लाल किताब के फरमान
“समय करे,नर
क्या करे,समय बड़ा बलवान|
असर ग्रह सब पर ही होगा परिंदा पशु
इंसान ||
इल्म क्याफा ज्योतिष मिलते,लाल
किताब का नाम हुआ” ||
लाल किताब हैं ज्योतिष निराली,जो
किस्मत सोई को जगा देती हैं|
फरमान पक्का देके बात आखिरी,दो
लफ्जी से जहमत हटा देती हैं ||
शर्त राहू-केतू की सतवे भी तोडी,जन्म
राशि भी वह मिटा देती हैं|
लग्न एक का हिंदसा लेकर जो चलती,खत्म
12 पर ही वह कर देती हैं ||
हैं बुनियाद रेखा क्याफा से चलती,फलादेश
ज्योतिष बता देती हैं|
हवाई ख्यालो को यक तर्फ करती,खड़ा
घोडा चंद्र को कर देती हैं ||
ना 28 नक्षत्र ना पंचांग गिनती,भुला
राशि 12 को वह देती हैं|
सिर्फ पक्के घर 12 आखिर लेती,ग्रह
9 से किस्मत बता देती हैं||
जन्म वक़्त दिन माह उमर साल सब कुछ,इसम
नाम को भी उड़ा देती हैं|
फख्त रेखा फोटो या कोठे से कुंडली,जन्म
मय चंद्र बना देती हैं ||
लिखत जब विधाता किसी की हो शक्की,उपाय
मामूली बता देती हैं|
ग्रह फल राशि के टुकड़े दो करती,यह
रेखा मे मेखा लगा देती हैं ||
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