छम छम करती होली आई
सर्दी की अब शामत आई
रंग अबीर संग ओर गुलाल
मिलकर देखो मचाते धमाल
पानी भरे गुब्बारे पिचकारी
भीगने की सब कर तैयारी
देख देख कर रंग लगाना
किसी को न पेंट लगाना
चिप्स पकोड़े मिठाई गुजिया
खूब मजे से खलो भईया
पर देखो हुडदंग ना करना
न ही लड़ना न ही झगड़ना
गले मिलकर खेलो होली
बनकर एक दूजे के हमजोली
होली यही संदेश दे जाती
जीवन के रंग ही हैं साथी
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