किसी भी राशि में लग्न का भोगकाल समान नहीं होता है, कुछ राशियाँ छोटी होती हैं कुछ बड़ी हम इनके भोगकाल का पृथक पृथक समय नीचे दे रहे हैं —
1. मेष 1 घण्टा 44
मिनट तक
2. वृष 1 "
59 "
3. मिथुन 2
" 11 "
4. कर्क 2
" 15 "
5. सिंह 2 "
10 "
6. कन्या 2
" 10 "
7. तुला 2 " 12 "
8. वृश्चिक 2 "
15 "
9. धनु 2 "
07 "
10 मकर 1
" 49 "
11. कुंभ 1
" 35 "
12. मीन 1 घंटा 32 मिनट तक!
प्रत्येक राशि
में सूर्य की संक्रान्ति की अवधि —
कर्क से धनु संक्रांति तक सूर्य
दक्षिणायण रहते हैं, और मकर से मिथुन संक्रान्ति तक
उत्तरायण रहते हैं !
मेष 14
अप्रैल से 14 मई तक !
वृष 14 मई
से 16 जून तक !
मिथुन 16
जून से 17 जुलाई तक !
कर्क 17
जुलाई से 17 अगस्त तक !
सिंह 17
अगस्त से 17 सितम्बर तक !
कन्या 17
सितम्बर से 17 अक्टूबर तक !
तुला 17
अक्टुबर से 16 नवम्बर तक !
वृश्चिक 16
नवम्बर से 16 दिसम्बर तक !
धनु 16
दिसम्बर से 14 जनवरी तक !
मकर 15
जनवरी से 13 फरवरी तक !
कुम्भ 13
फरवरी से 14 मार्च तक !
मीन 14
मार्च से 14अप्रैल तक !
धनु और मीन
संक्रान्ति में सूर्य के रहने पर खरमास के कारण शुभ कार्य वर्जित रहते हैं !
प्रत्येक सूर्य
नक्षत्र भी इसी प्रकार 13 या 14 दिन का होता है
!
इस प्रकार साल के कुल 365 दिन,
12 संक्रान्ति और 27 सूर्य नक्षत्रो में विभक्त हैं !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें