किसी मृतक के दाहसंस्कार के बाद स्नान का क्या प्रयोजन
हैं ?
प्राचीन समय मे मृत्यु जब अप्राकृतिक तरह से होती थी तब
बीमारियो से बचने के उपाय नहीं थे जिससे संक्रमण होने की संभावना रहती थी इस
संक्रामण से बचने के लिए हमारे विद्वान दाहसंस्कार बाद स्नान(शारीरिक सफाई) करने
को कहते थे |
आधुनिक विज्ञान भी अब इसे मानने लगा हैं ज्योतिषीय
दृस्टी से देखे तो दाह संस्कार हमे हमारे शरीर के नश्वर अथवा नष्ट होने के विषय मे
बताता हैं इस कर्म को देखने व करने से हमारे मन मस्तिष्क मे विषादग्रस्त एवं मोक्ष
प्राप्ति की भावनाए उत्पन्न होने लगती हैं जो शनि व केतू ग्रह से संबन्धित होती
हैं स्नान आदि करने से चन्द्र ग्रह का प्रभाव बढ जाता हैं और यह भावनाए नष्ट हो
जाती हैं जिससे हम वापस दुनिया के कार्यकलापों मे लग जाते हैं |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें