गणेश चतुर्थी को चन्द्र दर्शन वर्जित क्यू ?
सभी जानते हैं की चन्द्र का अपना कोई प्रकाश नहीं होता चंद्रमा
को अपना प्रकाश सूर्य से प्राप्त होता है और ऐसा माना जाता है कि चतुर्थी के दिन
जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक त्रिकोण बनाते हैं,
तो चंद्रमा से निकलने वाली किरणें सकारात्मक रूप से हानिकारक होती
हैं । भाद्रपद माह के दौरान, आमतौर पर (अगस्त - सितंबर) गणेश
चतुर्थी चित्रा या स्वाति तारे पर पड़ती है । चतुर्थी की युति में होने पर ये
दोनों तारे भी प्रतिकूल होते हैं । हम
सब जानते हैं की चतुर्थी, नवमी और
चतुर्दशी रिक्त तिथियां भी
होती हैं और इसलिए इन तिथियो मे हम जो भी कार्य करते हैं वह निष्फल हो
जाता है चूँकि चंद्रमा ग्रहों के संबन्धित
फल प्रदान करने मे सबसे ज़्यादा सक्षम होता हैं, इसीलिए इस दिन यानि चतुर्थी पर
चंद्रमा को देखना सकारात्मक रूप से हानिकारक माना जाता है | आमजन ज्योतिष संबंधी इतनी गूढ बात को नहीं समझ सकता
संभवत: इसी कारण हमारे विद्वानो ने सरल शब्दो मे बताने के लिए चतुर्थी के चन्द्र
को वर्जित कर दर्शन करने अथवा देखने से मना किया |
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