गुरुवार, 17 फ़रवरी 2022

सर्वाष्टक वर्ग के कुछ सूत्र व सिद्धांत

सर्वाष्टक वर्ग के कुछ सूत्र व सिद्धांत

यदि लग्न में सप्तम भाव से ज्यादा बिंदु होंगे तो जातक स्वकेंद्रित ज्यादा होगा अपनी बात अपने साथी से भी नहीं करता करता होगा |

यदि दूसरे भाव में आठवें भाव से ज्यादा बिंदु होतो जातक स्वयं मेहनत के द्वारा धन कमाना पसंद करेगा ना कि अपने पूर्वजों के द्वारा दिया गया धन |

यदि तीसरे भाव में नवे भाव से ज्यादा बिंदु होंगे तो जातक भाग्य के मुकाबले अपने साहस पर ज़्यादा यकीन करेगा |

यदि पांचवे भाव में ग्यारहवें भाव से ज्यादा बिंदु होंगे तो जातक स्वयं नेतृत्व की क्षमता रखेगा तथा बैठकर नहीं देखेगा |

यदि छठे भाव में 12वे भाव से ज्यादा बिंदु होंगे तो जातक विशेष शक्की स्वभाव का होगा तथा दूसरों पर विश्वास नहीं करता होगा |

छठा और बारहवा भाव दोनों नकारात्मक भाव है यदि छठे भाव में लग्न से ज्यादा बिंदु होंगे तो जातक के दुश्मन बड़े ताकतवर होंगे तथा वह उनसे जीवन भर लड़ता ही रहेगा |

यदि दशम भाव में चतुर्थ भाव से ज्यादा बिंदु होतो जातक विशेष आराम के मुकाबले काम करना ज्यादा पसंद करता है |

यदि ग्यारहवें भाव में दसवें भाव से ज्यादा बिंदु होंगे तो जातक विशेष की आमदनी अच्छी होगी |

यदि बारहवें भाव में ग्यारहवें भाव से कम बिन्दु होंगे तो जातक कमाता ज्यादा होगा तथा उसका खर्चा कम होगा |

धर्म त्रिकोण 1-5-9 भाव धर्म निर्वाह करने,मर्यादित जीवन जीने तथा जग कल्याण की भावना रखने के लिए होते हैं | इस त्रिकोण मे ज़्यादा बिन्दु जातक को धार्मिक व मर्यादित जीवन जीने वाला बनाते हैं जो पूरे विश्व का कल्याण करना चाहता हैं सकारात्मक प्रवृति के साथ जीवन मे ऊंच स्तर तक पहुंचना इनका लक्ष्य होता हैं |   

अर्थ त्रिकोण 2-6-10 भाव कर्म करने के लिए,अधिकार के लिए तथा विनम्रता के लिए होते हैं | इस अर्थ त्रिकोण में ज्यादा बिंदु होतो जातक कर्म प्रधान होता है तथा जीवन में अपना निशान छोड़ना पसंद करता है अपने काम के लिए यह किसी भी हद तक चले जाते हैं यह एक लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ते रहते हैं |

काम त्रिकोण 3-7-11 भाव संबंधो की जानकारी ज्ञान से संबंधित होते हैं | काम त्रिकोण में ज्यादा बिन्दु होना जातक को सामाजिक दायरे में जुड़ा हुआ होना बताते हैं ऐसा जातक अकेले नहीं रह सकता तथा अपनी चीजों को बांटना पसंद करता है 

मोक्ष त्रिकोण देने के लिए,दान पुण्य करने के लिए तथा दूसरों की मदद करने के लिए होता है | मोक्ष त्रिकोण में ज्यादा बिंदु जातक विशेष को आराम करने वाला,सरलता पूर्वक जीने वाला लोगों की मदद करने वाला बताते हैं |

इनके अतिरिक्त पणफर एवं अपोक्लीम भावो के बिन्दुओ को भी देखा जाना चाहिए |

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