1)हमारे
बड़े बुजुर्ग हमें प्रात: समय उठने के बाद 8 अंजुली जल पीने का निर्देश क्यू देते हैं ?
ऐसा हम
अगर वैज्ञानिक दृस्टी से देखे तो यह हमारे आंतरिक शरीर को अथवा पेट को साफ रखने
(डिटोक्सिकेसन) का एक तरीका मात्र हो सकता हैं जबकि ज्योतिषीय आधार पर देखे तो जल
को चन्द्र माना जाता हैं जो राहू व शनि अर्थात शरीर मे होने वाली गंदगी का शत्रु
होता हैं प्रात: उठकर जब हम जल पीते हैं तो यह जल हमारे शरीर की गंदगी को बाहर कर
देता हैं जिससे हमारे शरीर मे पेट की सफाई हो जाती हैं और हम अपनी दिनचर्या
स्वस्थ्य रूप से आरंभ कर पाते हैं हम और हमारा विज्ञान यह मानता हैं की शरीर मे
होने वाली लगभग सभी बीमारियो का केंद्र हमारा पेट ही होता हैं ऐसे मे यदि हमारा
पेट साफ व सही रहता हैं तो हम स्वस्थ्य जीवन गुजार सकते हैं |
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