शुक्रवार, 21 मार्च 2025

मीन का शनि कर्क राशि वालों के लिए

कर्क राशि (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डी)

कर्क राशि के जातकों के लिए मीन राशि में शनि का गोचर एक सुखद बदलाव लेकर आया है । अब आपको अष्टम ढैया के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी । स्वास्थ्य सुधार देखने को मिलेगा तथा कार्यों में भी प्रगति सम्भव होगी हालाँकि भाग्य का अभी भी अपेक्षित सहयोग नहीं मिलेगा, परन्तु मेहनत के बल पर आप कई अच्छी उपलब्धियाँ अर्जित कर सकते हैं

कर्क राशि वालों के लिए मीन राशि में शनि का गोचर उनकी जन्मराशि से नवम भाव में रहेगा । नवम भाव से शनि अपनी तीसरी दृष्टि से एकादश भाव को देखेगा, जिसके चलते आपको परिश्रम और योग्यता के 'अनुरूप प्रतिफलों की प्राप्ति न होने का मलाल रह सकता है हालांकि विगत समयावधि की 'तुलना कुछ सुधार देखने को मिलेगा। मित्रों एवं कुटुम्बीजनों से बेहतर सम्बन्ध बनाए रखने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता होगी

नवमस्थ शनि की सप्तम दृष्टि तृतीय भाव पर रहेगी जिसके चलते एक ओर जहाँ उत्साह एवं कर्मठता में वृद्धि होगी, तो वहीं दूसरी ओर परिजनों के साथ रिश्तों में तनाव भी देखने को मिल सकता है । भाई-बहिनों से सम्बन्धित कोई समस्या परेशान कर सकती है । सर्वाइकल पेन, भुजा एवं कंधो से सम्बन्धित समस्याएँ तथा ईएनटी से सम्बन्धित समस्याओं के प्रति सतर्कता रखने की आवश्यकता रहेगी

नवम भाव में गोचर के चलते दशम दृष्टि से शनि छठे भाव को भी देखेगा । शनि की छठे भाव पर दृष्टि के चलते जातक को शत्रु एवं मुकदमों से सम्बन्धित मामलों में राहत मिलेगी तथा ऋणादि के चुकाने की भी व्यवस्था बन सकती है कॅरिअर में बेहतर अवसरों की प्राप्ति होगी |

स्वास्थ्य : मीन राशि में शनि का गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा । स्वास्थ्य समस्याओं में सुधार होगा और आपको राहत महसूस होगी । आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और नकारात्मक विचार कम होंगे, दुर्घटना जैसी आशंकाएं भी कम रहेंगी । यदि कोई पुरानी बीमारी चल रही है, तो उसके नियन्त्रण में होने के योग बन सकते हैं |

पारिवारिक जीवन: पारिवारिक सुख के मामले में भी यह समय अच्छा रहेगा,घर में कलह कम होगी और जीवनसाथी के साथ सम्बन्ध मधुर होंगे । घर में शुभ कार्यों के अवसर आएँगे,विवाह योग्य युवाओं के लिए शादी के योग बन रहे हैं । सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आपको समाज में सम्मान मिल सकता है । धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में आपकी भागीदारी बढ़ेगी ।

आर्थिक स्थिति आर्थिक मोर्चे पर वह समय पिछले दिनों से बेहतर रहेगा । आय के स्रोतों से नियमित आमदनी होगी और अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रहेगा इससे आर्थिक तंगी और संकट की स्थिति कम होगी कर्ज से मुक्ति के अवसर मिलेंगे । जमीन और प्रॉपर्टी में निवेश के योग बन रहे हैं, लेकिन निवेश करते समय सावधानी बरतें । इस दौरान आप नई निवेश योजनाएं बना सकते हैं और उन्हें लागू भी कर सकते हैं । यह अवश्य है कि परिश्रम और योग्यता के अनुरूप प्रतिफल न मिलने का मलाल रह सकता है ।

नौकरी और कॅरिअर : कॅरिअर के क्षेत्र में कर्क राशि वालों के लिए यह समय राहत देने वाला रहेगा हालाँकि पूरी तरह से अनुकूल नहीं है,नौकरी में स्थिरता आएगी और अनचाहे स्थानान्तरण की आशंकाएँ कम होंगी । उच्चाधिकारियों से तनाव और काम में आने वाली बाधाएँ कम होंगी । फिर भी, अपने काम और जिम्मेदारियों को गंभीरता से लें और उन्हें समय पर पूरा करने का प्रयास करें । नियमों का उल्लंघन करने से बचें । प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोग नौकरी बदल सकते हैं ।

कैसा रहेगा कर्क राशि वाले जातकों का व्यवसाय?

कर्क राशि के व्यवसायियों के लिए मीन राशि में शनि का गोचर महत्त्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आएगा। शनि मीन राशि में उनके जन्मकुण्डली के नवम भाव में गोचर करेंगे, जो सामान्यतः शुभ नहीं माना जाता है हालांकि इस गोचर का प्रभाव कर्क राशि वालों के लिए राहतकारी रहेगा, क्योंकि अब वे शनि की अष्टम ढैया से मुक्त हो जाएँगे । इससे उन्हें व्यवसाय में मिल रहे अशुभ प्रभाव में भारी कमी देखने को मिलेगी ।

यह गोचर व्यापार से सम्बन्धित समस्याओं में भी राहत प्रदान करेगा खासकर उन व्यवसायियों के लिए जो मंदी के कारण परेशान हैं,उनकी आर्थिक स्थिति सुधार होगा । ऋण की समस्याओं से भी निजात मिलेगी और वे स्वयं को पहले से बेहतर स्थिति में महसूस करेंगे ।

नवम भाव में शनि का गोचर नवम,एकादश, तृतीय और षष्ठ भाव को प्रभावित करेगा । नवम भाव में शनि का प्रभाव भाग्य को थोड़ा मंद करता है लेकिन इसके बावजूद व्यक्ति को संतोष का अनुभव होगा ।

एकादश भाव पर शनि का प्रभाव परिश्रम एवं योग्यता के अनुरूप आय और सफलता दिलाने में सहायक नहीं बनता । इससे आय में रुकावटें भी आ सकती हैं शनि का तृतीय और एकादश भाव पर दृष्टिपात परिवार और सहोदर संबंधों में तनाव उत्पन्न कर सकता है, जिसके कारण आपसी मतभेद हो सकते हैं । व्यापार में सहयोग की कमी हो सकती है, और सहोदर वा सहयोगियों से अपेक्षित मदद नहीं मिल पाएगी ।

नवम भाव में शनि के गोचर का दृष्टि प्रभाव षष्ठ भाव पर भी पड़ेगा, जिससे ऋण चुकता करने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल बन सकती हैं साथ ही, जिनके खिलाफ मुकदमे चल रहे हैं या सरकारी विभागों से जुड़े मामलों में विवाद हैं, उनके लिए राहत मिल सकती है ।

राहत के उपाय : जन्मराशि से नवम भाव में शनि का गोचर पिछले दिनों की तुलना में बेहतर है, लेकिन इसके नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं :

1. सातमुखी रुद्राक्ष की माला गले में धारण करनी चाहिए ।

2.ॐ शं शनैश्चराय नमः' मन्त्र का अधिकाधिक संख्या में जप करना चाहिए।

3. सामाजिक और धार्मिक कार्यों में अधिक से अधिक भाग लें ।

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