काल सर्प
और भारत
जब सभी
ग्रह राहू व केतू के मध्य मे होते हैं तब काल सर्प नामक योग/दोष का निर्माण होता
हैं इस योग या दोष के विषय मे ज्योतिष के प्राचीन ग्रंथो मे उल्लेख नहीं मिलता हैं
परंतु पिछले कुछ सालो मे इसके विषय मे बहुत से ज्योतिषीय प्रचार व संचार माध्यमों
के कारण यह तेजी से जाना व माना जाने लगा हैं |वास्तव मे
राहू –केतू छाया ग्रह होते हैं जिसमे से राहू का नक्षत्र “भरणी” व केतू का नक्षत्र
“अश्लेषा” हैं जिनके स्वामी देवता क्रमश;काल व सर्प
माने जाते हैं जिससे इस शब्द “कालसर्प” का निर्माण होता हैं | इस योग
अथवा दोष के विषय मे बहुत से मतभेद विद्वान जनो मे हमेशा ही रहे हैं कोई इसे बहुत
ही शुभ मानता हैं तो कोई इसे बहुत ही अशुभ मानता हैं और कुछ विदजन तो इसके
अस्तित्व को ही नकारते हैं |
15 अगस्त
1947 को जब भारत आज़ाद हुआ तब कालसर्प बना हुआ था जिससे भारत की कुंडली भी कालसर्प
से ग्रसित मानी गयी उस समय जो भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (जवाहर लाल नेहरू ) बने तो
उन्हे भी कालसर्प था तथा शपथ ग्रहण का मुहूर्त निकालने वाले विख्यात ज्योतिषी “सूर्य
नारायण व्यास जी” को भी कालसर्प था |इस प्रकार
से देखे तो भारतवर्ष की नियति मे ही कालसर्प दोष बंधा हुआ हैं हमने इसी आधार पर यह
जानने का प्रयास किया की क्या वाकई यह योग भारत के लिए कोई खास महत्व रखता हैं या
यूही इसको इतना बढ़ा चढ़ा कर बताया जाता हैं और हमे यह सुखद आश्चर्य
हुआ की आज़ादी के बाद भारत के किसी भी क्षेत्र मे यदि हम देखे तो ज़्यादातर कालसर्प
नामक इस योग मे जन्मे जातक ज़्यादा कामयाब हुए हैं जिससे कालसर्प नामक यह योग भारत
हेतु बहुत शुभता दर्शाता हैं | प्रस्तुत लेख मे
हम ऐसे ही कुछ व्यक्तियों के विषय मे जानकारी दे रहे हैं |
जवाहर लाल
नेहरू,श्री चन्द्रशेखर,पी
चिदम्बरम,श्री राजेश पायलट,सुश्री
नजमा हेपतुल्लाह,मुलायम सिंह यादव,श्री भैरों
सिंह शेखावत,डॉ अब्दुल कलाम,जसवंत सिंह,इन्द्र
कुमार गुजराल,रामविलास पासवान,मोहनलाल
सुखाडिया,मनोहर जोशी,शीला
दीक्षित,सरदार वल्लभ भाई पटेल,गुलज़ारी
लाल नन्दा,सुषमा स्वराज,चौधरी चरण
सिंह,नारायण दत्त तिवारी,मोरारजी
देसाई,सीताराम केसरी,मुरली
मनोहर जोशी,शंकर दयाल शर्मा,श्री राम
जेठमलानी,डॉ राधाकृष्णन,सर मिर्ज़ा
इस्माइल,अब्दुल रहमान अंतुले,माधव राव
सिंधिया,धीरु भाई अंबानी,हर्षद
मेहता,रामकृष्ण डालमिया,रतन टाटा,शंकर राव
चौहान,करुणाकरण,दिलीप
कुमार,रेखा,लारा दत्ता,अनिल कपूर,स्मिता
पाटिल,मधुबाला,प्रियंका
चोपड़ा,शत्रुघ्न सिन्हा,सत्यजित रे,रजनीकान्त,उर्मिला,ऋषिकेश
मुखर्जी,आशा भोंसले,वहीदा रहमान,लता
मंगेशकर,अशोक कुमार,वी
शांताराम,अभिजीत सावंत,सचिन
तेंदुलकर,अजहरुद्दीन,सौरव
गांगुली,अजय जडेजा,सरदार सिंह
(हौकी ),श्री राम शर्मा आचार्य,कैलाश नाथ
उपाध्याय(ज्योतिषी),सूर्य नारायण
व्यास(ज्योतिषी),शंकराचार्य
स्वरूपानन्द सरस्वती,मुरारी बाबू (कथा वाचक),दलाई लामा,आचार्य
रजनीश,महाप्रभु वल्लभाचार्य,अमृता
प्रीतम,प्रकाशक धूमाल,दीनानाथ
व्यास (शिक्षक),डॉ कमलनाथ,आदि इन
सबके अलावा और भी बहुत से ऐसे जातक हैं जो भिन्न भिन्न क्षेत्रो मे न सिर्फ अपना
बल्कि भारत वर्ष का नाम पूरी दुनिया मे रोशन कर रहे हैं |
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