह्मण मंत्र - इसमें चार बीजाक्षर होते हैं |

क्षत्रिय मंत्र - इसमें तीन बीजाक्षर मंत्र होते हैं |

वैश्य मंत्र - इसमें दो बीजाक्षर मंत्र होते हैं |

शूद्र मंत्र इसमें एक बीजाक्षर मंत्र होता है |


मंत्रों का वर्गीकरण योनि के आधार पर इस प्रकार से किया गया है |

पुलिंग मंत्र - इस मंत्र के अंत में “हुं फट” का प्रयोग होता है |

स्त्रीलिंग मंत्र - इस मंत्र के अंत में “स्वाहा” प्रयोग होता है |

नपुंसक मंत्र - इस मंत्र के अंत में “नमः” प्रयोग होता है |

 

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