सास बहू के लड़ाई झगड़े के क्या कारण होते हैं?
चंद्रमा मां का कारक है काल पुरुष की
कुंडली में चंद्रमा की राशि कर्क से चौथा भाव भावत भावम के अनुसार चंद्र की मां का
हुआ जो कि नैसर्गिक कुंडली में सप्तम भाव बनता है अर्थात जातक की पत्नी शुक्र
चंद्र की मां बनी अर्थात शुक्र रूपी बहू यह समझती है कि चंद्रमा के सभी गुण उसमें
उपलब्ध है एवं चंद्रमा में शुक्र के गुण उपलब्ध है अतः बहुत साफ है कि शुक्र जातक
की पत्नी चंद्र सास की मां बनना चाहती है जो कि संभव नहीं होता है इसलिए सास बहू के
झगड़े रहते हैं |
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