शनिवार, 9 सितंबर 2017

अष्टकवर्ग व शिक्षा



1)अपने अष्टकवर्ग मे यदि बुध को 5 से अधिक बिन्दु मिले हो तो जातक की शिक्षा अच्छी होती हैं जबकि 3 से कम बिन्दु होने पर जातक मंद बुद्दि होने के कारण शिक्षा पूर्ण नहीं कर पाता हैं |

2)बुध अष्टकवर्ग मे जिस राशि को अधिक बिन्दु मिले हो उससे चन्द्र अथवा बुध के गोचर होने पर शिक्षा आरंभ करने से सफलता मिलती हैं | इसी प्रकार गुरु व शुक्र ग्रह का प्रभाव भी देखना चाहिए |

3)बुध से दूसरे भाव को बुध के अष्टकवर्ग मे 4 से अधिक बिन्दु प्राप्त होने पर जातक मधुर वाणी वाला विद्वान होता हैं जबकि शून्य बिन्दु होने पर जातक गूंगा होता हैं |

4)बुध अष्टकवर्ग मे जिन राशियो मे 5 से अधिक बिन्दु हो उन राशियो की दिशा मे अच्छी शिक्षा प्राप्त होती हैं |

5)जो भी ग्रह अपने अष्टकवर्ग मे 4 से अधिक बिन्दु प्राप्त करता हैं वह अपने फल प्रदान करने मे सक्षम होता हैं |

6) सर्वाष्टक वर्ग मे केंद्र व त्रिकोण की 6 राशियो मे अधिक बिन्दु होने से भी शिक्षा अच्छी होती हैं |

7)बुध से दूसरे बैठा सूर्य ज्ञान व विवेक पूर्ण बातें तथा शनि बेईमानी भरी कुटिल व अश्लील बातें करवाता हैं जबकि गुरु धर्मानुकूल व शुक्र प्रवचन करवाता हैं यदि दूसरे भाव मे मांदी होतो जातक हिंसक बातें करता हैं |

8)बुध व गुरु के अष्टकवर्ग मे 4 से अधिक बिन्दु होने पर जातक लेखक विद्वान होता हैं ऐसा प्रेमचंद,हरिवंशराई बच्चन,भारतेन्दु हरीश चन्द्र आदि की कुंडलियों मे देखा जा सकता हैं |

  

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