जून माह का ग्रह गोचर-- सूर्य १५ तारीख को मिथुन राशी में,मंगल पुरे महीने सिंह राशी में,बुध ६ तारीख को वृष तथा २२ तारीख को मिथुन राशी में,गुरु पुरे माह मीन में,शुक्र ९ तारीख को कर्क राशी में ,शनि,राहू व केतु क्रमश:कन्या,धनु व मिथुन में रहेंगे|
इस महीने की शुरुआत मंगलवार से हो रही तथा इस माह ५ मंगल, व ५ बुधवार होंगे जिनके प्रभाव से महंगाई बढेगी जिससे जनता में आक्रोश होगा,सीमाओ पर युद्ध जैसे हालात पैदा होंगे,नए नए अविष्कार होंगे जिससे देश की उन्नति होगी |माह की शुरुआत में मंगल शनि का एक दुसरे से १२वे होना तथा गुरु शनि का समसप्तक होना भयंकर रूप से अग्निकांडो व प्राक्रतिक आपदाओं का योग बना रहा हैं |९ तारीख से मंगल व शुक्र का एक दुसरे से १२वे होना स्त्री जातियो हेतु परेशानियो को बता रहा हैं, वही इस माह शनि अमावस्या का रोहिणी नक्षत्र में होना पानी की कमी होना दर्शा रहा हैं |१५ तारीख से सूर्य का केतु संग होना व शनि की दृष्टी में आना कही न कही सत्ता परिवर्तन करवा सकता हैं,बुध ग्रह का इन दोनों से २२ तारीख को मिलना तथा २६ तारीख को चन्द्र ग्रहण पड़ना भयंकर रूप से आंधी- तूफानों का आना व कही कही सुखा तथा अकाल पड़ना दर्शा रहे हैं |
सोना चांदी-शनि ग्रह का मार्गी होना सोना,चांदी में मंदी लाएगा,परन्तु ११.१२,व १३ तारीख को सोने में फिर तेजी आएगी जो की माह के अंत तक बनी रहेगी|
विभिन्न राशियो हेतु यह माह -मेष,वृष,मिथुन,कर्क,तुला,वृश्चिक,धनु व मीन राशियो हेतु यह माह सामान्य व उन्नति दायक रहेगा,वही कन्या,मकर व कुम्भ हेतु मिश्रित जबकि सिंह राशी हेतु संघर्ष पूर्ण रहेगा |
इस माह की भविष्यवाणी-किसी बड़े ओद्योगिक घराने में कोई घोटाला व मानहानि होने का अंदेशा हो सकता हैं |
2 टिप्पणियां:
आप बहुत परिश्रम करते हैं!
बहुत ही उपयोगी जानकारी!
Well written and very useful.
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