ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह का विशेष महत्व बताया गया है. शनि को न्याय और कर्मफलदाता कहा जाता है, क्योंकि शनिदेव हमेशा व्यक्ति को कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं. शनि किसी एक राशी में लगभग ढाई साल तक रहते हैं. शनिदेव राजनीति, खनन, तेल, रहस्य और प्रसिद्धि के कारक तत्व माने गए हैं,ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना गया है । ऐसी मान्यता हैं कि यदि व्यक्ति की राशि में शनि की स्थिति खराब हो जाए, तो उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं |
शनि 17 जनवरी 2023 को रात 8 बजतर 2
मिनट पर कुम्भ राशि मे प्रवेश करेंगे । शनि 30 वर्षों के बाद
अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे । शनि इस राशि में 29 मार्च 2025 तक
रहेंगे फिर मीन राशि में प्रवेश करेंगे । शनि का यह
गोचर बहुत
ही शुभ है और शनि का सबसे अच्छा गोचर भी
है क्यूंकी
यह शनि
की यह मुख्य राशि है जो
कालपुरुष की पत्रिका मे लाभ भाव अथवा एकादश भाव का प्रतिनिधित्व करती हैं | शनि का यह गोचर कुम्भ के अतिरिक्त मेष,सिंह व
वृश्चिक राशि वालों को विशेष रूप से प्रभावित करेगा क्यूंकी इन राशियो पर शनि की
दृस्टी होगी |
शनि के
राशि परिवर्तन से वृषभ, मिथुन,तुला
और धनु राशि के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा । इन राशियों वालों को जो पिछले कुछ समय
से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था उससे इनको राहत मिल सकती है ।
शनि के
इस राशि परिवर्तन से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों की ढैय्या शुरू होगी। कर्क राशि
के जातकों के आठवें भाव में वहीं वृश्चिक राशि के जातकों के लिए चौथे भाव से शनि
का गोचर शुरू होगा। इसके अलावा मकर राशि की साढ़े साती का अंतिम चरण,कुंभ राशि के जातकों का मध्य और मीन
राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती की शुरुआत होगी |
इस दौरान
अन्य
बड़े ग्रह जैसे राहु शनि से
तीसरे भाव को
प्रभावित कर रहे हैं केतु शनि से नवे भाव में बैठे है और बृहस्पति मार्च
2023 तक इस शनि
से दूसरे तथा मार्च 2023 के बाद शनि से तीसरे भाव को प्रभावित कर रहे
होंगे |
आइए शनि
के इस परिवर्तन का सभी 12 राशियो पर अथवा आपकी अपनी चंद्र राशि पर
इसका क्या प्रभाव होगा यह जानते हैं | अपनी चन्द्र राशि
जानने के लिए आपको अपनी पत्रिका मे अपने चन्द्र की स्थित राशि को देखना होगा |
मेष राशि –
इस राशि के जातकों के लिए शनि 17 जनवरी को इनके
11वें भाव में प्रवेश करेंगे
तथा 29 मार्च 2025 तक वहीं रहेंगे | शनि के
इस परिवर्तन से शनि इस मेष राशि वालो के पहले,पांचवे और आठवे भाव को शनि प्रभावित करने लगेंगे । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि
के जातक के लिए शनि देवता दशम और लाभ भाव के स्वामी माने जाते हैं । मेष राशि वालो
के
लिए शनि का यह एक बहुप्रतीक्षित सकारात्मक गोचर है
जिससे आपने जो भी पूर्व मे मेहनत की है, आपको उसका प्रतिफल मिलने वाला है, आय के भी मार्ग खुलेंगे कार्यस्थल पर यदि आपकी प्रगति रुकी हुई
थी या पदोन्नति नहीं हुई थी वो सब अब आपको मिलेगी इतने लंबे समय से शनि का कुम्भ राशि
में गोचर करना आपके पेशेवर जीवन को बढ़ावा देने वाला है आप में से कुछ लोगों का प्रमोशन होगा
और पैसों के मामले में आय अच्छी रहेगी मध्यम से लंबी अवधि की निवेश योजनाओं
के लिए जाने से बचने की कोशिश करना आपके लिए अच्छा रहेगा ,शीघ्र धन कमाने की योजनाएँ स्थान
परिवर्तन या निवास परिवर्तन आदि हो सकता हैं | कुछ
लोगो को जहां अगले दो वर्षों में विवाह करने के लिए अवसर
मिलेंगे वही कुछ लोगो के जीवन मे वैवाहिक नीरसता भी आएगी | आपको ज्योतिष मे रुचि भी होगी तथा पैतृक संपत्ति प्राप्ति के योग भी
बनेंगे |
आपके स्वास्थ्य पर 2023 में कुछ अप्रत्याशित स्वास्थ्य
समस्याएं भी सामने आ सकती हैं अप्रैल के मध्य से जून के मध्य तक आपको स्वास्थ्य और मानसिक तनाव पर
ध्यान देने की आवश्यकता है और फिर सितंबर और अक्टूबर में यह एक ऐसा समय होगा जब आपको देखभाल
की
आवश्यकता होगी | जीवनसाथी और व्यावसायिक साझेदारों के साथ भी
मधुरता बनाए रखें | यह गोचर आपके बच्चों के लिए अच्छा है संतान
जन्म भी हो सकता हैं और यदि बच्चे बड़ी उम्र के हैं तो वो जीवन में अच्छा करेंगे लेकिन कभी - कभी
उन्हें भी स्वास्थ्य परेशानी हो सकती है या फिर आपके उनके साथ मतभेद हो
सकते हैं अत: इस
बात का ख्याल रखे कि ऐसा न हो यदि आपके बच्चे विवाह योग्य उम्र
के हैं शनि का यह गोचर उनके लिए विवाह ला सकता है | साथ ही आपके उच्च अध्ययन के लिए भी यह एक अच्छा समय
है कड़ी मेहनत करें और अपना सर्वश्रेष्ठ
दें और आप देखेंगे कि नए अवसर आपके हाथ लगते जा रहे हैं |
उपाय –
किसी भी उपाय की आवशयकता नहीं हैं |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें