रत्नो का चिकित्सा जगत मे बहुत प्राचीन समय
से प्रयोग किया जाता रहा हैं आज भी बहुत से वैध-हकीम इन रत्नो के विभिन्न प्रकार के
प्रयोगो से मानव शरीर मे होने वाली बहुत सी बीमारियो का इलाज करते हैं | रत्नो
से बनी पिष्टि अथवा चूर्ण का प्रयोग
करने के विषय मे आयुर्वेद मे भी बताया गया हैं मुगलकालीन राजाओ के
राजदरबार मे भी बहुत से रत्नो से बने बर्तनो का उल्लेख मिलता हैं जिनमे भोजन अथवा
पेय पदार्थ पीने का चलन उनके समय मे था इसका पता चलता हैं खासतौर से यह कहा जाता
की राजा महाराजा मदिरा का सेवन पन्ने से बने गिलासो मे किया करते थे जिससे मदिरा
मे विष मिलाये जाने का पता चल जाया करता था | प्रस्तुत लेख मे हम बीमारियो के इलाज़ हेतु प्रयोग
किए जाने वाले रत्नो के बारे
मे बता रहे हैं | निम्न बीमारी होने पर लाभ प्राप्ति के
लिए इन रत्नो को धारण कर उपयोग किया जाना चाहिए |
एनीमिया/रक्त की कमी अथवा रक्त विकार - लाल मूंगा संग पीला पुखराज
अपेंडिसाइटिस
- लाल मूंगा संग पीला पुखराज
अस्थमा – पन्ना,मूनस्टोन व सुनहला
कमर दर्द - लाल मूंगा संग नीलम
गंजापन - पन्ना संग नीलम
हड्डियों का रोग
– लापेस लजुली
कैंसर - नीलम संग लाल मूंगा
मोतियाबिंद - लाल मूंगा संग माणिक
लीवर संबंधी परेशानी
- पन्ना संग पुखराज
कब्ज - मूंगा
डायबिटीज अथवा मधुमेह - लाल मूंगा संग पीला पुखराज
एपिलेप्सी अथवा दौरे पड़ना - पन्ना
नपुसंकता - लाल मूंगा,सफेद मूंगा संग पीला पुखराज
अनिद्रा - पन्ना संग पीला पुखराज
कुष्ठरोग - गोमेद संग सफेद मूंगा
रक्त प्रदर - हीरा
रक्त कैंसर - गोमेद संग लहसुनिया
लकवा - लाल मूंगा संग मूनस्टोन
बवासीर - लाल मूंगा संग चंद्रकांत मणि
टाइफाइड - पन्ना संग सुनहला
उदर रोग - माणिक
मानसिक रोग/ऊंच रक्तचाप - मोती अथवा मूनस्टोन
संतान बाधा - गोमेद(स्त्री) टाइगर आई
(पुरुष)
प्रेत बाधा - तुरमली
मतिभ्रम,निर्णय शक्ति मे कमी - गोमेद
एलर्जी – ओनेक्स
गुर्दा संबन्धित परेशानी
- दाना ए फ़िरंग
एसिडिटि - गोमेद
अल्सर - पुखराज संग नीलम
मासिक धर्म - सफ़ेद मूंगा संग मोती
निकट दृस्टी दोष (मायोपिया) - माणिक संग मूंगा
नींद संबन्धित परेशानी - हीरा
मानसिक तनाव अथवा
परेशानी - पन्ना,नीलम
संग मूनस्टोन
हृदय रोग - माणिक संग मोती |
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