लीजिये मित्रो मंगल ग्रह(पिछले लगभग आठ महीनो से अपनी नीच राशी कर्क को छोड़कर) सिंह राशी में प्रवेश कर गए |सामान्यत:मंगल हर राशी में डेढ़ माह तक रहता हैं परन्तु अपनी इस नीच राशी में कुछ समय वक्री रहने की वजह से इस बार यह काफी समय से कर्क राशी में ही रहे जिसकी वजह से धरती पर काफी उथल पुथल तथा हलचल रही (ज्वालामुखी फटे,हिंसात्मक घटनाएं आदि हुई)
मंगल का यह सिंह राशी का प्रवेश भारत हेतु मंगलदायक सिद्द होगा भारत के शत्रु शांत होंगे तथा खनिज पदार्थ व बिजली के क्षेत्र में भारत काफी तरक्की हासिल करेगा, भारत का पराक्रम भी बढेगा परन्तु इस परिवर्तन से शेयर बाज़ार में ज़रूरकुछ समय के लिए गिरावट आ सकती हैं |
मंगल ग्रह की कारकता-यह अग्नि तत्त्व,पित्त प्रकृति व मज्जा का स्वामी हैं तथा शक्ति,पराक्रम,बल,भूमि,सम्पदा व सम्पति,युद्ध,सेना शस्त्र,रसोई,कृषि,धैर्य,मासिक धर्म,फोड़ा फुंसी,चर्मरोग,चेचक,मिर्गी आदि का कारक हैं |
विभिन्न राशियो पर मंगल ग्रह के इस परिवर्तन से निम्न प्रभाव पड़ेंगे |
मेष राशी-पेट के रोग हो सकते हैं,खर्चे बढ सकते हैं |हनुमान चालीसा का पाठ करे|
वृष राशी-घर में अशांति हो सकती हैं ,भू सम्पति में हानि तथा व्यवशाय में लाभ भी होगा | हनुमानाष्टक का पाठ करे |
मिथुन राशी-धन ,यश,सम्मान बढेगा तथा जीवन में सरलता आएगी |
कर्क राशी- भाग्य,धर्म,यश की वृद्दि होगी परिवार का सुख मिलेगा |
सिंह राशी- भवन, भूमि,शरीर व माँ की तरफ से सुख मिलेंगे |गायत्री मंत्र का जप करे |
कन्या राशी-शत्रु व खर्चे बढेंगे |मंगलवार को हनुमान मंदिर में दिया जलाये|
तुला राशी-धन,स्त्री,कुटुंब व सुख में वृद्दि होगी |
वृश्चिक राशी- व्यापार में सफलता तथा सांसारिक सुखो में वृद्दि होगी, हो सके तो यथा शक्ति दान करे |
धनु राशी-बहुत खर्चे होंगे,विदेश से शुभ समाचार मिलेंगे| ॐ कमल वसिन्ये नमः मंत्र का जाप करे |
मकर राशी- भूमि, माता व मकान सुख में कमी होगी परन्तु आमदनी अच्छी होगी | ॐ अंग अंगारकाय नमः मंत्र की एक माला रोजाना जपे|
कुम्भ राशी-भाग्य उदय व जीवन सुखी होगा |मंगल वस्तुए दान करे|
मीन राशी- विदेश व्यापार से नुक्सान व असंतोष होगा| ६ मंगलवार व्रत करे |
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