1)घर पर दक्षिणावर्ती शंख,मोती शंख,गोमती चक्र और कुबेर पात्र आदि रखें |
2)दिवाली के दिन पीपल का पत्ता लाकर अपने पूजा घर में रखें फिर प्रत्येक शनिवार
नया पत्ता लाकर पूजा घर में रखे तथा पुराना पता किसी पेड़ के नीचे रख आए |
3)दिवाली की रात लौंग तथा इलायची की भस्म बनाकर देवताओं पर टीका लगाएं
|
4)दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के बाद चांदी के ढक्कन वाली डिब्बी में ऊपर तक नागकेसर
तथा शहद भरकर इसे अपनी गल्ले या तिजोरी में रखें तथा अगली दिवाली को फिर ऐसा करें पुरानी डिब्बी विसर्जित कर
दें |
5)दिवाली के दिन पीपल वृक्ष के नीचे संध्याकाल में सरसों का तेल का दीपक जलाकर
बिना देखे घर वापस आए यह प्रयोग दिवाली के बाद प्रत्येक शनिवार को करते रहे |
6)दिवाली के दिन काले तिल परिवार के सभी सदस्यों से सिर पर सात बार उतारा कर
पश्चिम दिशा में फेंके |
7)दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के बाद हर कमरे में शंख व डमरू बजाएं |
8)भाई दूज के दिन एक मुट्ठी साबुत बासमती चावल बहते जल में महालक्ष्मी का स्मरण
करते समय छोड़ें |
9)दिवाली के दिन व्यवसाय में वृद्धि करने के लिए अथवा व्यवसाय में रुकावट को
दूर करने के लिए एक डिब्बी में सियार सिंगी,बिल्ली की नाल एवं हत्था जोड़ी डालकर सिंदूर भरकर रख दें |
10)श्वेतार्क गणपति संग श्री यंत्र चौखट पर स्थापित करने से दुकान खूब चलने
लगती है |
11)अशांति,विवाद तथा भागीदारी मे क्लेश से बचने के लिए
दुकान में श्री लक्ष्मी सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए दुकान में तिजोरी अथवा नकदी का स्थान
उत्तर दिशा में होना चाहिए |
12)लाल रंग के बॉर्डर में अपना फोटो ऑफिस में लगाएं और इसे दक्षिण दीवार में प्रसिद्धि
हेतु अपनी संस्थान का नाम लाल रंग से नीचे लिखकर दक्षिण दीवार पर लगाए |
13)लॉकर के काउंटर में शीशा लगाएं जिससे धन दोगुना होकर दिखता हो |
14)दिवाली के दिन
प्रातः लक्ष्मी विष्णु के मंदिर में जाकर वस्त्र दान करें तथा पूजा के वक्त गन्ने
को रखकर उसकी भी पूजा करें |
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