सूर्य 6 जुलाई 17:39 बजे तक आर्द्रा नक्षत्र (मिथुन राशि) में गोचर करेंगे ! सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करने पर जहां हमारे मौसम में कई प्रकार के बदलाव आते हैं वही विभिन्न नक्षत्र और नामाक्षर वाले जातकों पर भी अलग-अलग प्रकार से प्रभाव पड़ता है |
सूर्य के इस
गोचर से विभिन्न नक्षत्र और नामाक्षर वाले लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और उस
स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने और अशुभ फलों से बचने के लिये उनको क्या उपाय
करना चाहिए, हम
यहाँ बता रहे हैं |
1 - जिन लोगों का जन्म आर्द्रा, पुनर्वसु या
पुष्य नक्षत्र में हुआ हैं और
जिनका नाम क, घ, छ, ह या ड अक्षर से
शुरू होता है, उन
लोगों को 6
जुलाई 2023 तक
आग और बिजली से सम्बंधित उपकरणो के साथ संभलकर काम करना चाहिए | इनसे सम्बंधित
चीज़ों जैसे गैस, चूल्हा, बिजली के तार
आदि को सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए | साथ ही यदि आप इस दौरान कोई नया मकान बनाने की
सोच रहे हैं तब आपको 6
जुलाई तक के लिये अपना यह कार्यक्रम
टाल देना चाहिए ! इसके अलावा अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल
सुनिश्चित करने के लिये दिनांक 6 जुलाई 23 तक रोज़ सुबह स्नान करने के बाद सूर्यदेव
को जल में सफेद तिल डालकर अर्पित करना चाहिए |
2 - जिनका जन्म आश्लेषा, मघा, पूर्वाफाल्गुनी
या उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ड, म, ट या प हो, दिनांक 6 जुलाई 23 तक उन लोगों के
जीवन की गति कुछ थमी हुई सी महसूस होगी | उनके सारे काम कुछ समय के लिये ठहर से जायेंगे
|
अतः अपने कामों की गति से ठहराव की स्थिति को दूर करने के लिये वे रात को अपने सिरहाने 5 बादाम रखकर
सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन बादाम को मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें |
3 - जिन लोगों का जन्म हस्त, चित्रा, स्वाति या
विशाखा नक्षत्र में हुआ है और जिनके नाम का पहला अक्षर प, ष, ठ, र या त हो, उन लोगों को अब
से 6
जुलाई तक अपने हर काम में स्थिरता का अनुभव होगा | उनके जीवन में
भी स्थिरता बनी रहेगी |
अतः इस स्थिरता को बनाये रखने के लिये 6 जुलाई तक घर में पीतल के बर्तनों को उपयोग में
लाएं |
4 - जिन लोगों का जन्म अनुराधा, ज्येष्ठा या मूल
नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम य, न या भ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को
दिनांक 6
जुलाई 2023 तक
लक्ष्मी की आकस्मिक प्राप्ति होगी | इस स्थिति को यथावत बनाये रखने के लिये उन्हे
काली गाय की सेवा करना चाहिए | साथ ही अपने बड़े भाई का भी सहयोग प्राप्त
करना चाहिए |
5 - जिन लोगों का जन्म पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण या
धनिष्ठा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर भ, ध, फ, ज, ख या ग हो, उन लोगों के
जीवन में दिनांक 6
जुलाई 23 तक
अथाह लाभ की स्थिति बनेगी | इन
लोगों को अपने हर काम में लाभ ही लाभ मिलेगा | अतः लाभ की
स्थिति 6
जुलाई तक बनाये रखने के लिये इन लोगों को मन्दिर में गुड़ का दान करना चाहिए |
6 - जिन लोगों का जन्म शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद
या उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ग, स, द या थ अक्षर से
शुरू होता हो, उनके
घर के मुखिया को दिनांक 6
जुलाई 23 तक
कुछ परेशानी हो सकती है | घर
के मुखिया को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना चाहिए,साथ ही अशुभ
स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये बन्दर को कुछ खाने को दे
दें |
7 - जिन लोगों का जन्म रेवती, अश्विनी, भरणी या कृतिका
नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर द, च, ल, अ, ई, उ या ए, उन लोगों को
दिनांक 6
जुलाई 23 तक
आर्थिक मामलों में सावधानी रखनी चाहिए
|
उनको अपने पैसों को बेवजह खर्च नहीं करना चाहिए,क्योंकि इस
दौरान इनको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है | अतः सूर्यदेव के अशुभ फलों से
बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये 6 जुलाई तक
धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें |
8 - जिन लोगों का जन्म रोहिणी या मृगशिरा नक्षत्र
में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर अ या व हो, उन लोगों को
दिनांक 6
जुलाई 2023 तक
अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए,इन लोगों को कोई रोग, पीड़ा या भय हो
सकता है |
अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये इन लोगों को मन्दिर
में नारियल का तेल दान करना चाहिए, इससे शुभ फलों की प्राप्ति होगी |
9 - सूर्यदेव के आर्दा नक्षत्र में पहुँचते ही
बरसात का मौसम प्रारम्भ हो जाता है | यह मानसून के आने का संकेत भी होता है और
बरसात प्रारम्भ हो जाती है,खरीफ
की फसलों की बुआई भी शुरू हो जाती है, बरसात की वजह से गरमी से राहत मिलती है और मौसम
सुहावना हो जाता है |