जन्म कुंडली मे 12वा भाव खर्च,व्यय,विदेश,हानी,आवास परिवर्तन अस्पताल,आदि को दर्शाता हैं | जिस व्यक्ति का खर्च बहुत अधिक हो रहा हो यानि हानी हो रही हो अर्थात बरकत ना होती हो पैसा ना रुकता हो तो उसे समझ लेना चाहिए की उसका 12वा भाव व उसका स्वामी अवश्य ही पीड़ित अवस्था मे हैं |
ऐसे व्यक्ति को अपनी जन्मपत्रिका के 12वे भाव के स्वामी
को 12वे भाव मे पहुचाहने हेतु लाल किताब के निम्न उपाए करने चाहिए जिसके अनुसार
भाव स्वामी की वस्तुओ को अपने मकान की छत पर खुले आकाश के नीचे रखने से इन सभी
समस्याओ का समाधान हो जाता हैं |
मेष व मकर लग्न वालो को गुरु ग्रह हेतु केले के पत्ते पर
2 मुट्ठी चने की दाल लगातार 12 गुरुवार छत पर रखनी चाहिए |
वृष व धनु लग्न वालों को मंगल ग्रह के लिए लगातार 12
मंगलवार लाल कपड़े मे लाल मसूर की दाल छत पर रखनी चाहिए |
मिथुन व वृश्चिक लग्न वालों को शुक्र ग्रह के लिए 12
शुक्रवार किसी सुंदर देव प्रतिमा को अपने छत पर रखना चाहिए (प्रतिमा इस प्रकार से
रखनी चाहिए की घर के बाहर से वह दिखाई दे) या लाल ज्वार भी रख सकते हैं |
कर्क व तुला लग्न वालों को बुध ग्रह के लिए 12 बुधवार छत
पर हरी वनस्पतिया या साबुत मूंग की दाल रखनी चाहिए |
सिंह लग्न वालों को चन्द्र ग्रह के लिए 12 सोमवार चावल
गंगाजल से धोकर छत पर रखने चाहिए या बारिश का पानी छत पर रखना चाहिए |
कन्या लग्न वालों को सूर्य ग्रह के लिए 12 रविवार तांबे
के पात्र मे 6 मुट्ठी गेहूं भरकर छत पर रखना चाहिए या तांबे की छड़ी बनवाकर छत पर
लगानी चाहिए |
कुम्भ व मीन लग्न वालों को शनि ग्रह के लिए 12 शनिवार
काले तिल छत पर रखने चाहिए |
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