भारतीय ज्योतिष मे
सबसे ज़्यादा अशुभ समझे जाने वाले ग्रह शनि के विषय मे लाल किताब नामक
ज्योतिष ग्रंथ मे क्या क्या बताया गया हैं उसके आधार पर हम इस लेख मे पाठको कुछ जानकारी दे रहे हैं |
लाल किताब के अनुसार किसी की भी कुंडली मे
जब शनि शुभ होता हैं अथवा सुख दे रहा होता हैं तो उसकी कुछ निशानियाँ इस प्रकार से
होती हैं |
जातक कोई भी काम चाहे
वो कितना ही छोटा क्यू ना हो करने से नहीं हिचकता अथवा उस काम को करने मे शर्म नहीं करता,किसी से अकड़ता नहीं-झुकना
पसंद करता हैं,कम मेहनत कर ज़्यादा लाभ पाता हैं,घर पर किसी की किसी से लड़ाई नहीं होने देता मीठा बनके प्यार से हर किसी से
काम निकालता हैं | ऐसे शनि वाले जातक को निम्न उपाय
करने से शनि के और भी शुभ फल प्राप्त होते हैं |
1)शुक्रवार की रात 3 पात्रो मे
सवा किलो काले चने भिगोये शनिवार भैंसे,कुष्ट रोगी व मछलियो को खिलाये |
2)सरसों के तेल व काले तिल
से शनिदेव/शिवलिंग का अभिषेक कर उन्हे प्रणाम करे |
3)उड़द के आटे की छोटी छोटी
गोलियां बनाकर मछलियो को खिलाये |
4)काली चींटियों को शक्कर मिला आटा
डाले |
कुंडली मे जब किसी
जातक का शनि खराब होता हैं तो इस खराब शनि के बहुत से लक्षण पाये जाते हैं जिनको कोई भी आसानी से समझ सकता
हैं यहाँ पर हम फिर भी कुछ लक्षणो को पाठको की सुविधा के लिए लिख
रहे हैं |
शरीर के अंदर ना समझ आने वाली कोई
भी बीमारी हो जाए जिससे शरीर नकारा होने लगे ,जोड़ो
मे दर्द होने लगे,शरीर
मे अजीब सा दर्द व आलस रहने लगे,नए
लोगो से बात करने का मन ना करे जिस कारण लोगो द्वारा
घमंडी समझा जाये,अपने को सबसे ऊपर समझ ने लगे,बार बार छोटी मोटी बीमारी
होने लगे,मेहनत का फल मिलना कम हो
जाए या कम होने लगे | घर की मरम्मत करते अथवा कराते ही स्वभाव मे चिड-चिड़ापन
बढ़ जाये,मकान बनाते ही धन की कमी हो जाये
मुसीबते बढ़ती जाये,किसी की सुनने का मन ना करे,चेहरे
मे तेज की कमी हों जाए,सुंदरता मे गिरावट हो जाए,सिर के
बाल पकने लग जाये,कम उम्र मे उड़द की दाल ना पच पाये,चमड़े के जूते चप्पल आदि
खोते चले जाए,छत पर तरेड़ आ जाये जहां से सीलन आने लगे,घर पर अजीब सी महक आने लगे |
ऐसे मे जातक को निम्न
उपाय करने चाहिए |
1)रोजाना नाश्ता करने
के बाद कुत्ते कव्वे को कुछ खाने को दे |
2)मंदिर मे चना दाल,चावल व मीठा रखकर प्रणाम करे
|
3)शनि वस्तुओ का अपने शरीर से उतारा
कर गरीबो को दान करे अथवा जलप्रवाह करे |
4)गुस्सा व घमंड कदापि
ना करे बल्कि झुकना सीखे |
-यदि शनि की खराबी के
कारण शरीर मे बीमारिया,आलस व स्वभाव मे खराबी आ रही हो जिससे ज़िद्दपना बढ़ रहा हो तथा चेहरे का रंग काला पड़ता जा रहा हो तो-
1)43 दिन 60 ग्राम
सुरमा बहाये |
2)सरसों का तेल दान करे |
3) मंगल वार दूध मे हलवा
बनाकर बांटे/मीठा बांटे |
4)शनिवार सूर्योदय से
2 घंटे पहले सरसों तेल की मालिश करे 1 घंटे बाद
गुनगुने पानी से स्नान करे |
-शरीर मे थोड़ी थोड़ी तकलीफ लगी रहती
हो,खांसी लगी रहती हो,लकवा पड गया हो,टीबी
हो गयी होतो -9 शनिवार लोहे की कटोरी मे मुख देखकर शराब बहाये |
-बाल सफ़ेद होने लग रहे होतो -लोहे का तवा,चिमटा
अथवा अंगीठी दान करे |
-मकान बनाते ही धन की कमी या
मुसीबते आने लगी होतो –शनिवार भैंसे को कुछ खिलाये उसके शरीर मे
हाथ फेर उसे प्रणाम करे |
शनि को शुभ बनाने के
लिए निम्न उपाय भी करने चाहिए |
चन्द्र गुरु सूर्य को हमेशा प्रबल करे इसके लिए
बरगद के पेड़ पर पानी दूध चीनी मिलाकर चढ़ाये फिर गीली मिट्टी का तिलक करे |
सोमवार को दूध चावल/गुरुवार को पीली वस्तुए मंदिर मे दे |
सोमवार को दूध चावल/गुरुवार को पीली वस्तुए मंदिर मे दे |
औरते शनि का दान ज्यादा ना करे जोड़ो का दर्द होने पर 27 शनिवार शनि दान कर सकती हैं | जब तबीयत ज्यादा खराब रहने लगे तब वजन बराबर लोहा गरीब लड़की की शादी मे दान करे | बढ तिलक करे | सोमवार/गुरुवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाये |
औरते छोटी मोटी तकलीफ मे
मंगल वस्तुओ का तथा मर्द शनि वस्तुओ का दान करे |
-शनि की खराबी के
कारण बुजुर्गो को जोड़ो का दर्द होने पर/ऑक्सीज़न की कमी होने
पर/स्वभाव मे चिडचिड़ापन हावी होने पर/आलस बहुत होने पर/मेहनत ना कर पाने पर निम्न उपाय किए जाने चाहिए |
शनिवार के दिन
सूर्योदय से 2 घंटे पहले सरसों के तेल मे लहसुन गरम कर दर्द वाले स्थान पर मालिश
कर 1 घंटे बाद नहा ले ऐसा 27 शनिवार तक करे | दूध मे केसर डालकर पिये | सोमवार दूध मे शहद
डालकर पिये | हर शनिवार तेल,नारियल,बादाम दान करे | पश्चिम दिशा/कोने मे सफाई रखे कबाड़
नहीं | पश्चिम दिशा मे आग
वाली वस्तुए ना रखे ऐसी वस्तुओ के वहाँ होने से भी शनि खराब होते हैं |
1,3,5,8, भावो मे शनि खराब होता हैं पश्चिम दिशा की तरफ घर हो,पड़ोस
मे नीम,पीपल,कीकर,बेरी का पेड़ हो तो शनि बड़ी बीमारी देते हैं इसके लिए पश्चिम दिशा मे रसोई ना रखे बल्कि खुशबु वाली वस्तुए रखे |
-शनि का बुध से संबंध
होने पर शरीर मे बीमारी का पता ही नहीं चल पाता हैं | शनि नकारात्मक ऊर्जा का
तथा बुध हमारी शरीर की नसो का प्रतिनिधित्व करते हैं | ऐसे मे 1 मुट्ठी बादाम
सरसों का तेल लगाकर दान करे/बहाये | देसी घी मे चुपड़ी रोटी कव्वे को खिलाये |
बरगद के पेड़ का गीली मिट्टी का तिलक करे |
-कुंडली मे चन्द्र
शनि का किसी भी प्रकार का संबंध जीवन मे दुर्भाग्य लाता हैं | जिसकी निम्न निशानियाँ होती हैं |
मकान मे सीलन आने लगे,लीकेज होने लगे,नल
टपकने लगे,दरवाजे आवाज़ करने लगे,अलमारी से आवाज़े आने लगे वो झटके से खुलने लगे,नालियाँ
जाम होने लगे,मकान का लेवल सड़क से नीचे हो जाये,आस पास गटर हो,छत पर दरारे आ जाये या टूट फुट होने लगे,बेड
से आवाज़े आने लगे उनके कोने ढीले होने लगे,चप्पल जूते चोरी
हो जाये,सीढ़ियो का पलस्तर टूटने लगे लकड़ी ले जाते हुये लोग
दिखने लगे |
ऐसे मे यह उपाय करने
चाहिए |
चाँदी मे गंगाजल भरकर चाँदी के चार चकोर
टुकड़े डालकर कपड़ो की अलमारी मे रखे |
शनिवार को उड़द साबुत और
सरसों का तेल लोहे की कटोरी समेत दान करे |
मजदूरो को हर शनिवार लाल
रंग का मीठा दूध पिलाये |
27 दिन लगातार 100
ग्राम/60 ग्राम काली स्याही जल प्रवाह करे |
कुत्ते-कव्वे को रोजाना कुछ न कुछ खिलाये |
-मकान का लेवल सड़क से नीचे
हो तो वजन का 10वा हिस्सा कोयले हर महीने बहाये |
केसर तिलक लगाए/पीला धागा
पहने | कान मे सोना पहने | सीढ़ियाँ खाली रखे |
43 दिन लगातार 8 बादाम मंदिर मे लेकर जाये
4 वापस लाकर काले कपड़े मे घर पर लोहे के बर्तन मे अंधेरी जगह मे रखे एक साल बाद
सबको अलग अलग जलप्रवाह करे | जो भी टूट फुट हो रही
हो उसे ठीक कराये |
शनि के किसी भी
प्रकार के प्रकोप से बचने के लिए घोड़े की नाल का छल्ला पहने हनुमानजी को चोला
चढ़ाये सुंदर कांड का पाठ करे गरीबो को हर शनिवार काला कपड़ा दान करे | पहली बनी रोटी गाय को आधी,कुत्ते को चौथाई तथा कव्वे को चौथाई
दिया करे |
शापित शनि होने पर
जातक देर से उठता हैं पुजा नहीं करता हैं नौकरो की तरह काम करने पर भी उसे हासिल बहुत कम होता हैं उसका मकान नहीं बन
पाता उसे वाहन सुख नहीं मिलता चाचा से उसके संबंध अच्छे नहीं होते |
ऐसे मे यदि शनि की दृस्टी केतू
पर होतो जातक को रीढ़ की हड्डी मे परेशानी,टाँगे बेकार,ज़ुबान कड़वी,समय से पहले बाल सफ़ेद,जोड़ो व नसो
मे दर्द पेट मे तकलीफ तथा नासूर जैसा जख्म होने लग जाते हैं ऐसे मे 10 बादाम व 1
नारियल 43 दिन दान करने अथवा बहाने चाहिए तथा हर मंगलवार को मीठा बांटना चाहिए |
मंगल चन्द्र बुध यदि 10वे
11वे घर मे होतो जातक बीमार ही रहता हैं |
कुंडली मे यदि 2,3,पित्रदोष होतो जीवन मे बार
बार खराबी आती रहती हैं कोई काम नहीं बनता ऐसे मे शनि खराब हो जाने से/ अंधा टेवा
(दशम भाव मे दो दुश्मन ग्रह होने से) या अंधराता टेवा (सूर्य चौथे व शनि सप्तम होने
पर ) हो जाने से जातक को किसी भी काम मे सफलता नहीं मिलती | स्वयं का मकान होते
हुये भी किराए मे रहना पड़ता हैं उसकी गुजारे लायक ही कमाई होती हैं उसका जीवन साथी भी अच्छा नहीं होता उसे हर चीज़ अधूरी मिलती हैं |
शनि की राहू पर दृस्टी होतो मकान बनाते ही
दिक्कते,लोहा,चमड़ा,वाहन आदि खरीदते ही
कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ते हैं | ऐसे मे ये उपाय करने चाहिए |
10 दृस्टिहीनों को
हर 6 माह मे भोजन कराना चाहिए | घर पर चाँदी,चावल व गंगाजल अवश्य रखे | हर साल 43 दिन तक तांबे
का एक सिक्का बहाये | 43 दिन शनि राहू का दान (नारियल-बादाम) करे बहाये |कुत्तो
कववों को भोजन कराये | 43 दिन लगातार शनि की पोटली
जलप्रवाह करे | भैंसे की सरसों के
तेल से मालिश करे उसे चारा खिलाये उसकी पुजा का गले मे माला पहनाए उसके मालिक को दक्षिणा
देकर विदा करे जाते हुये देखे | गरीब कन्या की शादी मे
वजन बराबर लोहा दान करे |
जब सारे हालात खराब
हो,मकान बिक चुका हो,जोड़ खराब होते जा रहे हो तब शुक्र शनि
के दिन सूर्योदय से 2 घंटे पहले सारे शरीर मे सरसों के तेल की मालिश कर 1 घंटे बाद गुन
गुने पानी से स्नान करना चाहिए तथा 43 दिन लगातार शनि की
पोटली जलप्रवाह करनी चाहिए | हनुमान पुजा करनी चाहिए मूंगा पहनना चाहिए | कपड़े प्रेस किए हुये ही प्रयोग करने चाहिए | कुत्ते कववे को कुछ न कुछ खिलाना चाहिए |
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