हर अंक की अपनी गुणवत्ता और अवगुण का है जीवन में लुप्त संख्या से संबंधित ग्रहों तत्वों और दिशाओं धातुओं कार्य को और रंगों को शामिल कर कर दुष्प्रभाव कम किए जा सकते हैं |
यदि अंक चक्र में एक का
अंक ना हो तो जीवन में आगे बढ़ने के लिए दूसरे व्यक्ति का परामर्श या सहारा चाहिए
होता है | ऐसे व्यक्ति अपनी बात
दूसरों को कह नहीं पाते तथा अभिव्यक्त करने की
शक्ति इनमें नहीं होती है | इन्हे चाहिए
की ये सूर्य की उपासना करें सूर्य को जल दें,सूर्य यंत्र पहने तथा मोती धारण करें |
अंक दो के ना होने पर जातक अधीर और अविकसित होते हैं | इन लोगों की प्रवृत्ति अपने किए कार्य को सही ठहराने की होती हैं इन लोगों को जीवन में संतुलन हासिल करना
चाहिए | इनमें संवेदनशीलता ना होने कारण यह दूसरे की मदद नहीं कर
पाते, अंतर्ज्ञान शक्ति की कमी
होती है,भावनाओं की कदर नहीं करते, छोटी मोटी गलतियां करते रहते हैं | इन्हें क्रिस्टल का ब्रेसलेट पहनना चाहिए |
अंक 3 वाले लोगों में
आत्मविश्वास की कमी होती है अस्थिर बुद्दि के होने पर यह ठीक से सोच नहीं पाते, इन्हें स्वयं को स्वीकार करने की कला सीखनी
चाहिए ,इन की कल्पना शक्ति व दूरदर्शिता नहीं होती, जल्दी परेशान हो जाते हैं, यह मानसिक शारीरिक और आर्थिक तंगी से लड़ नहीं
पाते | इन्हे तुलसी या रुद्राक्ष की माला पहननी चाहिए |
अंक 4 के बिना वाले लोगों
को निर्धारित दिनचर्या में काम करना मुश्किल होता है | यह अक्सर अव्यवस्थित होते हैं प्रेरणा की कमी
होती है जैसे-जैसे ये धैर्य धारण करते हैं इनका जीवन आसान होने लगता
है |यह समय की उपयोगिता को समझ
नहीं पाते,इस कारण इनको जितनी सफलता
मिलनी चाहिए उतनी नहीं मिलती | इन्हे भी रुद्राक्ष और तुलसी की
माला पहननी चाहिए |
अंक 5 ना होने पर व्यक्ति
मे इच्छा शक्ति और बहुमुखी
प्रतिभा की कमी होती है यह जल्द ही धैर्य छोड़ देते हैं | सफलता जल्दी नहीं मिलती, बात करने का ढंग अच्छा नहीं होता | इन्हे बुध यंत्र धारण करना, गाय को हरा चारा डालना तथा ओनेक्स का ब्रेसलेट पहनना चाहिए |
अंक 6 ना होने पर लोग खुद
को और अधिक खोजने और व्यक्त करने में लगे रहते हैं आंतरिक भावनाओं को छुपाते हैं | मां-बाप मे से किसी एक के साथ संबंध खराब होते हैं ,बच्चों के प्रति इनका लगाव कम होता है | सबकी मदद करते हैं पर इनको मदद नहीं मिलती,इनको कभी भी विदेश से संबंधित काम नहीं करना
चाहिए | इन्हे चाहिए की ये शुक्र यंत्र धारण करें व गोल्डन रंग की पट्टी में घड़ी ना पहने |
अंक सात ना हो तो व्यक्ति के काम और पढ़ाई में रुकावट
आती है यह किसी की भी भावनाओं के प्रति खास ध्यान नहीं रखते आध्यात्मिक जीवन में
कोई भी दिलचस्पी नहीं होती, इनको शांत रहना सीखना चाहिए | ये बस अपने ही बारे में सोचते रहते हैं इन्हें
सिल्वर पट्टी वाली घड़ी पहननी चाहिए |
नंबर 8 यदि उपस्थित ना हो
तो व्यक्ति में निर्णय शक्ति की कमी एवं भौतिक साधनों का अभाव रहता है |वित्तीय मामलों में यह बिल्कुल भी अच्छे नहीं
होते, लापरवाह और बहुत
भरोसेमंद हो सकते हैं, आर्थिक रूप से पीड़ित
रहते हैं, प्रेरणा की कमी होती है
कार्यों को अधूरा छोड़ देते हैं,अनुशासित बिल्कुल नहीं होते,पैसों का हिसाब नहीं रख पाते,मेहनत करने में विश्वास नहीं रखते,जीवन में जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं | इन्हे चाहिए की ये क्रिस्टल ब्रेसलेट हमेशा
पहनकर रखे |
अंक 9 ना हो तो व्यक्ति
में साहस की कमी होती है, संघर्ष अधिक करना पड़ता
है तथा सुख साधन आसानी से प्राप्त नहीं होते |इस अंक के बिना वाले लोग दूसरों की भावनाओं और जरूरतों को नजरअंदाज
करते हैं, दूसरों के जीवन में क्या
चल रहा है यह गौर या ध्यान नहीं देते, दूसरों की भावनाओं की कदर नहीं करते, कर्म करने की प्रवृत्ति इनमें नहीं होती, संघर्ष की कमी होती है |इन्हें लाल मौली धारण करनी चाहिए तथा हनुमान जी
की पूजा करनी चाहिए |
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