बुधवार, 17 मई 2023

कम्प्यूटर जनित व्याधियां और उपाय


आज की सबसे बड़ी चुनौती है मानव की विकृत जीवन शैली को सही स्थिति में लाना । इस तकनीकी समय के दौर में 8 से 12 घंटे का काम कम्प्यूटर के द्वारा पूरा किया जाता है । लम्बे समय तक बैठने से तन और मन दोनों बिगड़ रहा है । ऐसा काफी समय तक करते रहने के कारण प्रत्येक व्यक्ति को मानसिक जकड़न, स्मृति दोष, दृष्टि का कम होना, चिड़चिड़ापन, कंधे व पीठ दर्द, शारीरिक थकान से लेकर मस्तिष्क व नेत्रों की थकान जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता ही है । ऐसे मे कुछ यौगिक उपाय हमे इन सभी परेशानियों से कुछ हद तक बचाव प्रदान करते हैं | आइए आज इन्ही कुछ उपायो के बारे जानते हैं |

कम्प्यूटर पर बैठने से पहले मन को सकारात्मक सुझाव दें ।

कम्प्यूटर को उचित दूरी 18-28 इंच की रखें ।

शरीर को न तो पूरी तरह ढीला छोड़ें, न ही अकड़ाकर बैठें । रीढ़ सीधी रखें ।

एक घंटा काम करके पामिंग करें तथा उठकर आंखों पर पानी के छींटें दें ।

मन में ताजगी होने की अनुभूति लाएं ।

कार्य के दौरान अपने हाथपैर व कंधों को थोड़ी देर हिलाते - डुलाते रहें ।

बीच - बीच में गहरे - लम्बे सांस लेते रहें ।

 सूक्ष्म क्रियाएं करें - ताड़ासन, नौकासन, चालन, पीठ थपथपाना, पीठ पीछे से कोहनियां पकड़कर थोड़ा चलना, ग्रीवा चालन करना, कटिचक्रासन, तिर्यक ताड़ासन, अर्धचन्द्रासन, नेत्र सुरक्षा क्रिया करना,शवासन करना ।

प्राणायाम – अनुलोम - विलोम, गहरे-लम्बे सांस लेना तथा कपालभाति करना ।


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