प्रस्तुत लेख मे हम व्यापार जगत के लिए ग्रह अनुसार होने वाली संभावनाओ को बता रहे हैं जिनसे हमारे व्यापारी भाई बंधु लाभ प्राप्त कर सकते हैं |
जून माह की शुरुआत मे शुक्र भरनी नक्षत्र मे तथा गुरु उत्तरभद्र पद नक्षत्र मे प्रवेश करेंगे | शुक्र राहू के साथ व शनि की नज़र मे होंगे तथा गुरु मंगल संग होंगे जिससे शुक्र रुई,चाँदी,सोना व दलहन मे तेजी आएगी |
इस समय आयात कोटे का ऐलान हो सकता हैं | गुरु मंगल का राशि संबंध रुई,कपास,तेल,गुड,खंड,सोना चाँदी,तांबा,दलहन व सोया तेल मे तेजी हो सकती हैं |
5 जून को बुध
मार्गी होगा एवं साथ ही 5 जून को कुम्भ राशिस्थ शनि भी वक्री हो रहा है । शनि का वक्रत्व
तेलवाना,कालीमिर्च,सुपारी, सोना
- चांदी, गुड़ - खाण्ड, घी में जोरदार
तेजी या मन्दी का झटका देगा । जिससे व्यापारी
लाभ में रहेंगे ।
8 जून को सूर्य
मृगशिरा में एवं मंगल रेवती नक्षत्र में दाखिल होगा । इस समय सूर्य बुध के साथ वृष
राशि में है, सूर्य का बुध के साथ मेल होने से बाज़ार तेजी की
तरफ बढ़ते हैं। लेकिन इसी दिन मंगल बृहस्पति के साथ गुरु की ही राशि में है,
ऐसी ग्रह स्थिति में
रुई, सूत, सण, सोना,
चांदी, उड़द, मूंगफली आदि तिलहन,
शेयर बाजार, हल्दी एवं कालीमिर्च तेज रहेगी लेकिन
रेवती नक्षत्र का मंगल बाज़ारों में मन्दी कारक है, अतः 'नक्षत्र
प्रवेश काल' को ध्यान में रखकर 12 जून तक व्यापार बढ़ावें ।
13 जून को राहु
भरणी नक्षत्र में आएगा । इस समय राहु पर वक्री शनि की दृष्टि भी है, अत:
रुई, कपास, गुड़, खाण्ड,
घी एवं सोया आदि तेल तेज रहेंगे, क्योंकि
वर्षाविचार से तेल, तिलहन में तेजी रहेगी । यह तेजी उत्तम मध्यम
रूप से आगे तक चल सकती है ।
15 जून को सूर्य
मिथुन राशि में आकर 26 जून तक मंगल की दृष्टि में ही रहेगा । इसी दिन शुक्र
कृत्तिका नक्षत्र में दाखिल होगा। 17 जून के लगभग तक शुक्र मेष में राहु एवं शनि
की नज़र में रहेगा । अत: रुई, सूत, कपास, सरसों,
तेलवाना, गुड़, खाण्ड, शक्कर,
चीनी, घी, चावल, गेहूं,
दालों एवं सोना, चांदी में तेजी का रुख रहेगा ।
इन सभी कारणो से जून 5, 8, 15
को शेयरबाज़ारों में तेजी बनेगी ।
18 जून को बुध
रोहिणी में आएगा एवं शुक्र वृषराशि में बुध के साथ एकराशि सम्बन्ध बना लेगा । जिससे रुई, कपास में जोरदार
घटाबढ़ी चलेगी। सोना-चांदी में घटाबढ़ी के बाद तेजी आने के योग हैं। बुध-शुक्र का
संयोग अनाजों में मन्दे की उम्मीद होने पर भी तेजी करे ।
18 से 21 जून तक
व्यापारी सोच-विचार
से काम करें, क्योंकि बाजार अचानक टूट भी सकते हैं ।
22 जून को सूर्य
के आर्द्रा नक्षत्र में आने पर मौसम खराब होने से बाजारों में तेजी हो सकती है ।
रुई, सूत, कपास, खल,
अलसी, एरण्ड, गेहूं, चावल,
चना, जौ एवं सोना-चांदी में तेजी से लाभ लें
। लेकिन 26 जून को शुक्र रोहिणी में आकर अचानक बाजारों में उथल-पुथल कर सकता है ।
संभव है - बाजारों में मन्दी प्रधान रहे ।
चांदी, सोना
आदि धातु, अलसी, एरण्ड, सरसों
आदि तिलहन, घी, तेल, गुड़,
खाण्ड, दाख, छुहारा, सुफारी
एवं नारियल में मन्दी रहे। 27 जून को मंगल मेष राशि में आकर राहु के साथ मेल
करेगा। शनि की इस पर नज़र भी है । यह योग मन्दे की उम्मीद होने पर भी तेजी प्रधान
रहेगा । गेहूं आदि अनाज, सोना, चांदी, तांबा
आदि धातु, रुई, कपास, पाट,
वारदाना, गुड़, खाण्ड, शक्कर,
घी एवं तेल, तिलहन में तेजी रहे । ।
28 जून को बुध
मृगशिरा नक्षत्र में आएगा। मासान्त तक रुई में तेजीं, चांदी
में घटाबढ़ी के बाद मन्दीं, गेहूं, तिल, सरसों,
उड़द एवं तेल-तिलहन में मन्दे का रुख रहेगा ।
गेहूं, जौ,
चना में 30 जून के लगभग तेजी संभव है |
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