इस समय भारत
वर्ष मे चंद्र महादशा मे राहु
अंतर्दशा चल रही हैं जो अगस्त 2018 तक रहेगी उसके बाद चंद्र में गुरु अंतर्दशा वर्ष के अंत
तक रहेगी | महादशा स्वामी चंद्र जो युवा ग्रह हैं तथा मन,मस्तिष्क को दर्शाता है भारत देश में हो रहे नए नए विचारों के जन्म को बता रहा है | भारत में इस समय दुनिया की 70% आबादी जवान और
खुले दिमाग वाली है
हमारे
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जिसको एक नई दिशा
प्रदान कर रहे हैं | यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि चंद्रमा स्वराशी का होकर भारत के तीसरे भाव का
स्वामी है जिसकी महादशा 10 वर्ष को है तीसरा भाव पडोस
को बताता है जब
से चन्द्र की महादशा दशा लगी है भारत के पड़ोसियों ने भारत को परेशान
करके रखा है इस पूरी दशा में पाकिस्तान सीमा पर आतंक फैलाने और हमले की तैयारी करता रहेगा | उधर दूसरा पड़ोसी चीन भारत पर अनावश्यक रूप से दबाव बनाने का प्रयास करता रहेगा जिससे आने वाले कुछ समय में
शांति बहाल होना मुश्किल लगता है चंद्र
में राहू दशा के दौरान ही “जी एस टी” लागू की गई
है जिससे जनता मे भ्रमित रहने वाली स्थिति रहेंगी तथा स्वयं सरकार भी इसको उचित तरीके से लागू करवाने मे
परेशानी महसूस करेगी व बार बार बदलाव करती रहेगी | प्रत्येक व्यक्ति पर
उसके अपने तरीके का दवाब होगा व्यापार के लिए व्यापार वर्ग मे कुछ खामियां
चलती रहेंगी जिससे सरकार को बहुत बुराई मिलेगी वास्तव में इस “जी एस टी” को सरल रूप से लागू करवाना सरकार के लिए टेढ़ी खीर
साबित होगा |
15 फरवरी
2018 को इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण होगा जो भारत में नहीं दिखेगा | दूसरा सूर्य ग्रहण 13 जुलाई 2018 को होगा जिसका भारत पर थोड़ा
बहुत प्रभाव रहेगा
| 31 जनवरी 2018 को इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण भी होगा 30 दिनो के अंदर 2-2 ग्रहण होने से तथा दशा भी इन्ही 2
ग्रहो की होने से भारत वर्ष पर इंका बहुत बुरा प्रभाव रहेगा जिससे जनता मे रोष,बारिश अथवा बाढ़ जैसे हालत,पानी के द्वारा दुर्घटनाए,आदि
होंगी जिसके कारण स्त्रीवर्ग को विशेष रुप से कष्ट मिलेंगे |
अप्रैल माह में शनि और
मंगल की युति के कारण बम विस्फोट,दुर्घटनाएं,प्राकृतिक आपदाए,युद्ध जैसे हालात,स्टॉक
मार्केट में नुकसान,ज्वालामुखी का फटना अथवा भूकंप आदि का
आना जैसे हालत होते दिख रहे हैं | यह युति धनु राशि तथा
सिंह नवांश ने बन रही है इस कारण अग्नि संबंधित वाहन दुर्घटना का योग प्रबल रहेगा जिससे रेल अथवा हवाई दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि होगी | जून माह में मंगल वक्री होगा तथा शुक्र राहु और सूर्य शनि आमने सामने होंगे जिससे स्त्रीयों से
संबंधित
अपराधों में वृद्धि होगी अगस्त मे सूर्य ग्रहण भारत की चन्द्र राशि कर्क पर पड़ेगा
क्योंकि यह ग्रहण चर भाव में होगा और वक्री मंगल को देखेगा जिससे भारत मे आगजनी,रेल दुर्घटना तथा भूकंप जैसे हालात बनेंगे |
मंगल,गुरु और शनि 27 जून से जुलाई 10 के बीच वक्री रहेंगे इस कारण देश में शांति का माहौल बना रहेगा इस समय खेलकूद में
भारत कुछ विशेष नहीं कर पाएगा | राजनेताओ का कोई किस्सा इस दौरान खुलेगा
तथा जनता इस समय सरकार के निर्णय से सहमत नहीं होगी पर्यटन सेक्टर इस वर्ष खूब
तरक्की करेगा |
27 जुलाई
2018 को चंद्रमा केतू द्वारा ग्रषित होगा ऐसा धनु और मकर राशि मे होगा जिससे कई राज्यों में जल संबंधी परेशानी होगी,भूमि विवाद बढ़ेंगे, स्त्रीयों का अनादर होगा और
बहुत सी संक्रमित
बीमारियो से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा |
वक्री ग्रह - दो मुख्य ग्रह गुरु और शनी इस वर्ष 17 अप्रैल से 10 जुलाई के बीच वक्री रहेंगे यह
समय भारत में विदेशी व्यापार बढ़ाने के लिए तथा सेटेलाइट परीक्षण के लिए अच्छा रहेगा परंतु इसी दौरान मुख्य
रुप से कुछ हवाई दुर्घटना भी होंगी | तीन ग्रह मंगल,शनि और बुद्ध 28
जुलाई से 18 अगस्त के बीच वक्री रहेंगे इस दौरान भारत में एयरक्राफ्ट,कोयला और
स्टील तथा रक्षा सौदो से संबन्धित बातें चलेंगी जिससे विपक्ष को सरकार से बहस का मुद्दा मिलेगा
कुछ शिक्षण स्थानों के बड़े अधिकारियों को विरोध का सामना करना पड़ेगा छोटी जाति के
लोग किसी बात लो लेकर
विद्रोह करेंगे | इन तीनों ग्रहो के वक्री होने से पेट्रोल सस्ता होगा,रियल स्टेट से संबन्धित वस्तुओ के महंगे होने इस सैक्टर मे परेशानी ही रहेगी |
इस वर्ष पाँच राज्यों में
विधानसभा के चुनाव होने हैं जो अपनी निश्चित समय में होते दिख रहे हैं जिसमे अधिकतर सत्तारूढ़ पार्टी के विजय पाने के योग दिखते हैं | इस वर्ष की शुरुआत सोमवार से हो रही है 2018 का अंकजोड़ दो होता है जो चन्द्र का अंक
हैं और वर्ष के शुरुआत मे ही चंद्र अपनी उच्च राशि की और अग्रसर है जो इस वर्ष को स्त्रीशक्ति का वर्ष बता रहा है संभव हैं की इस
वर्ष पूरी दुनिया मे स्त्री शक्ति का कुछ ज़्यादा प्रभाव दिखे और बहुत सी स्त्रीयाँ अपने
अपने देश का नेतृत्व हर शेत्र में करें |
दिसंबर माह मे
सूर्य शनी की युति धनु राशि और सिंह नवांश मे 27 दिसंबर तक रहेगी जिससे भारत जैसे लोकतान्त्रिक
देशो को हानी होने की संभावना है |
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