शनिवार, 16 दिसंबर 2017

भारत व भारत मे सनातन धर्म का भविष्य



दिनांक 13/12/2017 को मोदीनगर के भारतीय वेद ज्योतिष विज्ञान संस्थान मे भारत व भारत मे सनातन धर्म का भविष्य विषय पर एक अन्तरिम ज्योतिषीय गोष्ठी का आयोजन किया गया | भारतीय वेद ज्योतिष विज्ञान संस्थान मोदीनगर के संस्थापक व मेडिकल एस्ट्रोलोजी मे प्रसिद्द विद्वान श्री विनायक पुलह जी द्वारा आयोजित व विद्वान ज्योतिषी श्री अखिलेश कौशिक द्वारा संचालित इस अन्तरिम ज्योतिषीय गोष्ठी मे ज्योतिष जगत के कुछ चुने हुये विद्वानो को आमंत्रित किया था जिनमे प्रमुख डॉ,स्मिता गोयल जी,आचार्या मधु जी, श्री अजय कुमार,श्री सी॰एल शर्मा,श्री चन्द्र शेखर शास्त्री,श्री शिवकुमार (सभी मोदीनगर),डॉ॰ सुरेंदर शर्मा जी (बुलंदशहर) डॉ॰ किशोर घिल्डियाल (दिल्ली) शामिल थे |

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्वान ज्योतिषी श्री अखिलेश कौशिक जी द्वारा स्वस्ति वाचन कर किया गया इसके बाद एक एक कर सभी विद्वानो ने दिये गए विषय भारत व भारत मे  सनातन धर्म का भविष्य पर अपने अपने शोध पत्र तथा अपने अपने विचार रखे |

सर्वप्रथम भारतीय वेद ज्योतिष विज्ञान संस्थान के संस्थापक श्री विनायक पुलह जी ने भारत को आज़ादी दिये जाने वाले प्रस्ताव के समय की कुंडली का विश्लेषण किया जो विशेष रूप से आजकल के ज्योतिषियो के लिए आँखें खोल देने वाले अनुभव जैसा था की किस प्रकार से एक महान देश को कुछ ग़लत लोगो के हाथो कठपुतली बनाकर सौप दिया गया जिससे की वह देश भविष्य मे कभी भी ज़्यादा सफल ना हो सके | किस प्रकार संविधान लागू किया गया जिसने आने वाली पीड़ियों को मालिक कम नौकर ज़्यादा बनाया,देश को जोड़ने का काम तोड़ने का काम ज़्यादा किया |

श्री पीताम्बरा ज्योतिष विद्यापीठ के संस्थापक विद्वान ज्योतिषी व तंत्र के ज्ञाता श्री चन्द्रशेखर शास्त्री जी ने भारत वर्ष के जन्म से लेकर अब तक के भारत की भौगोलिक स्थिति की जानकारी दी जिसमे उन्होने बताया की भारत वर्ष मुग़लो व अंग्रेज़ो के आने से पहले कहाँ से कहाँ तक था साथ ही साथ उन्होने तंत्र कुंडली के आधार पर भारत मे भविष्य मे होने वाली कुछ घटनाओ का उल्लेख भी किया | उन्होने भारत मे सनातन धर्म के भविष्य के लिये तंत्र मार्ग को अपनाने की सलाह भी व्यक्तिगत रूप से दी उनके अनुसार केवल तंत्र ही ऐसा मार्ग हैं जिसके द्वारा भारत मे सनातन धर्म सुरक्षित  रह सकता हैं इसके लिए सभी सनातन धर्म प्रेमियो को एक जुट होकर एक साथ आवाहन करना चाहिए | उनकी इस बात से गोष्ठी मे आए सभी विद्वान ज्योतिषी भी सहमत नज़र आए |  
इसके बाद श्री सी॰एल शर्मा व श्री अखिलेश कौशिक जी ने के॰पी पद्दती के द्वारा भारत के भविष्य मे होने वाली कुछ घटनाओ का उल्लेख अपने अपने शोध पत्रो के द्वारा किया जिनमे प्रमुख भारत व प्रधानमंत्री मोदी की कुंडली मे एक समान दशाओ के चलने का ज़िक्र रहा   साथ ही इन दोनों विद्वानो द्वारा भारत की कुंडली मे के॰पी पद्दती के अनुसार गुरु व केतू के छठे भाव मे होने से सनातन धर्म की रक्षा हेतु 2 सुझाव भी सुझाए गए जिनमे से एक सुझाव तो तंत्र मार्ग ही था तथा दूसरा सुझाव एक सही समय पर सरकार द्वारा दोबारा से संविधान को बनाकर देश मे लागू किए जाने का था |

बुलंदशहर के प्रसिद्द विद्वान ज्योतिषी श्री सुरेन्द्र शर्मा जी ने 15/8/1947 की भारत की पत्रिका का सम्पूर्ण विश्लेषण अपने शोध पत्र के द्वारा दिया जिसमे उन्होने देश के आज़ाद होने से अब तक दशाओ द्वारा देश की स्थिति का बेहतरीन आंकलन किया जिसमे उन्होने अपने अनुभव के आधार पर बताया की भारत कभी भी ऋण मुक्त,रोग मुक्त व आतंक मुक्त नहीं हो सकता |

दिल्ली के ज्योतिषी डॉ॰ किशोर घिल्डियाल ने भारत की कुंडली मे धर्म के कारक गुरु की विवेचना अपने शोध के आधार पर करी जिसमे उन्होने गुरु का तुला राशि मे होकर छठे भाव मे बैठना तथा उसकी कर्म,व्यय व धन भाव मे दृस्टी देना भारत को लगातार काम मिलते रहना,विदेशी खर्च का बढ़ते रहना तथा भारत का संस्कारो से जुड़े रहना जैसे प्रभावों का उल्लेख किया | सनातन धर्म की रक्षा के लिए उनके अनुसार भारत मे गुरुकुल शिक्षा पद्दती का दोबारा से चलन आरंभ किए जाने की आवशयकता हैं |

अंत मे सभी विद्वानो ने कुछ अन्य ज्योतिषी चर्चा भी करी जिनमे प्रमुख राम जन्म मंदिर का निर्माण होना व गुजरात चुनाव के क्या परिणाम होंगे रहे सभी विद्वान इस पर एक मत थे की राम जन्म मंदिर का निर्माण तो होगा परंतु थोड़ा विलंब से तथा थोड़ी बहुत नाराजगी के साथ,गुजरात मे भाजपा की सरकार बनेगी ये सभी ज्योतिषियो का कहना था परंतु सीटो का आंकलन किसी भी विद्वान ने नहीं किया |

गोष्ठी के मुख्य बिन्दु इस प्रकार से रहे - भारत व भारत मे सनातन धर्म का भविष्य या तो तंत्र मार्ग के द्वारा सुरक्षित हो सकता हैं या फिर संविधान को बदलकर | राम जन्म मंदिर थोड़ी बहुत परेशानियों के बाद कुछ समय बाद बन जाएगा | गुजरात मे भाजपा सरकार बनेगी |







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