रविवार, 25 अगस्त 2024

बड़े काम के बीज


कुछ बीजो को भिगोकर खाने मे इस्तेमाल करने से कई गम्भीर बीमारियों में अचूक फायदा होता देखा गया है ! ऐसा आप सब भी प्रयोग करके देख सकते हैं !

आयुर्वेदिक के अनुसार इन बीजो का सेवन प्रतिदिन इस क्रम में भिगोकर करना लाभदायक रहता हैं |

1. रविवार - पाँच बादाम शनिवार की शाम भिगोकर रख दें रविवार को प्रातः इसको सिलबट्टे मे घिसकर इसकी चटनी प्रयोग करें तथा भिगोये गये पानी का भी सेवन करें |

2. सोमवार - रविवार की शाम चिया के बीज एक चम्मच भिगो दें,सोमवार प्रातः उसका सेवन करें यह आपके शरीर मे अतिरिक्त चर्बी समाप्त कर देगा |

3. मंगलवार -  सोमवार शाम को अलसी के बीज एक चम्मच भिगो दें,मंगलवार को प्रातः भीगे हुए दाने को चबा चबाकर खा लें और बचे पानी को भी पी लें |

4. बुधवार - मंगलवार शाम को अखरोट का गूदा एक चम्मच भिगो दें,बुधवार प्रातः उसका सेवन करें, इसके अनसेचुरेटेड फैट दिल के लिए सर्वोत्तम दवा है |

5. गुरुवार - बुधवार शाम को जीरा एक चम्मच पानी में भिगो दें,गुरुवार प्रातः इसका सेवन करें, यह अपच, बदहज्मी को दूर करेगा |

6.शुक्रवार - गुरुवार शाम को एक चम्मच मेथी दाने भिगो दें,शुक्रवार प्रातः उसका सेवन करें, यह कई प्रकार से लाभ पहुँचाता है |

7. शनिवार - शुक्रवार को सायं एक मुट्ठी मूंफली के दाने भिगोकर रख दें,शनिवार प्रातः इसको खायें यह पौष्टिक होता है और शरीर में आवश्यक चर्बी की कमी पूरा करता है |

यदि प्रतिदिन बदल - बदल कर इन प्राकृतिक औषधीय पदार्थों का सेवन करते हैं तो निश्चित ही आप निरोगी और स्वस्थ रहेंगे |

अंगो का फड़कना

भारतीय ज्योतिष शास्त्रो के अनुसार स्त्रियों के बाएं अंगों का तथा पुरुषों के दाएं अंगो का फड़कना शुभ माना गया है । अत: उपयुक्त फलित जो भाग दाएं-बाएं में योग्य विभाजित किए जा सकते हैं उनके फल को भी तदनुसार ही समझना चाहिए । जिन भागों में विभाजन संभव नहीं है उनके फलित स्त्री पुरुष दोनों में एक समान होंते हैं

सिर का बायां भाग फड़के तो यात्रा दायां भाग फड़के तो धन की प्राप्ति होती है ।

दोनों नेत्र एक साथ फड़कें तो मित्र या बिछुड़े हुये व्यक्ति से मिलन व बाईं आंख नाक की ओर से फड़के तो पुत्री प्राप्ति या शुभ कार्य होंगे ।

जातक की मूंछ का दायां भाग फड़के तो उसकी विजय होती है तथा बायां भाग फड़कने पर झगड़ा होता है ।

स्त्री के कंठ के फड़कने पर उसे आभूषणों की प्राप्ति हो सकती है ।

ऊपरी पीठ फड़कने पर धन मिलता है ।

पेट का ऊपरी भाग फड़के तो हानिकारक व नीचे का भाग फड़कने पर अच्छा सूचक माना जाता है।

दायां घुटना फड़के तो स्वर्ण की प्राप्ति होती है ।

यदि किसी व्यक्ति के कंधे अथवा कंठ में स्फुरण हो तो व्यक्ति के भोग विलास के साधनों में वृद्धि होगी । ऐसे धन प्राप्ति की आशा भी होती है जिसके पाने की कोई आशा ही न हो।

स्त्री का वक्ष स्फुरण होतो विजय प्राप्त होती है,शत्रु नाश होता है, मुकद्दमों में भी विजय श्री मिलती है अथवा  बार-बार जिस कार्य में असफलता मिली हो, उसमें सफलता प्राप्त होती है ।

हृदय स्फुरण से मनोवांछित सिद्धि प्राप्त होती है ।

कटि स्फुरण से आमोद - प्रमोद में वृद्धि होती है ।

गुदा स्फुरण से वाहन सुख की प्राप्ति होती है |

आंत अथवा आमाशय स्फुरण से रोग मुक्ति की सूचना मिलती है ।

पीठ का लगातार स्फुरण आगामी समय में किसी संकट की सूचना देता है ।

भुजाओं के फड़कने से मधुर भोजन व धन प्राप्ति की सूचना मिलती है । कहा भी गया है कि यदि किसी कंगाल की भुजा 15 दिनों तक फड़के तो वह धनवान होने लग जाता है ।

पाद तलों (पैरों की तली) से यदि स्फुरण हो तो अनायास ही मान प्रतिष्ठा मिलती है ।

नासिका, कटिपाश्र्व, लिंग, अधर, कपोल तथा जंघा में किसी भी भाग के स्फुरित होने पर प्रीतिसुख (प्रेम) प्राप्त होता है अर्थात प्रिय मिलन या किसी ऐसे नजदीकी व्यक्ति से मुलाकात होगी जिसके मिलन से सुख प्राप्त होगा ।

शुक्रवार, 23 अगस्त 2024

विवाह हेतु शापित वर्ष 1987

प्रस्तुत लेख/पोस्ट को आप हमारे चैनल मे भी देख सकते हैं |

https://youtu.be/YDKW4cjDjGE

1987 मे पूरे वर्ष तुला राशि पाप कर्तरी मे रही तथा पूरे वर्ष मंगल व शुक्र कालपुरुष के लग्नेश व सप्तमेश दोनों भी पीड़ित अवस्था मे थे | हमारे यौन अथवा सेक्स जीवन से जुड़ी राशि वृश्चिक मे शनि व शान सुख से जुड़ी राशि मीन मे राहू का होना भी विवाह हेतु अशुभ था |

जनवरी माह में मंगल राहु के संग तथा शुक्र शनि के संग है|

फरवरी माह में मंगल राहु संग शुक्र पाप कर्तरी में है|

मार्च माह में मंगल केतु के नक्षत्र में है शुक्र पर शनि की दृष्टि है|

अप्रैल माह में मंगल पर शनि(वक्री) की दृष्टि शुक्र राहु के नक्षत्र में है |

मई माह में मंगल पर शनि की दृष्टि,शुक्र राहु संग है |

जून महीने में मंगल राहु के नक्षत्र में है तथा शुक्र पाप कर्तरी में है |

जुलाई माह में मंगल नीच राशि में तथा शुक्र मंगल के नक्षत्र में है |

अगस्त माह में मंगल नीच राशि में शुक्र मंगल सूर्य संग है |

सितंबर माह में मंगल केतु के नक्षत्र में सूर्य संग है,शुक्र मंगल सूर्य संग है |

अक्टूबर मास में मंगल और शुक्र केतु के संग है |

नवंबर मास में मंगल केतु तथा शुक्र शनि के संग है |

दिसंबर मास में मंगल तुला राशि पाप कर्तरी में है तथा शुक्र मूल नक्षत्र में है |

इन्ही सब कारणो की वजह से इस 1987 के वर्ष मे जन्मी अधिकतर स्त्रीयाँ वैवाहिक सुख से वंचित रही हैं या उनको विवाहसुख देर से मिला हैं | 

सोनाक्षी सिन्हा,सामंथा रुथ प्रभु,कंगना राणावत,रागिनी खन्ना,तापसी पन्नू,सोनल चौहान,रिया कपूर,चर्नी,सहजान पदमसी,स्नेहा उल्लाल,रूबीना डिलियक,सना खान,श्रद्धा दास,श्रबंती मालाकार,कोनूरु हम्पी,इलिना दी क्रूज,तेजस्विनी प्रकाश,नेहा शर्मा,श्रद्धा कपूर, मल्लिका कपूर,अमृता प्रकाश,पूजा बोस,हिना खान,जरीन खान,तोरल राजपूत,नताशा शर्मा, स्वरा भास्कर,मुंनमुन दत्ता,कीर्ति नागपुरे,अनुप्रिया गोयनका,हिलेरी डाफ़्फ़,जेमी ली ओ डेनियल,क्रिस्टीना वेलेंजुएला, 

यह सभी अभिनेत्रियां,मॉडल व खिलाड़ी 1987 में जन्मी है और इनमें से किसी का भी विवाह 30 वर्ष की आयु से पहले नहीं हुआ है |

गुरुवार, 22 अगस्त 2024

लग्न कितने समय का होता हैं

किसी भी राशि में लग्न का भोगकाल समान नहीं होता है, कुछ राशियाँ छोटी होती हैं कुछ बड़ी हम इनके भोगकाल का समय नीचे दे रहे हैं

1. मेष     1 घण्टा 44 मिनट तक

2. वृष      1    "    59   "

3. मिथुन   2    "    11   "

4. कर्क     2    "    15   "

5. सिंह     2     "   10    "

6. कन्या   2     "   10   "

7. तुला    2      " 12   "

8. वृश्चिक   2     "   15   "

9. धनु     2     "    07   "

10 मकर   1     "   49   "

11. कुंभ   1     "   35   "

12. मीन   1 घंटा 32 मिनट तक

बुधवार, 21 अगस्त 2024

स्त्रियों का स्वभाव व जन्म मास

हिन्दू ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्त्रियों का स्वभाव उनके जन्म के मास से भी जाना जा सकता है ।

यहां हम क्रम से हिन्दी मास में जन्म लेने वाली महिलाओं के स्वभाव की संक्षेप मे जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं ।

चैत्र मास (15 मार्च से 15 अप्रैल)

चैत्र मास में जन्म लेने वाली स्त्री वक्ता, होशियार, क्रोधी स्वभाव वाली, कजरारे नेत्र वाली, सुंदर रूप,गोरे रंग वाली, धनवान,पुत्रवती और सभी सुखों को पाने वाली होती है ।

वैशाख मास (15 अप्रैल से 15 मई)

वैशाख मास में जन्म लेने वाली स्त्री श्रेष्ठ पतिव्रता, कोमल स्वभाव वाली, सुंदर हृदय, बड़े नेत्रों वाली, धनवान, क्रोध करने वाली तथा मितव्ययी होती है |

ज्येष्ठ मास (15 मई से 15 जून)

ज्येष्ठ मास में पैदा होने वाली स्त्री बुद्धिमान और धनवान, तीर्थ स्थानों को जाने वाली, कार्यों में कुशल और अपने पति की प्यारी होती है |

आषाढ़ मास (15 जून से 15 जुलाई)

आषाढ़ मास में उत्पन्न स्त्री संतानवान, धन से हीन, सुख भोगने वाली, सरल और पति की दुलारी होती है ।

श्रावण मास (15 जुलाई से 15 अगस्त)

श्रावण मास में जन्म लेने वाली पवित्र, मोटे शरीर वाली, क्षमा करने वाली, सुंदर तथा धर्मयुक्त और सभी सुखों को पाने वाली होती है |

भाद्रपद मास (15 अगस्त से 15 सितंबर)

भाद्रपद मास में जन्म लेने वाली कोमल, धन पुत्रवाली, घर की वस्तुओं कि देखभाल करनेवाली, हमेशा प्रसन्न रहने वाली, सुशीला और मीठा बोलने वाली होती है।

आश्विन मास (15 सेताम्बर से 15 अक्तूबर)

आश्विन मास में जन्म लेने वाली स्त्री सुखी, धनी, शुद्ध वाली,गुणवान और रूपवती होती है, कार्यों में कुशल तथा अधिक कार्य करने वाली होती है ।

कार्तिक मास (15 अक्तूबर से 15 नवंबर)

कार्तिक मास में जन्म लेने वाली स्त्री कुटिल स्वभाव की, चतुर, झुठ बोलने वाली, क्रूर और धन से सुख प्राप्त करने वाली होती है ।

मागशीर्ष मास (15 नवंबर से 15 दिसंबर)

मागशीर्ष में जन्म लेने वाली पवित्र, मीठे वचनों वाली, दया, दान, धन,धर्म करने वाली, कार्य में कुशल और रक्षा करने वाली होती है |

पौष मास (15 दिसंबर से 15 जनवरी)

पौष मास में जन्म लेने वाली स्त्री पुरुष के समान स्वभाव वाली, पति से विमुख, समाज में गर्व तथा क्रोध रखने वाली होती है ।

माघ मास (15 जनवरी से 15 फरवरी)

माघ मास में जन्म लेने वाली स्त्री धनी, सौभाग्यवान, बुद्धिमान संतान से युक्त तथा कटु पर सत्य वचन बोलने वाली होती है |

फाल्गुन मास (15 फरवरी से 15 मार्च)

फाल्गुन मास में जन्म लेने वाली स्त्री सर्वगुणसंपन्न, ऐश्वर्यशाली, सुखी और संताति वाली तीर्थ यात्रापर जाने वाली तथा कल्याण करने वाली होती है |

 

 

सोमवार, 19 अगस्त 2024

घरों में प्रयोग किये जाने वाले सामान्य उपाय

1. सुबह उठ कर यदि थोड़ा सा आटा यदि चीटियों के सामने डाल दे तो यह भी एक पूरे दिन का रक्षाकारक प्रयोग होता है ।

2. अपने व्यापारिक स्थल पर यदि उन्नति नहीं हो रही है तो एक पीला नीबूं लेकर उसे अपने प्रतिष्ठान के चारों और घुमाये तथा बाहर लाकर चार भाग में काटकर फेक दे ऐसा शनिवार को अवश्य करें

3.यदि हर बुधवार, एक पीला केला गाय को खिलाया जाये तो यह धन दायक होता है आवश्यक यह है कि इस कार्य का प्रारम्भ शुक्ल पक्ष से किया जाना चाहिए ।

4. यदि रवि पुष्प के दिन अपामार्ग के पौधे को विधि विधान से उखाड़ लाये और फिर तीन माला नवार्ण मंत्र जप करें इसे पूजा स्थान पर या अपने व्यापारिक स्थान पर रखे आपके यहां धनागम में वृद्धि होगी।

5. परिवार मे दोषों को समाप्त करने के लिये पीपल के वृक्ष की जड़ में कुछ मीठा या मिठाई और उसके ऊपर थोड़ा सा मीठा पानी भी अर्पित करें

6. यदि व्यक्ति दोपहर के बाद पीपल के वृक्ष स्पर्श करें तो व्यक्ति की अनेकों बिमारी स्वतः ही नष्ट हो जाती है रविवार के दिन पीपल का वृक्ष ना छुऐ ।

7. यदि कोई व्यक्ति ज़्यादातर अस्वस्थ्य रहता हैं तो वह व्यक्ति धतूरे की जड़ को अपने कमर से बांध ले तो उस व्यक्ति को अवश्य लाभ प्राप्त होने लगता हैं |

8. किसी भी शुक्रवार को यदि सरसों के तेल में थोड़ा सा गाय का गोबर मिलाकर पूरे शरीर की मालिश कर स्नान कर लिया जाए, तो व्यक्ति विशेष के विभिन्न प्रकार के दोषों का नाश हो जाता हैं |

9. सूर्योदय से पहले किसी भी चौराहे पर जाकर थोड़ा सा गुड़ चबा कर थूक दे फिर बिना किसी से बात किये बिना पीछे देखे अपने घर आ जाये तो आधा शीशी का सिर दर्द ठीक हो जाता हैं |

विशेष उपाय :

अगर अपनी मेहनत के अनुसार लाभ नहीं मिल रहा हो तो शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से प्रति शुक्रवार 21 बार आप आधा किलों चावल बनाये उन चावलो को परात या किसी दूसरे बर्तन में डाले फिर उसमें शक्कर व देशी घी मिलाकर बैठी हुई सफेद गाय व उनके बछड़े को खिलायें ध्यान रहे गौ का मुंह आप की तरफ होना चाहिए और आप उस समय सफेद वस्त्र ही पहने ऐसा करने से घर का प्रत्येक सदस्य प्रगति करेगा यह शुक्र का अचूक और समृद्धि कारक उपाय है |

दिमाग से चिन्ता हटाने का टोटका :

अधिकतर घर परिवारों में कई कारणों से दिमाग बहुत ही उत्तेजना में आ जाता है, परिवार की किसी समस्या से या लेन देन से अथवा किसी रिश्ते आदि को लेकर दिमाग एकदम उद्वेलित होने लगता है, ऐसा लगने लगता है कि दिमाग फट जायेगा | इसका एक अनुभूत टोटका है कि जैसे ही टेंसन हो एक लोटे या जग में पानी लेकर उसके अन्दर चार लाल मिर्च के बीज डालकर अपने ऊपर सात बार उतारा करने के बाद घर के बाहर सड़क पर फेंक दीजिए फौरन आराम मिल जायेगा |