1) एक मुट्ठी गेहूं,एक मुट्ठी नागकेसर,एक तांबे का सिक्का,एक सबूत हल्दी की गांठ,एक मुट्ठी नमक तथा एक जोड़ी
पारद की चरण पादुकाए | ये
सभी वस्तुए बुधवार को हल्दी से रंगे नए कपड़े मे रखकर रसोई मे टांग दे,ऐसा 5 बुधवार लगातार करे | पुरानी पोटलीयो को किसी
बहते पानी मे बहा दे या पीपल के वृक्ष के नीचे छोड़ आए |
2) सोते समय पत्नी का बाया हाथ पति के सिर के नीचे रखने
से गृह क्लेश समाप्त हो जाता हैं |
3) आपस का झगड़ा दूर करने हेतु पति
अपने तकिये के नीचे लाल रंग का सिंदूर तथा पत्नी कपूर रखे
| प्रात: पति आधा सिंदूर घर पर कही
गिरा दे और आधे से पत्नी की मांग भर दे,पत्नी कपूर को जला दे |
4) पति कहना ना मानते होतो –
1) शुक्रवार किसी कन्या को
सफ़ेद मीठा खिलाये |
2) 21 शनिवार गोबर के दिये मे
रुई की बत्ती व गुड डालकर घर के दरवाजे के अंदर जलाए |
5) पत्नी हमेशा पति
के बाई और सोये |
6) शुक्रवार के दिन सफ़ेद मिष्ठान लाकर जीवनसाथी को खिलाये तथा इत्र की शीशी खरीदकर घर पर
रखे |
7) प्रत्येक गुरुवार राम सीता के मंदिर मे जाकर दर्शन
करे तथा प्रसाद भोग लगाकर मंदिर मे बांटे |
8) जीवनसाथी का स्वभाव उग्र हो तो उसे ससुराल से चाँदी
का आभूषण दिलाकर हर वक़्त धारण करने के लिए कहे |
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