1)बी वी रमन के अनुसार सर्वाष्टक वर्ग के लग्न,9,10,11 भावो मे जिस जातक के 30 या 30 से अधिक बिन्दु होते
हैं वह जातक ऊंचस्तर का जीवन जीने वाला धनी व प्रसिद्द होता हैं |
1)बिल क्लिंटन 19/8/1946 8:51 हॉप (6)
2)डॉ॰ राधाकृष्णन 5/9/1888 6:00 मद्रास(5)
3)रानी विक्टोरिया 24/5/1839 4:15 लंदन (2)
4)प्रिंस चार्ल्स 14/11/1948 21:14 लंदन(4)
5)डायना 1/7/1961 19:45 सेण्ड्रिंघम (8)
6)प्रतिभा पाटील 19/12/1934 17:34 जलगांव (3)
7)इन्दिरा 19/11/1917 23:11 इलाहबाद(4)
8)वी पी सिंह 25/67/1931 7:04 इलाहाबाद (4)
9)जी डी बिरला
15/4/1894 3:35 पिलानी (11)
10)माधव राव सिंधिया 10/3/1945 00:33 ग्वालियर (8)
2)भिन्नाष्टक वर्ग मे जब किसी भाव मे 8 शुभ बिन्दु हो और उसी भाव मे
सर्वाष्टक वर्ग मे 30 या 30 से अधिक बिन्दु होतो जातक प्रसिद्द होता हैं |
1)श्री श्री रविशंकर 13/5/1956 5:40 पापुशन तमिलनाडू (1)गुरु के
भिन्नाष्टक मे सप्तम भाव तुला राशि मे 8 बिन्दु हैं |
2)इन्दिरा गांधी 19/11/1917 23:11 इलाहाबाद कर्क लग्न बुध भिन्नाष्टक मे
दशम भाव मे 8 तथा सर्वाष्टक मे 32 बिन्दु हैं |
3)31/12/1915 19:44 (4) इस प्रसिद्द व्यापारी के शुक्र भिन्नाष्टक मे
चतुर्थ भाव मे 8 बिन्दु तथा सर्वाष्टक मे 33 बिन्दु हैं |
4)7/5/1904 16:45 जम्मू कन्या लग्न मे जन्मे के॰एल सहगल बुध भिन्नाष्टक के
छठे भाव मे 8 तथा सर्वाष्टक मे 39 बिन्दु हैं | इनके गुरु के भिन्नाष्टक मे भी नवम भाव मे 8 बिन्दु हैं गुरु महादशा मे इनकी कैंसर
से मृत्यु हुई |
5)अनिल अंबानी 4/6/1959 22:20 मुंबई (10) बुध भिन्नाष्टक के दशम भाव मे 8
बिन्दु तथा सर्वाष्टक मे 37 बिन्दु हैं |
6)अमिताभ बच्चन 11/10/1942 16:00 इलाहाबाद (11) चन्द्र भिन्नाष्टक के छठे
भाव मे 8 तथा सर्वाष्टक मे 42 बिन्दु हैं |
7)रवीन्द्रनाथ टेगोर 7/5/1861 4:02 कलकत्ता मीन लग्न की पत्रिका मे गुरु
भिन्नाष्टक के एकादश भाव मे 8 बिन्दु तथा सर्वाष्टक मे 36 बिन्दु हैं |
3)सर्वाष्टक वर्ग मे यदि चतुर्थ से नवम भाव मे 25-30 बिन्दु होते हैं तो
जातक 28 वर्ष बाद पालकी मे सवारी करता हैं ( आज के संदर्भ मे श्रेष्ठ वाहन ) और कुबेर के समान धनी होता हैं (जातक पारिजात)
1)हेन्री फोर्ड 30/7/1863 14:00 अमरीका (8) 1892 मे अपनी मोटर कार का
निर्माण किया 1905 मे कंपनी खोली इनके क्रमश:30,26,33,33,30,31 बिन्दु हैं |
2)धीरुभाई अंबानी 28/12/1932 6:37 चरवाड़ा (9) 1960 मे रिलायंस कंपनी की स्थापना की | इनके (30,28,29,26,30,27
) बिन्दु हैं
3)गोविंदा 21/12/1963 14:10 विरार (1) 1991 मे आँखें जैसी हिट फिल्म से
स्टार बने | इनके (29,27,34,35,26,27) बिन्दु हैं
4)कुमार मंगलम बिरला 14/6/1967 8:45 कलकत्ता (4) 28 वे वर्ष अपना व्यापार
आरंभ किया इनके (33,28,30,24,25,29)
बिन्दु हैं |
5)16/6/1913 3:10 मुंबई (1) 1942 मे अपना व्यापार किया और करोड़ो मे खेलने
लगे इनके (28,29,27,27,27,26)
बिन्दु हैं |
4)चन्द्र कला नाड़ी के अनुसार सर्वाष्टक वर्ग मे लग्न मे जीतने शुभ बिन्दु
हो उतने ही वर्षो मे जातक की संपन्नता मे वृद्दि होती हैं अथवा भाग्य आरूढ़ मे
जीतने बिन्दु होते हैं उतने ही वर्षो मे जातक का जीवन स्तर बढ्ने लगता हैं | इसी प्रकार जिस भाव मे सर्वाधिक बिन्दु होते हैं उसी भाव
की राशि की दिशा,शहर अथवा देश मे जातक को सफलता मिलती हैं | ज्योतिष विद्वानो ने राशि व ग्रहो की दिशाएँ निम्न निर्धारित की हैं |
1)पूर्व-मेष-सूर्य, 2)दक्षिण–वृष-मंगल,
3)पश्चिम-मिथुन-शनि, 4)उत्तर-कर्क-बुध,5)दक्षिण पूर्व-सिंह और धनु-शुक्र,6)दक्षिण-पश्चिम-कन्या
और मकर-राहू,7)उत्तर-पश्चिम-तुला और कुम्भ-चन्द्र और केतू,8) उत्तर-पूर्व-वृश्चिक और मीन-गुरु |
1)गांधी जी 2/10/1869 7:45 पोरबंदर लग्न मे 27 बिन्दु,भाग्य आरूढ़ मे 28 बिन्दु (पंचम भाव ) एकादश भाव सिंह राशि
मे 37 बिन्दु ,27-28 वे वर्ष वकालत अफ्रीका मे आरंभ करी कर्म
क्षेत्र जन्म स्थान से दक्षिण पूर्व रहा |
2)अब्दुल कलाम 15/10/1931 10:52 रामेश्वरम लग्न व भाग्य आरूढ़ (एकादश भाव)
मे 26 बिन्दु तथा वृष राशि व कर्क राशि (छठे-आठवे ) भाव मे 33 बिन्दु जन्म स्थान
से उत्तर दिशा मे कर्म क्षेत्र रहा |
3)अमिताभ बच्चन लग्न मे 31 बिन्दु भाग्य आरूढ़ मे 23 तथा छठे भाव कर्क राशि
मे 42 बिन्दु 23 वर्ष नौकरी 31 वर्ष कामयाबी तथा उत्तर दिशा मे कर्म क्षेत्र |
4)जगजीत सिंह 8/2/1941 6:00 गंगानगर लग्न मे 28,भाग्य आरूढ़ मे 36 सप्तम भाव कर्क राशि मे तथा एकादश भाव वृश्चिक
राशि मे 40 बिन्दु 28 वे वर्ष विवाह 36 वे वर्ष सफल तथा उत्तर पूर्व दिशा मे
आरंभिक शिक्षा प्राप्त करी |
5)सुरेश तंवर-29/9/1942 14:00 अजमेर लग्न मे 25 भाग्य आरूढ़ मे एकादश भाव
मे 28 तथा कर्क राशि अष्टम भाव मे 33 बिन्दु 25वे वर्ष मे आय मे बढ़ोत्तरी हुई 28 वर्ष गृह निर्माण किया तथा उत्तर दिशा मे काम किया |
5)सूर्य अपने भिन्नाष्टक मे जिस भाव से ज़्यादा बिन्दु से गुजरे व महिना शुभ होता हैं इसी प्रकार गुरु का भिन्नाष्टक वर्ष हेतु शुभता व चन्द्र का भिन्नाष्टक दिन हेतु शुभता बताता हैं |
6)प्रश्न मार्ग के
अनुसार प्रत्येक भाव के न्यूनतम बिन्दु इस प्रकार हैं | 25,22,29,24,25,34,19,24,29,36,54 तथा 16 | किसी भी भाव मे 25 से कम बिन्दु शुभ
नहीं माने जाते हैं |
1)लता मंगेशकर 28/9/1929 22:30 इंदौर,वृष लग्न सप्तम भाव मे 25 बिन्दु विवाह
नहीं,पंचम भाव मे 22
बिन्दु संतान नहीं,तीसरे भाव मे 35
बिन्दु शौक गायन,नवम भाव मे 25 बिन्दु पित्रसूख नहीं,
7)लग्न मे व तृतीय
भाव मे 30 से ज़्यादा बिन्दु शुभ होती हैं | लग्न,चन्द्र लग्न,दशम
भाव व एकादश भाव मे ज़्यादा बिन्दु होने से जातक राजा अथवा मंत्री के समान होता हैं |
2)राजेश खन्ना
29/12/1942 17:45 अमृतसर,मिथुन लग्न द्वितीय भाव मे 24 बिन्दु कुटुंब व विवाह,पंचम भाव मे 35 बिन्दु मनोरंजन,सप्तम भाव मे 22
बिन्दु स्त्री सुख नहीं |
3)नेहरुजी
14/11/1889 23:00 इलाहाबाद कर्क लग्न,सप्तम भाव मे 18 बिन्दु स्त्री सुख नहीं,एकादश भाव मे 35 बिन्दु धन अच्छा |
4)प्रिंस चार्ल्स 14/11/1948 21:15 लंदन कर्क लग्न,सप्तम
भाव मे 21 बिन्दु विवाह सुख मे कमी,दूसरे भाव मे 33 बिन्दु
धनवान |
5)एलीज़ाबेथ टेलर 27/2/1932 21:00
लंदन कन्या लग्न,तीसरे भाव मे 36 बिन्दु,चतुर्थ
भाव मे 37 बिन्दु,सप्तम भाव मे 20 बिन्दु |
6)अटल बिहारी बाजपई 25/12/1924
5:00 ग्वालियर तुला लग्न,पंचम भाव मे 22 बिन्दु,सप्तम
भाव मे 25 बिन्दु,एकादश भाव मे 39 बिन्दु,
7)सुभाष घई 24/1/1947 6:52
मुंबई मकर लग्न,9,10,11 भाव देखे
8)संजीव कुमार
9/7/1937 21:00 मुंबई मकर लग्न दूसरे भाव मे 21 बिन्दु,सप्तम
भाव मे 22 बिन्दु तथा एकादश भाव मे 36 बिन्दु
9)जी॰ डी बिरला
15/4/1894 3:35 पिलानी कुम्भ लग्न दो विवाह पंचम भाव व सप्तम भाव मे मे 21 बिन्दु, 9,10,11(36)
भाव भी देखे
10)मोहिनी 30/5/1942
23:45 लखनऊ मकर लग्न,सप्तम भाव मे 21 बिन्दु विधवा हैं |
8)सर्वाष्टक मे 1,2,4,8,10,11 भावो का योग 164 होतो जीवन खुशहाल होता हैं वही 6,8,12 भावो का योग यदि 76 से कम होतो जीवन
परेशानियों से मुक्त रहता हैं |
9)1,4,5,7,9,व 10 भावो मे ज़्यादा बिन्दु होने चाहिए जबकि 6,8,12 मे
कम बिन्दु होने चाहिए |
10)दशम मे एकादश से
ज़्यादा बिन्दु होतो कड़ी मेहनत के बाद भी लाभ कम होता हैं जबकि एकदाश मे दशम से
ज़्यादा बिन्दु होतो कम काम करने पर लाभ ज़्यादा मिलता हैं |
11)द्वादश भाव मे
एकादश भाव से ज़्यादा बिन्दु खर्च ज़्यादा आमदनी कम जबकि एकादश मे ज़्यादा बिन्दु
द्वादश मे कम आमदनी ज़्यादा व खर्चा कम बताते हैं |
12)1,5,9 भावो के बिन्दुओ का जोड़ 2,6,9 भावो के जोड़ से अधिक होतो जातक नौकरी
करता हैं और यदि कम होतो जातक अपना व्यवसाय कर सकता हैं |
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