ऐसा माना जाता हैं की ग्रह अपनी दशा अंतरर्दशा मे ही समान्यत: अपने शुभाशुभ फल प्रदान करते हैं परंतु अनुभव मे यह
देखने मे आता हैं की प्रत्येक ग्रह अपनी गोचरीय स्थिति के अनुसार
भी जातक विशेष को कष्ट प्रदान करते हैं |
आइए इस लेख के द्वारा यह
जानते हैं की ग्रह गोचर मे कब कष्ट प्रदान करते हैं |
सूर्य भाद्रपद मास मे कष्टदाई होता हैं |
चन्द्र श्रवण मास मे कष्टदाई होता हैं |
मंगल वैशाख व मार्गशीर्ष मास मे कष्टदाई होता हैं |
बुध आषाढ़ व आश्विन मास मे कष्टदाई होता हैं |
गुरु पौष व चैत्र मास मे कष्टदाई होता हैं |
शुक्र ज्येष्ठ व कार्तिक मास मे कष्टदाई होता हैं |
शनि,राहू व केतू माघ व फाल्गुन मास मे कष्टदाई होते हैं |
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