मंगलवार, 5 अप्रैल 2022

अंक ज्योतिष व खोई वस्तु

अक्सर ऐसा देखने मे आता हैं की हम घर पर किसी वस्तु को रखकर भूल जाते हैं ऐसे मे अंक ज्यातिष काफी हद तक हमारी सहायता कर सकता हैं इस अंक ज्योतिष की सहायता से आप खोयी वस्तु को ढूंढने में सफल हो सकते है,यह बिलकुल सरल और जल्दी से काम आने वाली विधि हैं जिससे जाना जा सकता हैं की आपकी खोई वस्तु कहाँ हैं, आईये जानते हैं कैसे !!

जब कोई व्यक्ति आपसे प्रश्न पूछने आता है तो आप उसे कोई संख्या लिखने या बोलने को कहें । उस समय प्रकृति उसे बिना विचारे अंकों की ओर प्रेरित करती है, जिनका रहस्य उसके मन के रहस्यों से मेल खाता है। वह अनायास वही अंक लिखता या बोलता है जिनका सम्बन्ध उसके विचारों से होता है और उन्हीं अंकों में उसके मन के रहस्य या जिज्ञासा का उत्तर छिपा होता है । अंक ज्योतिष की सहायता से हम किसी भी खोई हुई वस्तु का पता लगा सकते हैं।

प्रश्न पूछने वाले से कहिये कि वह कोई भी एक से नौ तक के अंक एक कागज पर लिख दे । वह जो भी नौ अंकों की संख्या लिखता है उन 9 अंको को जोड़ कर लिखे उस जोड़ी हुई संख्या में हम अपनी ओर से 3 जोड़ देंगे । यह याद रखें कि हमेशा 3 का अंक ही जोड़ना होगा । 

उदाहरण के लिये देखिये कि जैसे किसी व्यक्ति ने प्रश्न पूछने के लिये नौ अंक इस तरह लिखे |

123456789 = 45

अब इसमें हम जोड़ेंगे = 3

तो योग हुआ = 48

इस 48 की संख्या के अनुसार जो उत्तर प्राप्त होगा, वही प्रश्नकर्ता के मूल प्रश्न का उत्तर होगा ।

ऐसा भी सम्भव है की प्रश्नकर्ता 9 बार 0 ही बोले ऐसे मे हम 0 मे 3 जोड़ने पर 3 ही पाएंगे ऐसे मे सबसे कम अंक हमे 3 प्राप्त होंगे जबकि सबसे ज़्यादा अंक हमें 84 प्राप्त होगा क्यूंकी ज़्यादा से ज़्यादा अंक प्रश्नकर्ता 9 बार 9 ही चुन सकता हैं जिनका जोड़ 81 होगा जिसमे 3 जोड़ने पर हमे 84 ही प्राप्त होगा |

अंक 3 से 84 तक के फल यहा दिये जा रहे हैं पाठक इनसे अपनी खोयी वस्तु प्राप्त करने मे सहायता प्राप्त कर सकते हैं |

3) आपको जो वस्तु नहीं मिल रही हैं वह आपको घर के गलियारे या कागजो के बीच प्राप्त होगी |

4) जिस वस्तु को आप खोयी समझ रहे हैं वह आपके पास ही है, खोयी नहीं है।

5) खोयी हुई वस्तु थोड़े से प्रयत्न से ही मिल जायेगी । इसके लिये आप अपनी पेन्ट, सोफा, रैक, अलमारी आदि के खाने देखें ।

6) खोयी हुई वस्तु को चप्पल, जूते आदि रखने के स्थान या आले, सोफे, रैक या अलमारी के खाने में देखें ।

7) अपने नौकर या नौकरानी से पूछे, विशेषतः उस नौकर से जो आपके कपड़े आदि रखता है |

8) लमारी के ऊपर या छज्जे आदि पर तलाश करें ।

9) बच्चे के पास उसके कपड़ों या किसी जेब में हो सकती है।

10) वस्तु आपकी बैठक में पड़ी है। मिल जायेगी।

11) किसी तालाब, हौद, टांके, पानी की टंकी के पास देखें।

12) वस्तु खोयी नहीं है। आप कहीं रखकर भूल गये हैं। जहां बैठ कर काम करते हैं, दफ्तर में, कागज य पुस्तकों में देखें, मिल जायेगी।

13) जहां आप अपने कपड़े, शाल, सूट या ओवरकोट आदि रखते हैं वहाँ देखें।

14) पेन्ट की जेब, शर्ट की जेब, हैट, टोपी के नीचे या टॉयलेट, नाली या सीवर में तलाश करें।

15) पत्नी या पति से पूछे। गैरेज में जहाँ आप कार या स्कूटर रखते हैं या जहाँ गाय भैंस-घोड़े आदि को बांधते हैं, देखें।

16) खाना बनाने वाली नौकरानी या नौकर से पता करें।

17) किसी अलमारी या रैक में देखें। रूपया-पैसा रखने के सेफ या जहाँ कीमती चीजें और कला-वस्तुयें रखते हैं, वहाँ देखें।

18) चीज घर में ही है, कपड़ों में देखें, वहीं से मिलेगी।

19) गली में देखें, किसी सूखे स्थान पर पड़ी मिलेगी।

20) वस्तु खोयी नहीं है, आप कहीं रखकर भूल गये हैं। इसका पता पानी के पास या कपड़ों की अलमारी में मिलेगा।

21) वस्तु खोयी नहीं है, किसी ब्रीफकेस या डिब्बे से प्राप्त होने की संभावना है।

22) वस्तु किसी आलमारी या रैक के ऊपर हैं। शीघ्र ही मिलने की आशा है।

23) आपके आस-पास ही है। किसी दूसरे कमरे में देखें। वह स्थान भी देखें, जहां कपड़े रखते हैं।

24) चीज गुम नहीं हुई, आपके पास ही है।

25) जल्दी से अपनी व्यक्तिगत चीजों में देखें। किसी सफेद और गोल वस्तु के अंदर है। शीघ्र ही मिल जानी चाहिये।

26) घर के सबसे बूढ़े व्यक्ति से पूछे, उसी ने रख दी है।

27) पशु बांधने, नौकरों के रहने की जगह या गैरेज में देखें ।

28) मिलना असंभव है। अब उस वस्तु के पाने की आशा न करें, उसे भूल जायें ।

29) किसी बूढ़े आदमी या नौकरों से पता करें, मिल जायेगी |

30) खेल में गुम हुई है । बच्चों या स्कूल जाने वाले लड़कों से पता करें ।

31) गुप्त कोठरी या किसी बंद नाली में ही है। सौभाग्य या बहुत परिश्रम से मिल सकती है ।

32) पास के बरामदे, किसी चट्टान या उभरी हुई जगह अथवा किसी आयताकार चीज पर पड़ी मिलेगी ।

33) खोयी नहीं है, आपकी अपनी वस्तुओं  या पहनने के कपड़ों में प्राप्त होगी ।

34) वस्तु आपके आस-पास के स्थान में ही है । हो सकता है बैठक या गैस चूल्हे के पास हो । जल्दी मिल जायेगी ।

35) पानी के आस-पास, किसी गुप्त स्थान या आपकी पत्नी या पति के कमरे में मिलेगी । बाथरूम में भी  देखें ।

36) बच्चों की देखभाल करने वाली आया, धाय या किसी संरक्षक, अभिभावक के पास होगी ।

37) किसी मन्दिर, तीर्थस्थान समाधि या घर के किसी व्यक्तिगत हिस्से से प्राप्त होगी ।

38) पूजा - पाठ आदि से पहले आप जिस नदी, तालाब या स्थान पर स्नान करते हैं, वहीं प्राप्त होगी ।

39) वस्तु खोयी नहीं है,आप अलमारी को खाने या टांड पर रखकर भूल गये हैं ।

40) धोती, कुर्ता, पाजामा,पैंट आदि में खोजिये मिल जायेगी । पेन्ट की जेब में, शर्ट की जेब में, लूंगी और तौलिये को भी झाड़कर देख लें ।

41) घर में जहाँ जूते रखे जाते हैं, वहाँ खोजें ।

42) रसोईघर, पानी रखने के स्थान पर या घड़े के पास देखें |

43) पशुशाला गैरेज या उसके सामने के मैदान मे देखे पास मे ही हैं मिल जाएगी |

44) तेल के बर्तन, लालटेन या दीपक आदि मे देखे,वस्तु ऐसी हालत में मिलेगी कि उसे साफ करना पड़ेगा ।

45) अलमारी पर पड़ी है, जरा हाथ रखकर देखे समझे मिल ही गई ।

46) किसी साझीदार, मित्र या पत्नी के पास ठीक से रखी है ।  

47) जो दो नौकर साथ - साथ काम करते हैं, उनसे पूछ कर देखे,जिसके पांव हिल रहे हैं वही बताएगा |

48) जहाँ पीने का पानी रखा जाता है, वहाँ मिलेगी ।

49) पहले तो मिलना बहुत कठिन है, मिली भी बहुत टूटी-फूटी हालत में मिलेगी, समझ लो कि सदा के लिये खो गई ।

50) खोयी नहीं है। ऐसे किसी बक्से, डिबिया या बर्तन मे मिलेगी जिसके दो हिस्से होते हैं ।

51) पूजा पाठ ध्यान आदि करने के पूर्व जहाँ हैं हाथ - मुँह धोते हैं,किसी तीर्थ, सरोवर, स्नानागार या बाथरूम में अथवा उसके आसपास मिलनी चाहिये ।

52) खोयी हुई वस्तु एक हाथ से दूसरे हाथ में पहुंच चुकी है । आपके साझीदार,पति - पत्नी से पता करने से मिलेगी । घर की कोई बड़ी - बूढ़ी या रिश्तेदार उस वस्तु का पता लगाने या बताने में सहायता कर सकती है ।

53) पुरूष नौकर के पास है । समझाने बुझाने या फिर दबाव डालने पर ही लौटायेगा ।

54) परिवार या घर के लोगों में से ही किसी के पास है । बच्चों की चीजों में तलाश करें,मिल जायेगी ।

55) घर में से बरसात का पानी जहां से निकलता है, उस नाला या पाइप के पास या जहां पानी है, उसके पास मिलेगी ।

56) अभी यहाँ आने से पहले आप जहाँ रूके या बैठे – ठहरे थे,वहीं जाकर देखें  वहीं मिलेगी ।

57) खोयी नहीं है, आपके पास ही है । किसी थैले, जेब, औजार या डांडा छड़ी आदि रखने के स्थान पर देखे

58) दो व्यक्तियों के अधिकार में है । प्राप्त करने में काफी कठिनाई होगी । वे उसे बरत रहे हैं, इस्तेमाल में आ चुकी है । खर्च हो चुकी है ।

59) नौकर ने कहीं छिपा दी है । रोटी, आटे या किसी ऐसी ही चीज में छिपा कर रखी है । पुराने नौकर के पास मिलेगी ।

60) खो गई है, अब प्राप्ति की आशा नहीं ।

61) घर के नीचे के हिस्से, जूते, चप्पल, मौजे या पानी छिड़कने की रबड़ की नली के पास देखे ।

62) आपके पास से निकल गई, अब नहीं मिलेगी ।

63) आपके घर में ही कहीं पुराने काठ - कबाड़ रखने के अंधेरे स्थान पर पड़ी है ।

64) कहीं रखकर भूल गये है । आपके घर में ही है । कहीं बाहर नहीं गई । किसी अंधेरी या ऊंची जगह पर देखें । कुछ दिन बाद मिल जायेगी ।

65) आपके पास से जा चुकी है । मिलने की आशा कम ही है । यदि मिली भी तो किसी दूसरे आदमी की मदद से ही मिलेगी,उसे कुछ पारिश्रमिक देना पड़ेगा ।

66) नौकरों का षड़यंत्र हैं मिलना कठिन हैं जिस नौकर के हाथ मे कोई दोष हैं या जो अंगहीन अथवा अपाहिज हैं उसी से पूंछे |

67) किस नौजवान लड़के या बच्चे की सहायता से मिलेगी |

68) घर की छत या ऊपर के हिस्से मे हैं नौकर द्वारा प्राप्त होने की संभावना हैं |

69) आपको जब भी वस्तु के खोने का पता चला उससे पहले जहां आप खड़े, बैठे या ठहरे थे, वहीं थोड़ी दूरी पर संबंधी के दरवाजे के पास देखें ।

70) पानी रखने की जगह के आस - पास देखने से मिल जायेगी ।  

71) जहां खोयी है, वहीं खड़े होकर देखें । पैरों के पास दिखाई दे जायेगी ।

72) आस-पास ही है । पानी के घड़े के पास ही कहीं पड़ी है ।

73) पुलिस या सरकारी तहकीकात के बाद ही मिल जायेगी ।

74) आपका कोई वफादार नौकर ही पता बतायेगा और खोज कर ला देगा ।

75) बच्चों के हाथों में पड़ गई है । सही सलामत मिलना कठिन है। टूटी - फूटी हालत में मिलेगी ।

76) घर के उस भाग में है जहाँ मसाले, दालें और दूसरी चीजें रखी जाती है ।

77) आस - पास में ही है, दूर नहीं,आपका कोई नौकर आपको लाकर देगा ।

78) कुछ दूर गाय - बैलों के स्थान पर होंगी,नष्ट हो चुकी है,मिलने की आशा नहीं हैं

79) आपके पास में ही है । घर के किसी लोटे या स्टील के बर्तन या अलमारी में है ।

80) आपके कब्जे में है । दो खानों वाले ब्रीफकेस, बक्से, डिब्बे, जूते या मौजों में होगी ।

81) पहनने, ओढ़ने के कपड़ों में देखें,मिल जानी चाहिये ।

82) रसोइये से पूछे, रसोई घर में देखें। नौकरों पर नजर रखे,मिल जाने की आशा है ।

83) कोई कुंवारी लड़की या कोई युवती पता लगा कर देगी । किसी तालाब या पानी भरे गड्ढे के पास है ।

84) घर पर ही हैं किसी सन्दुक,ब्रीफकेस,डिब्बे,दो भागो वाले पात्र या टिफ़िन कैरियर मे देखे |

 


 

 

कोई टिप्पणी नहीं: