कैसे व किससे मिलेगा लाभ कैसे व किससे मिलेगा लाभ
हमारे बहुत से व्यापारी पाठक यह
जानने का प्रयास करते रहते हैं की किस क्षेत्र मे अपना धन लगाया जाये जिससे की
उन्हे बहुत कम समय मे ज़्यादा से ज़्यादा लाभ प्राप्त हो सके प्रस्तुत लेख मे हमने
ऐसे ही कुछ ज्योतिषीय सूत्रो को बताने का प्रयास किया हैं आशा हैं इन सूत्रो के
माध्यम से हमारे पाठकजन अवश्य ही लाभान्वित होंगे |
हमारे ज्योतिषीय शास्त्रो के अनुसार
जन्मकुंडली का एकादश भाव हमारा लाभ स्थान कहलाता हैं जो गृह इस एकादश भाव मे हो या
इसे दृस्टी दे रहा हो उस गृह से संबंधित वस्तुओ के क्षेत्र मे काम करने से या उन
क्षेत्रों से संबन्धित कंपनी के शेयर या म्युचअल फंड मे निवेश करने से लाभ की
संभावना बन जाती हैं |
यदि आपका लाभकर्ता गृह सूर्य हैं तो
आप अपने पिता के नाम से सरकारी कंपनी,गोल्ड का कार्य
करने वाली कंपनी,बिजली,अग्नि,सैन्य
कार्य,अन्न क्षेत्र व चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियो मे
निवेश कर धन लाभ पा सकते हैं |
लाभकर्ता गृह यदि चन्द्र हो तो अपनी
माँ के नाम से जलीय पदार्थ,समुद्री कार्य,रसपूर्ण पदार्थ,दूध व
दूग्ध पदार्थ,कृषि क्षेत्र,पर्यटन क्षेत्र,रक्त
संबंधी चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी हुई कंपनियो मे धन लगाकर लाभ पाया जा सकता हैं |
लाभकर्ता गृह मंगल हो तो अपने भाईयो
के नाम से सैन्य विभाग,अग्नि क्षेत्र,हथियार व
आतिशबाज़ी क्षेत्र,चिकित्सक औज़ारो से जुड़े क्षेत्रों से जुड़ी
हुई कंपनियो मे निवेश कर लाभ पाया जा सकता हैं |
यदि लाभ कर्ता गृह बुध हो तो अपनी
बहनो के नाम से बैंकिंग,ट्रेडिंग,बीमा,पब्लिसिंग,छपाई,संचार
क्षेत्रों से जुड़ी हुई कंपनियो मे धन लगाकर लाभ पा सकते हैं |
यदि लाभकर्ता गृह गुरु हो तो गुरु
तुल्य बड़े व्यक्ति या अपने गुरु के नाम से वस्त्र उद्योग,भवन
निर्माण,शिक्षा निर्माण व कानून क्षेत्र,धार्मिक व
सामाजिक क्षेत्र,चिकित्सा क्षेत्र,अध्यात्म व
दार्शनिक क्षेत्र से जुड़ी कंपनीया आपको
लाभ दिला सकती हैं |
यदि आपका लाभ कर्ता गृह शुक्र हैं आप
अपनी पत्नी या किसी स्त्री के नाम से होटल,संगीत,वस्त्र,डिजायनिंग,आभूषण,मिस्ठान,सिनेमा,सौन्दर्य-प्रसाधन,ऊनी-वस्त्र,परफ्यूम,भोग-सामग्री,खाद्य
पदार्थ से जुड़ी हुई कंपनियो मे धन लगाकर लाभ पा सकते हैं |
यदि लाभ कर्ता गृह शनि हो तो नौकर या
वृद्ध व्यक्ति के नाम से लोहा-इस्पात,गैस,सीमेंट,चमड़ा,खनन, कोयला,ज़मीन से
जुड़ी वस्तुओ का कार्य करने वाली कंपनियो मे निवेश कर लाभ पाया जा सकता हैं |
यदि लाभ कर्ता गृह राहू हो तो अपने
दादा या नाना के नाम से शराब,स्पिरिट,रेल,वायु,तकनीकी,अभियांत्रिकी,विज्ञापन,संचार आदि
से जुड़ी कंपनियो मे से लाभ प्राप्त कर सकते हैं |
यदि लाभ कर्ता गृह केतू हो तो पुत्र
या भतीजे के नाम से रबर,पर्यटन,ट्रांसमीटर,टायर
ट्यूब्स,प्लास्टिक,बिजली,विस्फोटक,सूक्ष्म
यान्त्रिकी के क्षेत्रों से जुड़ी हुई कंपनियो मे निवेश कर धन लाभ प सकते हैं |
किस कंपनी से लाभ होगा यह जानने मे
भी ज्योतिष हमारी मदद कर सकता हैं जिससे हम यह जान सकते हैं की व्यक्ति विशेष कौन
सी कंपनी मे लेन-देन करे की उसे लाभ प्राप्त हो सके | इसके लिए
हमे नामाक्षरो द्वारा वर्ग जानना पड़ता हैं |
1) अ से अ: तक गरुड
वर्ग
2) क ख ग घ ड –मार्जार वर्ग
3) च छ ज झ ज्ञ –सिंह वर्ग
4) ट ठ ड ढ ण –स्वान वर्ग
5) त थ द ध न –सर्प वर्ग
6) प फ ब भ –मूषक वर्ग
7) य र ल व –मृग वर्ग
8) श ष क्ष ह स त्र ज्ञ –मेढ़ा वर्ग
इस वर्ग से यह जाने की जिस व्यक्ति
या कंपनी से आप लेन देन कर रहे हैं उसका नामाक्षर आपके नामाक्षर से किस वर्ग मे
पड़ता हैं यदि वह नामाक्षर आपके वर्ग से पंचम पड़ता हैं तो आपको उससे लेन देन नहीं
करना चाहिए | जैसे राकेश नाम का व्यक्ति (मृग वर्ग) यदि जयति
टेक्सटाइल(सिंह वर्ग)पर धन लगाएगा तो वह लाभ नहीं पा सकेगा क्यूंकी यह नाम(जयति)
उसके नाम(राकेश) से पांचवे वर्ग मे पड़ता हैं |
एक अन्य विधि द्वारा भी हम यह जान
सकते हैं की कौन सी कंपनी या व्यक्ति द्वारा हमे लाभ मिलने की संभावना रहेगी | इसके लिए
हमे जिस वर्ग मे हमारा नाम आता हैं उसे दुगना कर दूसरे व्यक्ति के नाम के अक्षर के
वर्ग को उसमे जोड़ना होता हैं जो संख्या आती हैं उसे 8 से भाग देकर शेष को रख ले
इसी प्रकार दूसरे व्यक्ति के नाम वर्ग को दुगना कर अपना वर्ग उसमे जोड़ कर 8 से भाग
देकर शेष रख ले जिसका शेष अधिक होगा वह दूसरे व्यक्ति का ऋणी होगा जो उसे चुकाएगा |
आइये इसे ऐसे समझते हैं अशोक (गरुड
वर्ग ) रीता गारमेंट(मृग वर्ग) के शेयर लेना चाहता हैं | अशोक का
योग 1*2=2+7=9/8=1 तथा रीता गारमेंट का योग 7*2=14+1=15/8=7 आता हैं स्पष्ट हैं की
रीता गारमेंट का योग ज़्यादा होने से वह अशोक की पूर्व जन्मो की कर्जदार हैं जो उसे
इस जन्म मे लाभ प्रदान करेगी इसलिए अशोक को इस कंपनी के शेयर अवश्य ही लाभ प्रदान
करेंगे |
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